पुलित्जर पुरस्कार (What Is Pulitzer Prize) क्या होता है – कब और किसे दिया जाता है

Pulitzer Prize Kya Hota Hai और यह कब दिया जाता है एवं पुलित्जर पुरस्कार में कितनी राशि दी जाती है तथा इसका इतिहास क्या है जाने हिंदी में

आपने हमेशा ही देखा होगा कि जब भी किसी के द्वारा कोई उत्कृष्ट कार्य किया जाता है तो सरकार द्वारा या फिर किसी भी संस्था द्वारा उसे कई तरह के पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं यह पुरस्कार उनके उत्कृष्ट कार्यों की सहानुभूति एवं उस क्षेत्र में और ज्यादा आगे बढ़ने के लिए दिए जाते हैं जिससे मनोबल और ज्यादा मजबूत होता है उन्हीं में से कुछ पुरस्कार पत्रिकता नाटक संगीत आदि क्षेत्रों में भी प्रदान किया जाता है जिसे हम पुलित्जर पुरस्कार(Pulitzer Prize)के नाम से जानते हैं हो सकता है कि पुलित्जर पुरस्कार का नाम आपने पहली बार सुनाओ लेकिन इस पुरस्कार की अहमियत सारे विश्व में बहुत ही ज्यादा मानी जाती है हाल ही में इस पुरस्कार को सोमवार के दिन प्रदान किया गया है जिससे काफी ज्यादा चर्चा बनी हुई है आज हम आपको बताते हैं तथा इसके बारे में संक्षेप में जानकारी प्रदान करते हैं।

What Is Pulitzer Prize?

Pulitzer Prize पत्रिकता के क्षेत्र में दिया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पुरस्कार है जोकि उत्कृष्ट पत्रिकता, बेहतर संगीत तथा नाटकीय मंचन पर प्रदान किया जाता है इस पुरस्कार की शुरुआत सन 1917 में हंगरी के मूल निवासी तथा एक नामी पत्रकार Joseph Pulitzer के नाम पर दिया जाता है क्योंकि इस पुरस्कार की शुरुआत के लिए सबसे पहली पहल इन्होंने ही की थी परंतु इनकी मृत्यु के बाद यह पुरस्कार देने की योजना बनी पहली बार या पुरस्कार 4 जून 1917 को विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाने लगा जो कि प्रत्येक वर्ष यह सिलसिला चलता रहा है हाल ही में इस पुरस्कार की चर्चा कब हुई जब दिगंत नामी पत्रकार दानिश सिद्दीकी को यह प्रदान किया गया जिसके बारे में हम आगे आपको संक्षेप में बताएंगे।

Pulitzer Prize
Pulitzer Prize

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कौन थे जोसेफ पुलित्जर

हंगरी के मूल निवासी जोसेफ पुलित्जर का जन्म अप्रैल 1847 में हुआ था इन्हीं के नाम पर पुलित्जर पुरस्कार(Pulitzer Prize)देने की परंपरा शुरू की गई क्योंकि अपने जीवन में ही इन्होंने Columbia University मैं Journalism School की शुरुआत करने के लिए पहल की थी तथा इसके साथ ही साथ पत्रिकता, नाटक एवं साहित्य के क्षेत्र में एक पुरस्कार देने की भी शुरुआत करने की पहल की थी परंतु इनके जीवन में यह पुरस्कार शुरू नहीं कर पाया गया और सन 1911 में इनकी मृत्यु हो गई परंतु उनके उत्कृष्ट कार्य और बेहतर छवि को देखते हुए अमेरिका ने 1917 में उनके नाम पर एक पुरस्कार की शुरुआत की जिसे ‘Pulitzer Prize’ से जाना जाता है। और आज के समय में यह पुरस्कार अमेरिका के महत्वपूर्ण पुरस्कारों में गिना जाता है।

कौन होता है पुलित्जर पुरस्कार के योग्य?

पुलित्जर पुरस्कार(Pulitzer Prize) यदि देने की बात की जाए तो यह प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जाता है तथा इसका एक दायरा भी सीमित किया गया है यह पत्रिकता, नाटक,साहित्य, इतिहास तथा जन सेवा के कार्यों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को बढ़ावा देने के लिए तथा मनोबल बढ़ाने के लिए प्रदान किया जाता है यह पुरस्कार देने का यही उद्देश होता है कि समाज में फैली अनैतिकता को दूर किया जाए तथा एक बेहतर पत्रिकता के साथ-साथ एक उज्जवल भविष्य और व्यवस्थित समाज को प्रतिष्ठित बनाया जा सके इसीलिए यह पुरस्कार देकर उक्त व्यक्ति को इस कार्य के प्रति और भी ज्यादा व्यवस्थित किया जाता है। जब इस पुरस्कार को दिया जाता है तो चयनित व्यक्तियों की जो जुटाई गई जानकारी होती है वह काफी रोचक होनी चाहिए तथा उनके Research किए गए विषय रोमांचित होने चाहिए ऐसे में ही उक्त व्यक्ति को Select किया जाता है।

पुलित्जर पुरस्कार की चयन प्रक्रिया

जैसा कि आपको बताया गया है कि Pulitzer Prize इतिहास, पत्रिकता, जनसेवा, नाटक आदि क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए प्रदान किया जाता है यह पुरस्कार हर किसी को ना देकर उन्हें ही दिया जाता है जो कि इस के योग्य होते हैं और उसका चयन Pulitzer कमेटी में 5 सदस्यों के द्वारा किया जाता है जो कि अंतिम निर्णय लेने के बाद ही प्रदान किया जाता है इसके साथ ही साथ इस पुरस्कार को पाने के लिए एक Registration भी कराया जाता है जोकि $75 एंट्री फीस के बाद होता है अंत में कमेटी के सदस्यों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की जाती है और अंत में घोषणा करके यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

Pulitzer Prize की इनामी राशि

पुलित्जर पुरस्कार एक प्रतिष्ठित पुरस्कार होता है जोकि 21 अलग-अलग श्रेणियों में प्रदान किया जाता है इसके साथ ही साथ पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति को Certificate प्रदान किया जाता है और उन्हें Scholarship भी दी जाती है अंत में इनामी राशि के तौर पर 10,000 अमेरिकी डॉलर की एक भेंट भी प्रदान की जाती है जोकि किए गए कार्यों का मनोबल बढ़ाने तथा उनमें साहस दिलाने के साथ-साथ भविष्य में ऐसे ही प्रतिष्ठित कार्यों को करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है जो कि अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक साबित होती है।

Pulitzer Prize (पुलित्जर पुरस्कार)-2022

हाल ही में 9 मई 2022 को प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार 2022 ‘Features Photography Category में 4 भारतीयों को दिया गया है यह चारों भारतीय समाचार एजेंसी ‘Writers’ के पत्रकार दिगंत दानिश सिद्दीकी तथा उनके सहयोगी रहे अदनान आबिदी,सना इरशाद मिट्ठू और अमित दवे को प्रदान किया गया है बताते चलें कि दानिश सिद्दीकी को इसके पहले भी या पुरस्कार दिया जा चुका है और वर्तमान में यह पुरस्कार भारत में दूसरी लहर कोविड-19 के दौरान ली गई तस्वीरें और सच्चाई को सामने दिखाने के लिए दिया गया परंतु ये पुरस्कार व अपने हाथों से नहीं ले सके क्योंकि गत वर्ष जुलाई में अफगानिस्तान में अफगान सैनिकों और तालिबान के बीच हुई हिंसक संघर्ष में तस्वीर लेते समय गोली लगने से उनकी मृत्यु हो गई थी।

कौन थे दानिश सिद्दीकी?

सन 1983 में दिल्ली में जन्मे Danish Siddiqui राष्ट्रीय राइटर्स मल्टीमीडिया के प्रमुख थे जिन्हें 2018 में भी पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका था यह हमेशा से ही पत्रिकता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण चीजों को Cover करते थे जैसा गत वर्ष उन्होंने रोहिंग्या शरणार्थी संकट के दौरान उनसे संबंधित तस्वीर हो या फिर ईरान में युद्ध,हांगकांग प्रदर्शन तथा नेपाल में भूकंप जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं को दुनिया के सामने लाकर रख दिया था दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी(JMI) से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह पत्रिक्ता के क्षेत्र में चले आए और धीरे-धीरे अपनी एक अलग पहचान बना ली परंतु अफसोस 38 वर्ष की कम उम्र में ही अफगानिस्तान में लाइव कवरेज के दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गई।

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