Ayurvedic Doctor Kaise Bane 2024: जाने योग्यता, पाठ्यक्रम और करियर जानकारी

Ayurveda Kya Hota Hai और Ayurvedic Doctor Kaise Bane 2024 एवं जाने योग्यता, पाठ्यक्रम और करियर जानकारी

आज के समय में अंग्रेजी दवाओं के ज्यादातर दुष्प्रभाव को देखते हुए बहुत से लोग Allopathy का इलाज कराने से कतराने लगे हैं ऐसे में उनका एक ही सहारा माना जाता है जोकि आयुर्वेद पद्धति से इलाज का माध्यम होता है और ऐसे में यदि देखा जाए तो देशभर में आयुर्वेदिक डॉक्टरों की मांग बड़े-बड़े अस्पतालों में तेजी से बढ़ती जा रही है और यदि आप भी Ayurvedic Doctor बनना चाहते हैं तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको एक बेहतर तरीके से आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने से संबंधित जानकारी विस्तार से बताएंगे जिससे आप भी आयुर्वेद के अंतर्गत यदि दिलचस्पी रखते हैं तो एक बेहतर कैरियर बना सकते हैं तो आइए Ayurvedic Doctor के बारे में हम आपको निम्नलिखित संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

Ayurveda Kya Hai?

आयुर्वेदिक एक प्रकार की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जोकि भारत देश से ही शुरू की गई है और ऐसे में पौराणिक काल से ही इसका प्रचलन देखने को मिलता आ रहा है इस चिकित्सक पद्धति के अंतर्गत खासतौर से पेड़ पौधे की जड़ी बूटियों के माध्यम से ही बड़े से बड़े रोग का इलाज संभव हो पाता है और इसकी सबसे खास बात यह है इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है और इस आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के कारण ही दुनिया में बड़ी से बड़ी बीमारियों को पूरी तरह से जड़ से समाप्त भी किया जा सकता है

वर्तमान समय में भारत में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए बड़े-बड़े अस्पतालों में भी Ayurvedic Doctor की नियुक्ति की जा रही है और शायद यही कारण है कि विदेशों से भी मरीज आकर अपना इलाज भारत में कराते हैं क्योंकि भारत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का केंद्र माना जाता है।

Ayurvedic Doctor Kaise Bane
Ayurvedic Doctor

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आयुर्वेदिक डॉक्टर किसे कहते हैं?

आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत जो भी डॉक्टर पेड़ पौधे के द्वारा बनी जड़ी बूटियों से मरीजों का इलाज करता है उसे हम आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं हालांकि एक Ayurvedic Doctor बनने के लिए BAMS की डिग्री को प्राप्त करना आवश्यक होता है जिसके बाद ही वह एक बेहतर आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकता है परंतु यदि प्राचीन समय में देखा जाए तो Ayurvedic Doctor को ही वैध हकीम के नाम से जाना जाता था जिसके लिए किसी भी प्रकार की कोई पढ़ाई करना अनिवार्य नहीं होता था और आगे चलकर वैद्य के द्वारा ही एक बेहतर इलाज की पद्धति का जन्म हुआ ऐसे में अब इसी की पढ़ाई को एक बेहतर और अच्छे तरीके से कराने के लिए बीएएमएस का कोर्स पूरा कराया जाता है जिसके बाद ही किसी हॉस्पिटल में आयुर्वेदिक डॉक्टर की नियुक्ति होती है।

BAMS(बीएएमएस) Course क्या है?

बीएएमएस कोर्स एक प्रकार का Under Graduate Medical Course होता है जोकि एक Ayurvedic Doctor बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है हालांकि यह लगभग 5 से 6 साल के बीच का होता है जिसमें 1 साल की Intership भी कराई जाती है इंटरशिप के अंतर्गत आपको किसी Hospital में Training के लिए भेजा जाता है जहां पर आपको आयुर्वेदिक से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त हो पाती हैं और यदि इस Course की बात की जाए तो आयुर्वेदिक चिकित्सक पद्धति के अंतर्गत जितनी भी आधुनिक दवाइयों का प्रयोग किया जाता है उनके बारे में तमाम जानकारी और पढ़ाई कराई जाती है।

बीएएमएस कोर्स को Central Council of Indian Medicine के द्वारा मान्यता प्रदान की गई है जिसे आयुर्वेद का MBBS के नाम से भी जाना जाता है इस साढ़े 5 साल की अवधि के कोर्स में आपको फार्मोकोलॉजी, फॉरेंसिक, चिकित्सा शरीर संरचना, विज्ञान रोग का निदान एवं बचाव आदि से संबंधित सभी प्रकार की शिक्षा से अवगत कराने का कार्य किया जाता है।

BAMS Full Form क्या होता है?

  • BAMS Full Form- “Bachelor Of Ayurvedic Medicine And Surgery
  • BAMS Full Form In Hindi- “बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी

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Ayurvedic Doctor बनने का लाभ क्या है?

जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज के समय में आयुर्वेदिक डॉक्टर की मांग सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ी है ऐसा इसलिए भी है क्योंकि आयुर्वेद चिकित्सक पद्धति के अंतर्गत किसी भी प्रकार का कोई Side Effect नहीं होता है जिस कारण से लोगों को इस पर अत्यधिक विश्वास उत्पन्न होता जा रहा है ऐसे में Ayurvedic Doctor बनने का बहुत सारा लाभ भी है जिसके बारे में हम विस्तार से आपको बताएंगे।

  •  जो भी छात्र BAMS Course को पूरा करके आयुर्वेदिक डॉक्टर की डिग्री हासिल कर लेता है उसे डॉक्टर बनने का Licence प्रदान किया जाता है।
  • वर्तमान समय में Ayurvedic Doctor बनने के लिए कम लोगों का इच्छुक होना सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि जितना काम Compitition होगा उतनी ही ज्यादा सरकारी नौकरी मिलने की संभावना हो सकती है।
  • बीएएमएस कोर्स करके आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के बाद खुद के Experience के आधार पर दवाइयों को बनाया जा सकता है या फिर किसी अच्छी Pharmacy Company के अंतर्गत भी दवाइयों की खोज की जा सकती है जिसके लिए अच्छे पैसे भी प्रदान किए जाते हैं।
  • वर्तमान समय में Ayurvedic Doctor बनने के लिए भारत के साथ-साथ श्रीलंका,नेपाल,बांग्लादेश जैसे देश भी काफी ज्यादा तेजी से उभर कर सामने आए हैं।
  • यदि कोई आयुर्वेदिक डॉक्टर बन चुका है तो वह सरकारी नौकरी के साथ-साथ खुद का Hospital, Clinic भी खोल सकता है जिससे उसकी अच्छी खासी कमाई हो सकती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर (Ayurvedic Doctor) बनने के लिए योग्यता

बहुत से लोग ऐसे हैं जो Ayurvedic Doctor बनना तो चाहते हैं परंतु उससे संबंधित योग्यता के बारे में जानकारी ना होने के कारण वह इस से वंचित रह जाते हैं तो निम्नलिखित हम आपको एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने से संबंधित निर्धारित की गई योग्यता के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

  • यदि कोई छात्र Ayurvedic Doctor बनना चाहता है तो उसकी न्यूनतम आयु 17 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए तभी वह BAMS Course के अंतर्गत Addmission लेने के लिए योग्य माना जाएगा।
  • यदि कोई छात्र BAMS Course के अंतर्गत Admission लेना चाहता है तो उसे किसी मान्यता प्राप्त स्कूल अथवा कॉलेज से अपनी 12वीं की परीक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी जिसका मुख्य सब्जेक्ट Biology होना चाहिए।
  • आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने हेतु छात्र को अपनी 12वीं कक्षा को न्यूनतम 50% अंकों के साथ पास करना अनिवार्य होगा।
BAMS Course की अवधि कितनी होती है?

यदि Ayurvedic Doctor बनने के लिए बीएएमएस कोर्स की अवधि की बात की जाए तो यह साढ़े 5 साल यानी 5 साल 6 महीने तक की होती है जिसमें 1 साल का इंटरशिप भी निर्धारित किया जाता है जिसमें आपको पूरे कोर्स की पढ़ाई के बाद किसी अस्पताल में 1 साल के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर के तौर पर ट्रेनिंग प्रदान की जाती है ऐसे में Training को पूरा करने के बाद ही आपको एक बेहतर कैरियर विकल्प के रूप में डॉक्टर के तौर पर किसी अस्पताल में नियुक्ति प्रदान की जाती है।

Ayurvedic Doctor कैसे बनते है?

यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको 12वीं की परीक्षा के बाद ही इसके लिए Apply करना होगा ऐसे में भारत के किसी अच्छे Medical College में BAMS Course में Admission लेने के लिए Entrance Exam देने की आवश्यकता पड़ती है जिसमें NEET सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है और यदि आपके द्वारा अच्छा अंक लाया जाता है तो Merit के आधार पर आपको एक बेहतर कॉलेज प्रदान किया जा सकता है।

BAMS Course Entrance Exam List

भारत के अंतर्गत बहुत सी ऐसी सरकारी संस्थाएं हैं जिनके माध्यम से बीएएमएस कोर्स हेतु Admission लेने के लिए Entrance Exam कराए जाते हैं जिसके अंतर्गत हम आपको उन सभी एंट्रेंस एग्जाम की सूची को प्रदर्शित करने जा रहे हैं।

  • NEET
  • National Institute of Ayurved Entrance Exam
  • Common Entrance Test(CET), Karnataka
  • Kerala State Entrance Exam
  • UK PG Medical Entrance Exam For Ayurvedic
  • Ayush Entrance Exam

BAMS Course(Ayurvedic Doctor बनने हेतु) की फीस कितनी है?

यदि कोई छात्र अपनी 12वीं की परीक्षा उपयोग कर चुका है और आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए बीएएमएस कोर्स के अंतर्गत दाखिला हेतु Entrance Exam को पास कर चुका है तो ऐसे में उसकी सबसे पहली जो दुविधा होती है वह Fees Structure को लेकर होती है जिसमें सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में अलग-अलग निर्धारित की जाती है ऐसे में यदि देखा जाए तो बीएएमएस कोर्स की जो औसतन फीस होती है वाह ₹50000 से लेकर ₹200000 वार्षिक मानी जाती है जिसमें यदि आप किसी अच्छे सरकारी कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो वहां आपको कम से कम फीस देनी पढ़ सकती है परंतु प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस दोगुनी या तीन गुनी हो जाती है।

Ayurvedic Doctor हेतु करियर स्कोप क्या है?

यदि आपके द्वारा BAMS Course को पूरा कर लिया जाता है तो ऐसे में आपके पास कैरियर के तौर पर बहुत सारे विकल्प खुलकर आ जाते हैं जिसमें आप सरकारी अस्पतालों में या फिर प्राइवेट अस्पतालों में आयुर्वेदिक डॉक्टर के पद पर तैनाती पा सकते हैं और यदि आप कहीं नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो खुद की क्लीनिक और हॉस्पिटल भी खोल सकते हैं और वर्तमान समय में भारत के साथ ही साथ विदेशों में भी Ayurvedic Doctor की काफी ज्यादा मांग देखने को मिलती है तो ऐसे में आप विदेशों में भी जाकर एक बेहतर Career Scop की तलाश कर सकते हैं।

Ayurvedic Doctor बनने के बाद जॉब कहां मिल सकती है?

  • Government Hospital
  • Private Hospital
  • Educational institution
  • Clinics
  • Ayurvedic Resort
  • Nursing Homes
  • Education Sector
  • Health Care
  • Insurance Sector
  • Pharmacy Sector
  • Life Sciences Sector
Ayurvedic Doctor का वेतनमान कितना होता है?

यदि आप पूर्ण रूप से एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बन जाते हैं तो ऐसे में आप सरकारी अस्पतालों में नियुक्ति प्राप्त करने के बाद शुरुआती दौर में 50000 से ₹200000 तक प्रतिमा सैलरी प्राप्त कर सकते हैं और जबकि प्राइवेट संस्थाओं या अस्पतालों में एक Ayurvedic Doctor की सैलरी 40 से ₹80000 के बीच में निर्धारित की जाती है हालांकि Experience के आधार पर इनकी वेतनमान में बढ़ोतरी भी देखने को मिलती है जिसमें जितना ज्यादा अनुभव आपको प्राप्त होगा आपके वेतनमान में उतनी ही ज्यादा बढ़ोतरी होती जाएगी।

आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)

आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना अनिवार्य होता है?

उत्तर: यदि कोई छात्र आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहता है तो उसके लिए उसे अंडर ग्रैजुएट लेवल का बीएएमएस कोर्स को करना जरूरी होता है जो कि साढे 5 साल की अवधि का होता है जिसे करने के बाद ही वह पूर्ण रूप से एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के योग्य माना जाएगा।

वर्तमान समय में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने का कैरियर स्कोप क्या है?

उत्तर:यदि आज के समय में आयुर्वेदिक डॉक्टर के कैरियर जिसको की बात की जाए तो यह सबसे ज्यादा विश्वसनीय चिकित्सक पद्धति मानी जाती है जिस पर ज्यादातर लोगों का भरोसा देखने को मिलता है और ऐसे में यदि कोई छात्र आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहता है तो वह बीएएमएस कोर्स को पूरा करके किसी भी सरकारी अथवा गैर सरकारी अस्पताल में आयुर्वेदिक डॉक्टर के तौर पर नियुक्ति प्राप्त कर सकता है।

बीएएमएस कोर्स को करने के लिए कौन सी योग्यता निर्धारित की गई है?

उत्तर:सबसे पहले छात्र को अपनी 12वीं की परीक्षा बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ न्यूनतम 50 से 2 अंकों को प्राप्त करके उत्तर करनी होगी जिसके बाद ही उसे NEET या फिर अन्य एंट्रेंस एग्जाम को क्वालीफाई करके BAMS Course के अंतर्गत दाखिला लेना होगा तब जाकर वह आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के योग्य माना जाएगा।

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