कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बने और Computer Operator बनने की चयन प्रक्रिया क्या है एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर योग्यता, कोर्स की जानकारी हिंदी में
दोस्तों आज का मेरा विषय है। Computer Operator कैसे बने और डीईओ की जानकारी जैसे कि आप जानते हैं कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी बहुत जरूरी हिस्सा बन गई है। लोगों का कंप्यूटर ऑपरेटर हो या डीईओ को यह एक ही जैसे हैं इन दोनों का काम डाटा कंप्यूटर में डालना होता है। कंप्यूटर ऑपरेटर हो या डीयू आजकल हर फील्ड में इनकी जरूरत होती है। पब्लिक सेक्टर हो या प्राइवेट अथवा कोई गवर्मेंट जॉब हो हर जगह कंप्यूटर ऑपरेटर की बहुत मांग है। यह बहुत आसान कॉल होता है। Computer Operator बनने के लिए आपको ज्यादा लंबी चौड़ी पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है आपको बस कंप्यूटर में एमएस ऑफिस आता हो अथवा आपकी टाइपिंग स्पीड अच्छी हो चली आपको बताते हैं कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बने?
कंप्यूटर ऑपरेटर क्या होता है?
कंप्यूटर ऑपरेटर व्यक्ति होता है जिसे कंप्यूटर में सब पता होता है। उसमें डाटा कैसे डालें एक्सल शीट कैसे तैयार करें एम एस वर्ड में डॉक्यूमेंट कैसे तैयार करें Computer Operator को कंप्यूटर एप्लीकेशन के बारे में जानकारी होनी चाहिए अथवा उसे कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस को चलाना आना चाहिए जैसे कि कीबोर्ड माउस प्रिंटर सीपीयू कंप्यूटर ऑपरेटर की टाइपिंग स्पीड काफी तेज होनी चाहिए जितना भी काम डाटा एंट्री का होता है। वह कंप्यूटर ऑपरेटर आसानी से करता है। इसके साथ शादी का भी यही काम है कंप्यूटर में डाटा डालना डाटा एंट्री ऑपरेटर होती है। टाइपिंग स्पीड अच्छी होनी चाहिए होनी चाहिए टाइपिंग स्पीड भी कम होने चाहिए।
Computer Operator बनने के लिए क्या जरूरी है?
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए बेसिक कंप्यूटर नॉलेज के साथ-साथ और भी चीजें जो जरूरी हैं आइए आपको बताते हैं।
- एजुकेशन: एजुकेशन में आपके पास 10थ 12थ होना अनिवार्य है और कहीं ग्रेजुएशन भी डिमांड होती है और आपकी जो प्रोफाइल के हिसाब से ही एजुकेशन क्वालिफिकेशन की डिमांड होती है।
- भाषा: ऑपरेटर बन कर आपको हिंदी में इंग्लिश दोनों ही भाषा की जानकारी होना अनिवार्य होती है। कभी-कभी ऑपरेटर को हिंदी में भी टाइप करना पड़ता है। इसलिए ऑपरेटर को दोनों ही भाषा का अच्छा ज्ञान होना अनिवार्य है।
- टाइपिंग स्पीड: Computer Operator का सबसे ज्यादा काम डाटा एंट्री। करना होता है तो इसलिए जैसे आपको कंप्यूटर ऑपरेटर बनना है तो उसकी टाइपिंग स्पीड अच्छी होनी चाहिए।
- कंप्यूटर नॉलेज: कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आपको एमएस ऑफिस पूरा आना चाहिए जैसे कि एमएस ऑफिस से मेरा मतलब है एमएस वर्ड एमएस एक्सेल एंड एमएस पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन।
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कंप्यूटर ऑपरेटर बनने की आयु सीमा
Computer Operator बनने के लिए कम से कम उम्र 18 वर्ष और ज्यादा से ज्यादा उम्र 27 वर्ष की होनी चाहिए।
Computer Operator की सैलेरी
कंप्यूटर ऑपरेटर की सरकारी विभाग में सैलरी 10,000 से ₹20000 प्रतिमा होती है।
प्राइवेट सेक्टर में सैलरी 10,000 से ₹15000 प्रतिमाह होती है।
कंप्यूटर ऑपरेटर को और क्या कहते हैं?
कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर स्पेशलिस्ट कंट्रोल रूम ऑपरेटर ऑपरेशन एंड मेंटिनेस टेक्निशियन भी कहा जाता है।
Computer Operator का काम कितने घंटों का होता है?
कंप्यूटर ऑपरेटर को 40 घंटे हर हफ्ते काम करना पड़ता है।
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने की चयन प्रक्रिया
Computer Operator बनने के नियम को दो चीजें अच्छे से तैयार करनी चाहिए। सबसे पहले आपको होता है रिटन टेस्ट रिटन टेस्ट में आपको कटऑफ मिलती है। उसका टॉप से ज्यादा आपको लाना पढ़ते हैं और दूसरा टेस्ट होता है। टाइपिंग टेस्ट आपको टाइपिंग स्पीड बढ़ानी होती है। अगर आपकी टाइपिंग स्पीड ज्यादा होती है तो आपको कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए चुन लिया जाता है।
CONCLUSION
उम्मीद करता हूं क्या आपको इस आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गए होगे कंप्यूटर ऑपरेटर कैसे बनते हैं वह इसको बनने के लिए क्या आवश्यक होता है?