स्पाइवेयर क्या है और यह कैसे काम करता है एवं इससे कैसे बचें व Spyware Download Kaise Kare व इसका उपयोग कैसे किया जाता है
आज के युग में जितना तेजी से डिजिटल संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है जैसे कंप्यूटर मोबाइल लैपटॉप एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजें जो है उनका बहुत ही बखूबी से इस्तेमाल किया जा रहा है परंतु उनके साथ साथ उन संसाधनों में साइबर हमले की भी गतिविधियां देखने को मिल रही है जो कि वर्तमान समय में सभी देशों में सुरक्षा मामलों का एक चिंतन का विषय है इंटरनेट आदि की सहायता से बहुत सी निजी एवं गोपनीय जानकारियां चुराई जा रही है जिससे बहुत सी सुविधाओं का सामना करना पड़ता है उनमें से एक है स्पाइवेयर(Spyware) ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से कोई भी है कर्ज आपके मोबाइल लैपटॉप आदि में से आपकी निजी जानकारियों को चुरा सकता है इसलिए आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Spyware के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे तथा उससे बचने का भी तरीका बताएंगे।
Spyware Kya Hai?
Spyware एक प्रकार का सॉफ्टवेयर की तरह कार्य करने का संसाधन होता है परंतु आप पूर्ण रूप से इसे Software नहीं कह सकते, क्योंकि यह एक मैलवेयर का हिस्सा होता है। जिसकी मदद से जिसकी मदद से किसी भी हैकर के द्वारा आपके मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि के डाटा को तथा निजी जानकारियां एवं गोपनीयता को चुराया जा सकता है। यह बिना इजाजत से आपके Electronic Device में प्रवेश करके आपकी गोपनीयता को आसानी से भंग कर देते हैं तथा यह जिस भी कंप्यूटर में या फिर डिवाइस में होते हैं यह सिर्फ उसी डिवाइस की जानकारियों को चुराने का कार्य करते हैं यह वायरस की भांति फैलते नहीं है तो इसे आप किसी भी प्रकार का वायरस भी नहीं कह सकते वर्तमान समय में बहुत सारी निजी कंपनियां अपने कर्मचारियों की देख रे तथा उनकी कार्यशैली की समीक्षा के लिए स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हैं।
स्पाइवेयर इंस्टाल होकर कैसे कार्य करता है?
जब भी किसी कंप्यूटर लैपटॉप आदि के कार्य करने की गतिविधि में बदलाव दिखे या फिर वह कार गति के हिसाब से धीरा चलने लगे तो समझ लेना चाहिए कि स्पाइवेयर का आगमन आपकी डिवाइस में हो चुका है एक प्रकार का जंक वेयर होता है जो कि सीधे तौर पर आपकी डिवाइस को कमजोर करना तथा उसकी जानकारियों को चुराकर हैकरों तक पहुंचाने का कार्य करता है। कभी-कभी क्या होता है जब आपको किसी भी प्रकार की Files को किसी Website अथवा Browser के माध्यम से डाउनलोड करना होता है तो हैकर उस फाइल में Spyware प्रोग्राम को Attach कर देते हैं जब आप उस फाइल को डाउनलोड करते हैं तो उसके साथ सबकी स्पाइवेयर भी आपकी डिवाइस में डाउनलोड हो जाता है तथा वह आपके डिवाइस के अंतर्गत सभी प्रकार की गोपनीयता एवं निजी जानकारियां हैकरो को शेयर कर देता है।
स्पाइवेयर आपके डिवाइस में इंस्टॉल होने का सबसे सरल तरीका यह होता है कि हैकर लुभावने लिंग को के द्वारा तरह-तरह के प्रोग्राम आपके डिवाइस को भेजते हैं जिसमें आकर्षित होकर कोई भी व्यक्ति इस लिंक को ओपन कर लेता है और यह आसानी से कंप्यूटर और लैपटॉप में इंस्टॉल हो जाते हैं।
स्पाइवेयर(Spyware) के होने वाले नुकसान
उपरोक्त बताया कि Spyware एक प्रकार का घातक सॉफ्टवेयर का तरीका है जिसे आज के समय में Hackers द्वारा इस्तेमाल किया जाता है आपकी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे लैपटॉप कंप्यूटर मोबाइल आदि को हैक करने के लिए इसके माध्यम से आपकी सभी निजी जानकारियां एवं गोपनीय जानकारियों को हैकरों को साझा किया जा सकता है इसमें आपके द्वारा सभी गतिविधियों जो कि आप गूगल फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम टि्वटर आदि Use करते हैं वह सीधे तौर पर हैकरो को पता चलता रहता है इससे सबसे बड़ी दिक्कत या सामने आई है की यह जब आपके लगता हूं डिवाइस में Install हो जाता है तो आपकी गोपनीयता के साथ-साथ को भी आंतरिक रुप से कमजोर कर देता है।
स्पाइवेयर(Spyware) का उपयोग किस प्रकार होता है?
वर्तमान समय में स्पाइवेयर का उपयोग हैकरों के साथ-साथ कई और जगह भी किया जाता है जो कि हम आपको निम्नलिखित बता रहे हैं।
- आज के समय में बड़ी से बड़ी कंपनियां एवं निजी संस्थाएं Spyware को स्वयं अपने सिस्टम पर डाउनलोड करते हैं जिससे वह अपने कर्मचारियों की कार्यशैली का पता लगा सके तथा उनकी गतिविधियों पर नजर रख सकें।
- इसके साथ साथ बहुत से ऐसे घरों में भी कंप्यूटर सिस्टम पर स्पाइवेयर डाउनलोड किया जाता है जिससे पेरेंट्स अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं कि कहीं वह किसी गलत कार्य में सम्मिलित तो नहीं है।
- जैसा कि उपरोक्त आपको बताया गया है कि इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल है गुरु के द्वारा किया जाता है जो कि किसी की भी गोपनीयता एवं जानकारियां चुराने में स्पाइवेयर का इस्तेमाल करते हैं।
Spyware से बचाओ कैसे करें?
पिछले कुछ दशकों से विश्व के तमाम देश साइबर हमले का शिकार होते हैं परंतु Spyware निजी तौर पर किसी भी डिवाइस की गतिविधियों को नुकसान पहुंचाने का कार्य करता है जिसके लिए यदि आप सचेत ना हुए तो यह आपके भी मोबाइल कंप्यूटर एवं लैपटॉप आदि में डाउनलोड होकर आपकी सभी प्रकार की गोपनीयता को हैकरों के सामने उजागर कर देगा इसलिए निम्नलिखित इसके बचाव के कुछ तरीके बताए गए हैं जिसकी सहायता से आप आसानी से अपने डिवाइस को सेव कर सकते हैं।
- सबसे पहले जब भी आपकी डिवाइस जैसे कंप्यूटर लैपटॉप मोबाइल आदि में किसी भी Unknown URL Link आती है तो उससे क्लिक करने से बचें।
- किसी भी Third Party Websites का इस्तेमाल किसी चीज को डाउनलोड करने के लिए ना करें यह आपके लिए सबसे ज्यादा घातक साबित हो सकता है।
- हमेशा अपने डिवाइस में एक बेहतर Antivirus या फिर Microsoft Company Essential का एंटीवायरस जरूर इंस्टॉल करके रखें जोकि आपके डिवाइस में जबरदस्ती प्रवेश करने वाले वायरस को रोकता है।
- प्रायः उन वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें जोकि ऑफिशियल तौर पर रजिस्टर्ड होती हैं तथा उनके इस्तेमाल से आपको किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो सकती।