Andhra Pradesh ki Rajdhani Kya Hai और आंध्र प्रदेश की राजधानी से संबंधित कुछ रोचक जानकारी, विशेषताएं क्या है जाने हिंदी में
हमारे देश में बहुत से राज्य से हैं जो अपने यहां के किसी ना किसी चीज के लिए प्रसिद्ध माने जाते हैं और ऐसे में भारत के बड़े राज्यों में गिना जाने वाला आंध्रप्रदेश भी अपना एक अलग महत्व रखता है क्योंकि Andhra Pradesh वर्तमान समय में भारत का इकलौता ऐसा राज्य है जिसकी तीन राजधानियां मौजूद है और तीनों ही अपने अलग-अलग कार्य क्षेत्रों के लिए संचालित की जाती हैं आज इस लेख में हम आपको आंध्र प्रदेश की राजधानी से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे और आंध्र प्रदेश राज्य की विशेषताओं से भी आपको रूबरू कराएंगे तो आइए निम्नलिखित हम आपको व्यवस्थित तौर पर Andhra Pradesh ki Rajdhani के बारे में बताते हैं।
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) राज्य
Andhra Pradesh राज्य भारत के दक्षिण पूर्वी तट पर स्थित है और ये क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सातवां सबसे बड़ा राज्य है तो वहीं जनसंख्या की दृष्टि से यह देश का पांचवा सबसे बड़ा राज्य माना जाता है और वर्तमान समय में भारत का दूसरा सबसे लंबा समुद्र तट 972 किलोमीटर इसी राज्य का है और इस राज्य का सबसे बड़ा शहर विशाखापट्टनम है जोकि देश के प्रमुख शहरों में से एक माना जाता है वैसे तो इस राज्य की तीन राजधानियां है परंतु अमरावती(गुंटूर)को आंध्र प्रदेश की मुख्य राजधानी मानी जाती है और इतिहास में Andhra Pradesh को “भारत का धान का कटोरा” के नाम से भी संबोधित किया जाता था क्योंकि यहां पर 77% चावल की खेती की जाती है।
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Andhra Pradesh ki Rajdhani Kya Hai?
आंध्र प्रदेश के मुख्यता तीन Capital है जोकि निम्नलिखित है:
- Amravati(गुंटूर)
- Visakhapatnam(विशाखापत्तनम)
- Kurnool(कुर्नूल)
उपरोक्त बताई गई तीनों राजधानियों को तीन अलग-अलग कार्य क्षेत्रों में बांटा गया है जिसमें सबसे पहले अमरावती है जिसे विधायिका राजधानी यानी Legislative Capital के तौर पर स्थापित किया गया है इसका मतलब कि Andhra Pradesh की जो विधानसभा है वह अमरावती में ही चलेगी और वही दूसरे नंबर पर विशाखापट्टनम है जो कि कार्यकारी राजधानी होगी यानी कि Executive Capital के तौर पर इसे जाना जाएगा और राज्य का सभी सरकारी कार्य यहीं से संचालित होगा और तीसरे नंबर पर कुरनूल को स्थापित किया गया है जो कि न्यायपालिका यानी Judiciary से संबंधित सभी कार्य को इस जगह से स्थापित करने का कार्य किया जाएगा और इससे न्यायिक राजधानी के तौर पर भी पहचान दी जाएगी।
Andhra Pradesh की राजधानी से संबंधित कुछ रोचक जानकारी
जब वर्ष 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना राज्य बना तो उस समय दोनों ही राज्यों में राजधानी को लेकर विवाद हो गया जिसकी सबसे बड़ी समस्या यह थी की हैदराबाद किसके हिस्से में जाएगा और यह दोनों राज्य पंजाब और हरियाणा की तरह एक राजधानी बिल्कुल भी नहीं चाहते थे इस वजह से दोनों के बीच समझौता हुआ जिसमें यह निष्कर्ष निकला कि 10 सालों तक हैदराबाद ही दोनों प्रदेशों की राजधानी बनी रहेगी और उसके बाद Andhra Pradesh को अपनी नई राजधानी घोषित करनी होगी हालांकि वर्ष 2020 में आंध्र प्रदेश की विधानसभा ने राज्य के क्षेत्रों के विकास को ध्यान में रखते हुए एक व्यवस्थित रूप से कानून को पारित किया जिसमें प्रदेश की राजधानी का विकेंद्रीकरण कर दिया गया इस आधार पर राज्य की तीन राजधानी(Capital) घोषित की गई।
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Andhra Pradesh State Highlights
राज्य | Andhra Pradesh |
मुख्य राजधानी | अमरावती(गुंटूर) |
क्षेत्रफल | 162975 किमी² 62,925 वर्गमील |
जनसंख्या | 49,386,799 |
स्थापना | 1 November 1956 |
जिले | 26 District |
भाषा | Telugu,Urdu |
साक्षरता | Upto 67.41%(2011) |
लिगानुपात | 993/1000 |
समुंद्रीय सीमा | 974 KM |
आँध्रप्रदेश(Andhra Pradesh) राज्य की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं
- वर्तमान समय में देश का पहला ऐसा राज्य Andhra Pradesh है जिसकी तीन राजधानियां स्थित है
- आंध्र प्रदेश की तीनों राजधानी सरकार के तीन अलग-अलग अंगों के तौर पर कार्य करती हैं
- वर्तमान समय में आंध्र प्रदेश की अमरावती विशाखापट्टनम और कुरनूल तीनों ही राजधानी है
- वर्ष 1956 में Andhra Pradesh के स्थापना 11 जिलों के साथ की गई थी
- शुरुआत में आंध्र प्रदेश की राजधानी Kurnool थी परंतु हैदराबाद के राज्य में जुड़ जाने से हैदराबाद को इसकी Capital घोषित कर दिया गया
- देश का पहला भाषाई आधार पर राज्य का जो गठन हुआ Andhra Pradesh का ही हुआ और यहां पर अधिकतर तौर पर तेलुगु बोला जाता है
- वर्ष 2014 में आंध्र प्रदेश को विभाजित कर के एक अन्य नया राज्य तेलंगाना बना दिया गया
- हैदराबाद को Andhra Pradesh Reorganisation Act 2014 के आधार पर तेलंगाना की राजधानी घोषित किया गया
- वर्तमान समय में यदि देखा जाए तो देश को सबसे अधिक राष्ट्रपति आंध्र प्रदेश राज्य ने ही दिया है
- विश्व का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ Andhra Pradesh के नाम ही दर्ज है।