CIET Kya Hai और इसकी तैयारी कैसे करे एवं सीटेट का पाठ्यक्रम व परीक्षा का पैटर्न क्या है जाने सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
वर्तमान समय में हमारे देश में बहुत से ऐसे छात्र हैं जो अपना कैरियर एक अध्यापक के तौर पर बनाना चाहते हैं और यदि अध्यापक बनना है तो उसके लिए आपको सबसे पहले सीटेट की परीक्षा को पास करना होगा जो की केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (CBSE) के द्वारा आयोजित की जाती है इस परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है उसके बाद ही एक अध्यापक के तौर पर सरकारी स्कूल एवं विद्यालय में भारतीयों को नियुक्ति प्रदान की जाती है तो आज हम इस लेख के माध्यम से आपको CTET 2024 की तैयारी एवं उसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
CTET Kya Hai?
सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक भर्ती परीक्षा शिक्षक की नौकरी पाने के लिए एक पात्रता परीक्षा है इसका आयोजन केंद्र सरकार के अधीन CBSE के द्वारा किया जाता है जिसके माध्यम से केंद्र सरकार के सभी स्कूल, कॉलेज, विद्यालयों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है वर्तमान समय में वर्ष 2011 के बाद National Council For Teachers Education के द्वारा निर्धारित किए गए नियम के अनुसार अब से केंद्रीय स्कूलों में अध्यापक के तौर पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को CTET पास करना अनिवार्य है यदि अभ्यर्थी इस पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण कर लेता है तो उसे एक अध्यापक के तौर पर नौकरी प्रदान की जाती है।
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सीटेट परीक्षा पैटर्न क्या है?
CTET की जो परीक्षा होती है वह दो भागों में कराई जाती है जिसमें दो प्रश्नपत्र परीक्षा देने के लिए पूछा जाते हैं पहला प्रश्न पत्र कक्षा एक से पांच तक के लिए तथा दूसरा कक्षा 6 से 12 तक के लिए निर्धारित किया जाता है निम्नलिखित हम आपको सीटेट परीक्षा पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
सीटेट प्रथम प्रश्न पत्र का पैटर्न
CTET हेतु विषय | कुल प्रश्न | कुल अंक |
बाल विकास और अध्यापन | 30 | 30 |
भाषा-1 | 30 | 30 |
भाषा-2 | 30 | 30 |
गणित | 30 | 30 |
पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
सीटेट द्वितीय प्रश्न पत्र का पैटर्न
CTET हेतु विषय | कुल प्रश्न | कुल अंक |
बाल विकास और अध्यापन | 30 | 30 |
भाषा-1 | 30 | 30 |
भाषा-2 | 30 | 30 |
गणित/विज्ञान/सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन | 60 | 60 |
कुल | 150 | 150 |
सीटेट परीक्षा पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी
Central Teacher Eligibility Test का जो पाठ्यक्रम है वह काफी विस्तार से व्यवस्थित किया गया हुआ है जिसके बारे में हम आपको निम्नलिखित बताने जा रहे हैं।
बाल विकास प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक के लिए पाठ्यक्रम
- अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतरः विद्यालय आधारित मूल्यांकन
- विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उसका सम्बन्ध
- बालक विकास के सिद्धांत
- आनुवांशिकता और पर्यावरण का बालक पर प्रभाव
- समाज निर्माण के रूप में लिंगः लैंगिक भूमिकाएं, पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार संबंधी प्रश्न
- शिक्षार्थियों के बीच व्यक्तिगत विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय और धर्म विषय पर विभेदों का मनन
- शिक्षार्थियों की तैयारीः कक्षा में शिक्षण और विवेचित चिंतन तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न पत्र की तैयारी
- सामाजीकरण की प्रक्रिया,विश्व समाज और बालक
- पियाजे, कोहल्बर्ग और वायगोइस्की के सिद्धांत
- बाल-केन्द्रित और परगामी शिक्षा की अवधारना
- बौद्धिकता निर्माण संबंधी विवेचित संदर्श
- भाषा और चिंतन
भाषा बोधगम्यता प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हेतु पाठ्यक्रम
- अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना
- दो अनुच्छेदों,एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता, जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से सम्बंधित
- विवरणात्मक भाषा शिक्षण
- सुनने और बोलने की भूमिका : भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार उपयोग में लेते है
- शिक्षण पर आधारित भाषा विकास
- सीखना और ज्ञान अर्जित करना
भाषा विकास का अध्यापन प्राथमिक विद्यालय हेतु पाठ्यक्रम
- भाषा कौशल
- भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करनाः बोलन, सुनना, पढ़ना और लिखना
- अध्यापन- अधिगम सामग्रियां- पाठ्यपु स्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन
- उपचारात्मक अध्यापन
- अधिगम और अर्जन
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिकाः भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं
- मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श
- एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां- भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार
गणित(Math) का पाठ्यक्रम प्राथमिक विद्यालय शिक्षक हेतु
- ज्यामिति
- आकार और स्थानिक समझ
- हमारे चारों ओर विद्यमान ठोस पदार्थ
- संख्याएं
- जोड़ना और घटाना
- गुणा करना
- विभाजन
- मापन
- भार
- समय
- परिमाण,
- आंकड़ा प्रबंधन
- पैटर्न
- राशि
पर्यावरणीय अध्ययन का पाठ्यक्रम प्राथमिक विद्यालय शिक्षक हेतु
- EVS की अवधारणा और व्याप्ति
- EVS का महत्व,
- एकीकृत EVS|
- पर्यावरणीय अध्ययन एवं पर्यावरणीय शिक्षा का ज्ञान
- अधिगम सिद्धांत
- विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की व्याप्ति और संबंध
- अवधारणा प्रस्तुत करने के दृष्टिकोण
- क्रियाकलाप
- प्रयोग/व्यवहारिक कार्य
- चर्चा
- CCE
- शिक्षण सामग्री/उपकरण
- पर्यावरणीय समस्याएं
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CTET Exam 2024 की तैयारी हेतु महत्वपूर्ण Tips
यदि आप CTET 2024 एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आपको उससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण Tips के बारे में हम निम्नलिखित बताने जा रहे हैं जो आपकी तैयारी को और भी ज्यादा बेहतर बना सकती है।
Syllabus तथा Exam Pattern समझना
जब भी किसी परीक्षा की तैयारी करें सबसे पहले उसका सिलेबस और Exam Pattern को समझना आवश्यक होता है इसलिए जितना ज्यादा हो सके आप इसके एग्जाम पैटर्न को देखें और उससे संबंधित सिलेबस को भी विस्तार से समझे।
Previous Year के Question Paper को समझे
किसी भी परीक्षा की यदि तैयारी कर रहे हैं तो पिछले साल के प्रश्न पत्र को लेकर उसके समझे और उसकी समीक्षा करें क्योंकि जितना ज्यादा आप उसका विश्लेषण करेंगे आपको उस Topic पर उतना ज्यादा जानकारी प्राप्त होगी उसके बाद उसे अलग से लिखकर बार-बार दोहराएं और समझे।
NCERT Books को पढ़ें
एनसीईआरटी की बुक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए काफी ज्यादा लाभदायक होती है इसलिए परीक्षार्थियों को हमेशा NCERT की बुक से ही अपनी तैयारी करना चाहिए और सीटेट के Syllabus में इसका काफी ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान देखने को मिला है।
Mock Test देना और उसको Analysis करें
जब भी आप CTET की तैयारी कर रहे होते हैं तो ऐसे में आपको Mock Test जरूर देना चाहिए क्योंकि जितना ज्यादा आप मॉक टेस्ट देंगे आपकी तैयारी उतनी ही ज्यादा मजबूत होती जाएगी और उसके बाद अपनी तैयारी की समीक्षा करें और दिए गए मॉक टेस्ट का विश्लेषण भी जरूर करें जिससे आपको आपकी कमियां भी पता चलेगी और उसके बाद आप उन चीजों को दोबारा से पढ़ कर दूर भी कर सकते हैं।