Monitor क्या है (Monitor Full Form) और मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं ?

Monitor Kya Hai और इसकी फुल फॉर्म क्या होती है एवं मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं व इसके प्राइस, कार्य तथा उपयोग क्या होते है

दोस्तों आज हम आपको Monitor के बारे में बता रहे हैं मॉनिटर क्या होता है मॉनिटर की फुल फॉर्म क्या है और मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं। आज के इंटरनेट और कंप्यूटर के दौर में जहां सारे काम कंप्यूटर और लैपटॉप के द्वारा किए जा रहे हैं तो हमें नई-नई् टेक्निक के बारे में जानने को मिल रहा है। बहुत से लोग कंप्यूटर पर काम तो करते हैं लेकिन उन्हें मॉनिटर के फंक्शन के बारे में नहीं मालूम होता मॉनिटर क्या होता है और यह कैसे कार्य करता है असल में मॉनिटर पर हम जो भी कर रहे हो तो वह देखते हैं वह सारे काम कंप्यूटर के सीपीयू में चल रहे होते हैं यह एक तरह से सीपीयू में होने वाले कामों की हमें सॉफ्ट कॉपी दिखाता है |

मॉनिटर क्या है ?

मॉनिटर क्या है यह जाने से पहले हम आपको यह बता दे कि मॉनिटर की फुल फॉर्म क्या होती है मॉनिटर की फुल फॉर्म यह है  Mass on newton is train on rat. प्रिंटर के तरह मोनीटर भी कंप्यूटर की आउटपुट डिवाइस है जो केबिल के जरिए सीपी से कनेक्ट रहता है। आज के मॉडर्न जमाने में ऐसे सीपीयू भी आ रहे हैं जिनसे मॉनिटर अटैच होता है। मॉनिटर सीपीयू के अंदर चल रहे प्रोग्राम को डिस्प्ले का जरिये हमें दिखाता है। Monitor की वजह से ही हम कंप्यूटर पर काम कर पाते हैं क्योंकि हमें दिखता है कि हम क्या कर रहे हैं इसी वजह से हम काम कर पाते हैं। मॉनिटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो हमें कंप्यूटर में लगातार हो रही प्रोसेस को देखने और करने के लिए सक्षम बनाती है।

Monitor
Monitor

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Monitor का इतिहास

मॉनिटर मॉनिटर का आविष्कार Zworykin नामक व्यक्ति ने सन 1929 में किया था जिसे सीआरटी मॉनिटर कहते हैं सीआरटी की फुल फॉर्म Cathode-ray Tube है। जिसे Kinescope भी कहते हैं। जिसका टेलीविजन में भी उपयोग किया जाता है।

मॉनिटर के प्रकार

यहाॅ हम आपको मॉनिटर के कितने प्रकार होते हैं यह बता रहे हैं। समय के साथ-साथ Monitor के प्रकार की बदलते रहे हैं जैसे-जैसे जरूरत पड़ती रही मॉनिटर के नए नए अविष्कार होते रहे हैं।

CRT Monitor

सबसे पहले सीआरटी मॉनिटर का आविष्कार हुआ था जो बहुत भारी और बड़े साइज के होते थे जिन्हें कहीं ले जाने में बहुत परेशानी होती थी। सीआरटी मॉनिटर को कैथोड रेज ट्यूब भी कहते हैं। 1970 के दशक के आखिर में मॉनिटर में सीआरटी का इस्तेमाल शुरू हुआ था उस समय तक ब्लैक एंड वाइट Monitor यूज हुआ करते थे। 1977 में एप्पल ने सीआरटी कलर मॉनिटर लॉन्च कर दिया था।

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LCD मॉनिटर

एलसीडी की फुल फॉर्म लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले होती है अगर एलसीडी मॉनिटर की तुलना सीआरटी मॉनिटर से की जाए तो यह वजन में बहुत हल्के होते हैं और पतले होने की वजह से जगह भी कम घेरते  हैं। एलसीडी का इस्तेमाल 1990 के दशक में शुरू हो गया था जिसे लैपटॉप के मॉनिटर के रूप में विकसित किया गया था।

TFT मॉनिटर 

TFT मॉनिटर एलसीडी मॉनिटर का ही एक रूप है जो आज के जमाने में अधिकतर कंप्यूटर में यूज किया जाते हैं एलसीडी के तरह फ्लेट और पतले होते हैं टीएफटी की फुल फॉर्म thin Film Transistor होती है। यह एलसीडी मॉनिटर की तुलना में ज्यादा अच्छा काम करते हैं एलसीडी की तुलना में इनके ब्राइटनेस और कंट्रास्ट और अच्छा काम करती है जो आंखों पर ज्यादा लोड नहीं डालती।

प्लाज्मा मॉनिटर

प्लाज्मा Monitor कांच के बने होते हैं इनको प्लाज्मा डिस्प्ले भी कहा जाता है कांच के अंदर छोटे सेल का इस्तेमाल किया करते हैं इनके अंदर इलेक्ट्रिकली चार्ज आयोनाइज्ड गैस भरी होती है इस को ही प्लाज्मा कहते हैं जिसकी वजह से इसे प्लाज्मा मॉनिटर कहलाता है।

LED मॉनिटर

एलईडी मॉनिटर आंखों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाते यह सबसे हल्के सस्ते और किफायती होते हैं और एलसीडी मॉनिटर की तुलना में ज्यादा लंबे समय तक काम कर सकते हैं आज के मॉडर्न जमाने में एलईडी मॉनिटर ही सबसे ज्यादा यूज हो रहे हैं यह सबसे कम इलेक्ट्रिसिटी पावर कंज्यूम करते हैं

तो दोस्तों आज आपने जाना कि मॉनिटर क्या होता है और मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं वक्त के साथ-साथ नये-नये मॉनिटर का भी अविष्कार होता रहा और अब नए जमाने में एलईडी Monitor ही ज्यादा यूज किए जा रहे हैं क्योंकि यह सबसे बढ़िया परफॉर्मेंस देते हैं।

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