ग्राम रोजगार सेवक कैसे बने- Gram Rojgar Sevak (GRS) क्या होता है जाने सैलरी, योग्यता

Gram Rojgar Sevak Kya Hota Hai और ग्राम रोजगार सेवक कैसे बने एवं बनने का तरीका क्या है व जाने सैलरी, योग्यता व आयु सीमा हिंदी में

किसी भी ग्रामीण क्षेत्रों विकास जैसी सुविधाओं को पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा ग्राम विकास विभाग का निर्माण किया जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गांव को विकास की तर्ज पर आगे किया जा सके उन्हें ग्राम विकास विभाग के द्वारा जितनी भी सुविधाएं या फिर सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जो कार्यपालिका का निर्माण किया जाता है उनको गांव तक पहुंचाने के लिए तथा गांव के लोगों को प्रतिष्ठित बनाने के लिए ग्राम रोजगार सेवक(GRS) का पद नियुक्ति के आधार पर शुरू किया गया।आप लोग में से कुछ लोग ग्राम रोजगार सेवक पहली बार सुने होंगे तो आज इस आर्टिकल के माध्यम से Gram Rojgar Sevak क्या होता है इसकी Eligibility,Salary तथा यह कैसे बनते हैं यह सभी जानकारी आपको भली-भांति दी जाएगी।

Gram Rojgar Sevak (GRS) Kya Hota Hai?

ग्राम रोजगार सेवक(GRS) ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना के संचालन में सहयोग देने के लिए एक पद होता है जिसकी नियुक्तियां भर्तियों द्वारा की जाती है यह एक प्रकार का संविदा पद होता है जो ग्राम विकास विभाग के अंतर्गत कार्य करता है या भारत के कई राज्यों में ग्राम स्तर पर कार्य होते हैं इनका विशेष कार्य मनरेगा से संबंधित किसी भी कार्य या योजना से लोगों को जोड़ना तथा उनसे संबंधित किसी भी प्रकार की व्यवस्था को दुरुस्त करना होता है इसमें मुख्य रूप से आंगनबाड़ी संविदा जैसे पदों में गांव के युवाओं को जोड़ा जा सके तथा उन्हें प्रतिष्ठित बनाकर एक रोजगार मुहैया कराया जा सके। ये भर्ती परीक्षा के द्वारा नियुक्त होने वाला पद होता है तथा इसकी भर्ती ग्राम विकास विभाग की ऑफिशियल पोर्टल पर विज्ञापन जारी होने पर की जाती है जोकि स्थानीय स्तर पर भरा जाता है।

Gram Rojgar Sevak Kya Hota Hai
Gram Rojgar Sevak

यह भी पढ़े: ग्रामीण डाक सेवक क्या है 

रोजगार सेवक किस तरह बने?

जैसा कि उपरोक्त आपको बताया गया कि रोजगार सेवक एक प्रकार का संविदा का पद होता है जो कि ग्राम विकास विभाग द्वारा भर्ती किया जाता है यदि आप इच्छुक हुए रोजगार सेवक बनने के लिए तो आपको सबसे पहले ग्राम विकास विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा तथा सबसे विशेष बात यह है कि इसकी जो पात्रता निर्धारित की गई है उसमें आपको अपनी योग्यता साबित करनी होगी वर्तमान समय की बात की जाए तो राज्य सरकार द्वारा रोजगार सेवक पद के लिए समय-समय पर भर्तियां निकाली जाती है जो कि एक निश्चित प्रकार की चयन प्रक्रिया के द्वारा होती है निम्नलिखित आपको रोजगार सेवक बनने की योग्यताएं बताई जा रही है:

1.शैक्षणिक योग्यता(Educational Eligibility)

यदि ग्राम रोजगार सेवक बनने के लिए शैक्षिक योग्यता की बात की जाए तो आपको किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल अथवा कॉलेज से 12वीं अथवा इंटरमीडिएट धारक होना अनिवार्य है इसके साथ ही साथ आपको O’Level कंप्यूटर कोर्स का सर्टिफिकेट जो कि NIELIT संस्था द्वारा जारी किया हो, यह भी आवश्यक माना गया है।

2.आयु सीमा(Age Limit)

किसी भी सरकारी भर्ती हेतु जिस तरह से आयु सीमा निर्धारित की जाती है ठीक उसी प्रकार ग्राम रोजगार सेवक(GRS)पद के लिए कुछ आयु निर्धारित की गई है जो कि न्यूनतम 18 से लेकर अधिकतम 40 वर्ष तक के आवेदन करता इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं उसके साथ ही साथ जन्मतिथि विवरण के लिए हाई स्कूल की मार्कशीट को आधार माना गया है तथा इस में प्रयुक्त होने वाले आरक्षण का जो प्रावधान है वह भी दिया जाएगा

3.चयन प्रक्रिया

रोजगार सेवक बनने के लिए आपकी योग्यता के आधार पर एक लिखित परीक्षा कराई जाएगी तथा उसके बाद एक सामान्य साक्षात्कार भी होगा जिसमें आप से जुड़ी जानकारियों का विवरण मांगा जाएगा। ग्राम संबंधित व्यवस्था आदि से कुछ प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं।

रोजगार सेवक का वेतनमान

यदि वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो ग्राम रोजगार सेवक की संख्या लगभग 36000 है और उन्हें वेतनमान के रूप में लगभग ₹7000 दिए जाते हैं परंतु राज्य सरकार इनमें समय-समय पर बढ़ोतरी करती रहती है जिससे इनके वेतनमान में और भी इजाफा हो जाता है।

रोजगार सेवक का कार्य

यदि ग्राम रोजगार सेवक(GRS) के कार्य की बात की जाए तो यह काफी जिम्मेदारी भरा कार्य होता है इन्हीं के द्वारा ग्राम के अन्य युवाओं को नौकरी पाने का अवसर मिलता है या ग्राम विकास के अंतर्गत आने वाली नौकरियों से युवाओं को जोड़ते हैं तथा ग्राम के प्रति हमेशा निष्ठा से कार्य भी करते हैं इनके द्वारा कुछ कार्यों को निम्नलिखित बताया गया है:

  • मनरेगा योजना के अंतर्गत गांव के युवाओं का जॉब कार्ड बनवाने का कार्य विशेष रूप से रोजगार सेवक का ही होता है
  • मनरेगा में कार्य कर रहे ग्रामीणों की हाजिरी लगाना भी इन्हीं का काम होता है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में निम्न स्तर तक सर्वे करके रोजगार के लिए रोजगार रजिस्टर तैयार करना ग्राम रोजगार सेवक का ही कार्य होता है।
  • मनरेगा में कार्यरत जो ग्रामीण होते हैं उनकी दिहाड़ी का विवरण तैयार करना जिसे मास्टर रोल कहते हैं इन्हीं के द्वारा किया जाता है

निष्कर्ष: Conclusion

उपरोक्त Article के द्वारा आपको ग्राम रोजगार सेवक(GRS) के पद की विस्तृत जानकारी दी गई है तथा इसके कार्य भी बताए गए हैं उपरोक्त जानकारी के आधार पर यदि आप भी ग्राम रोजगार सेवक बनना चाहते हैं तो समय-समय पर ग्राम विकास विभाग की वेबसाइट कुछ चेक करते रहें तथा आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे शेयर करें।

Leave a comment