कैश मेमोरी क्या है- What Is Cache Memory In Hindi, जाने फायदे और उपयोग हिंदी में

What Is Cache Memory और कैश मेमोरी कितने प्रकार के होते है एवं जानिए इसके फायदे, विशेषताएं और उपयोग क्या क्या होते है हिंदी में

हेलो दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि हम हमेशा ही नई-नई जानकारियां आप तक पहुंचाने में लगे रहते हैं जिससे आपको आर्टिकल के माध्यम से पूरी तरह से संपूर्ण जानकारियां प्राप्त हो जाती है तो आज ऐसे ही हम आपके लिए Cache Memory से संबंधित कुछ जानकारियां शेयर करने वाले हैं आज हम आपको बताएंगे कि कैश मेमोरी(Cache Memory) क्या है यह कितने प्रकार की होती है उपयोग और फायदे इन सब के बारे में संपूर्ण जानकारी निम्नलिखित आपको विस्तृत में बारी-बारी से बताई जाएगी जिससे आपके अंदर की जो जिज्ञासा है वह भी इन जानकारियों को पाकर शांत हो जाएगी तो आइए आगे हम कैश मेमोरी के बारे में चर्चा करते हैं पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Cache memory (कैश मेमोरी) क्या है?

कैश मेमोरी एक प्रकार की छोटी सी मेमोरी होती है जिससे CPU में अधिकतर तौर पर इस्तेमाल होने वाले Data को Store करने में यूज़ की जाती है जोकि बहुत कम समय के अंतराल के लिए होती है। इसे आमतौर पर CPU Memory भी कह सकते हैं क्योंकि यह CPU Chip के अंतर्गत रखी जाती है इसे हम सीपीयू से अलग BUS के द्वारा जोड़ते हैं यह साइज में बहुत कम होती है परंतु या Main Memory से अत्यधिक महंगी होती है तथा RAM से ये 100  गुना अधिक तेजी से कार्य करती हैं

इलेक्ट्रॉनिक तौर पर कैश मेमोरी को Static Random Access Memory के तौर पर जाना जाता है क्योंकि एक प्रकार की रेंडम एक्सेस मेमोरी की तरह ही कार्य करती है जो वोलेटाइल होती है। यदि किसी कंप्यूटर में सिस्टम को On रखा जाता है तभी कैश मेमोरी के डाटा अवेलेबल होते हैं परंतु कंप्यूटर के Off होने पर Cache Memory के सभी डाटा डिलीट हो जाते हैं।

What Is Cache Memory
What Is Cache Memory

कैश मेमोरी के प्रकार:Types of Cache Memory

Cache Memory के प्रकार की बात की जाए तो इन्हें विभिन्न भागों में बांट कर रखा गया है जिन्हें लेवल के नाम से जाना जाता है यह प्रोसेसर के स्थिति का आकलन करती हैं यह तीन प्रकार की होती हैं जोकि निम्नलिखित बताई जा रही है:

  • Level 1 Cache
  • Level 2 Cache
  • Level 3 Cache

तीनों ही Cache Memory  के बारे में विस्तृत जानकारी निम्नलिखित बताई जा रही है:

1.Level 1

जैसा नाम से ही प्रतीत हो रहा है कि यह पहले नंबर की कैश मेमोरी है जो की Size में छोटी परंतु इसके कार्य करने की क्षमता या फिर स्पीड की बात करें तो वह सबसे अधिक मानी जाती है या CPU के अंदर कार्य करती है तथा डाटा को कम मात्रा में स्टोर करने का कार्य करती है यदि CPU 4 Core वाले होते हैं तो प्रत्येक CPU Core में Level 1 Cache Memory उपलब्ध होती है जिस की स्पीड सीपीयू के समांतर ही होती है आमतौर पर Level 1 कैश मेमोरी की जो साइज होती है वह 2KB से 64Kb तक के बीच की होती है।

2.Level 2

ये Cache Memory दूसरे लेवल की मेमोरी कहलाती है यदि इसके साइज की बात करें तो यह Level 1 Cachee से बड़ी होती है परंतु उसके कार्य करने की क्षमता अथवा स्पीड की बात करें तो यह Level 1 कैश मेमोरी से थोड़ी कम मानी जाती है यह CPU के अंदर या बाहर कहीं पर भी स्थापित की जा सकती है जिससे एक High speed Bus के कनेक्शन के द्वारा सीपीयू से जोड़ा जाता है यदि CPU 4 Core वाला है तो प्रत्येक कोर में अलग-अलग Level 2 Cache Memory उपलब्ध होते हैं लेकिन कार्य करते समय एक ही प्रकार के Level 2 कैश मेमोरी का उपयोग किया जाता है। यदि Data Store की बात करें तो यह Level 1 कैश मेमोरी की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में डाटा को स्टोर करने का कार्य करती है इसके साइज की बात करें तो या 256KB से 512KB तक की होती है।

3.Level 3

यह एक प्रकार के तीसरे लेवल की कैश मेमोरी होती है इसे आमतौर पर सभी Processor में यूज नहीं किया जाता है यह कुछ High End Processors में ही कार्य करते हैं यह साइज में Level 1 तथा Level 2 Cache Memory से बड़ी होती हैं परंतु इनकी स्पीड Level 1 तथा Level 2 मेमोरी से थोड़ी कम मानी जाती है Level 3 कैश मेमोरी का प्रयोग अन्य दोनों Memory की परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए किया जाता है तथा यह CPU के बाहर उपलब्ध होती हैं यदि CPU 4 Core वाले हैं तो उनमें एक ही प्रकार की Level 3 Cache Memory का उपयोग किया जाता है दोनों अन्य Cache Memory की अपेक्षा यह ज्यादा Data Store करती हैं यदि इनके साइज की बात की जाए तो यह 1 एमबी से 8 एमबी तक की होती हैं।

Cache Memory (कैश मेमोरी) के उपयोग:

कैश मेमोरी कई तरह के कार्यों में काम आती है जो कि हम निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा बताने जा रहे हैं:

  • जब भी सीपीयू को किसी भी कार्य करने के लिए Memory Access की जरूरत पड़ती है तो वह सबसे पहले कैश मेमोरी का ही प्रयोग करके डाटा प्राप्त करता है तथा उसी के द्वारा वह डाटा को Read करता है।
  • किसी भी डाटा को एक्सेस करने के लिए कैश मेमोरी के द्वारा Main Memory में एक्सेस किया जाता है।
  • किसी भी Cache Memory का फॉर मेंस  measurement कैश हित रेशों के द्वारा आसानी से किया जाता है।
  •  कैश मेमोरी की सहायता सेसीपीयू आसानी से किसी भी वर्ड को प्राप्त कर लेता है
  • किसी भी वर्ड एवं डाटा को अधिग्रहण करने का कार्य कैश मेमोरी के द्वारा किया जाता है।
Cache Memory(कैश मेमोरी) की विशेषताएं/फायदे

Cache Memory(कैश मेमोरी) के बारे में उपरोक्त आपको सभी जानकारी पूरी तरह से दी गई है अब हम आपको निम्लिखित इसकी विशेषताएं व फायदे बताने जा रहे है:

  • कैश मेमोरी किसी भी प्रोसेस को बहुत आसानी से Fast करती है जिससे किसी अन्य मेमोरी चाहे वो Primary Memory हो या Secondary Memory, उनके पास जाने की आवश्कता नही पड़ती है।
  • यह किसी अन्य मेमोरी की तुलना में कम समय लगाती है तथा data Store बहुत आसानी से करती है।
  •  Cache Memory के द्वारा CPU में इस्तेमाल होने वाले Data के Instruction को store किया जाता है जिससे CPU के कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती है।
  • कैश मेमोरी की सबसे अच्छी खासियत यह है की इसके Data का Access Time बाकी के मुकाबले कम होता है।

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