एमएनपी क्या है और MNP फुल फॉर्म क्या होती है एवं Mobile Number Port कैसे करें व सिम पोर्ट कराने की प्रक्रिया क्या है जाने हिंदी में
अपने सिम कार्ड से बहुत से लोग परेशान हो जाते हैं और उसको चेंज करना चाहते हैं। पर उनका नंबर इतना पुराना होता है कि वह सभी लोगों के पास उनका वही नंबर होता है। नंबर बदल जाने के डर से वे वे लोग नंबर बदलने को काफी कठिन काम समझते हैं। पर दोस्तों क्या आपको पता है कि हम मोबाइल नंबर बिना चेंज करवाएं अपना ऑपरेटर बदल सकते हैं। अगर नहीं तो आज आप बिल्कुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं। क्योंकि आज हम आपको जानकारी देंगे के बिना नंबर बदले आप अपना MNP कैसे करवा सकते हैं? क्या आपको भी सिम कार्ड पोर्ट करवाना है? अगर हां तो आइए हम आपको बताते हैं कि सिम कार्ड को पोर्ट कैसे करवाया जाता है?
Mobile Number Port (MNP) क्या होता है?
बिना नंबर बदले अपना नंबर किसी दूसरे ऑपरेटर में चेंज करवाने को ही एमएनपी कहते है। एनएनपी की फुलफॉर्म मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) होता है। अगर आप आइडिया ऑपरेटर इस्तेमाल कर रहे हैं और आपको किसी वजह से इसे बदलने की जरूरत पड़ रही है तो आप इससे अपने मनचाहे ऑपरेटर में बिना अपना नंबर बदले कर सकते हैं। यह सुविधा अब भारत में हर जगह फैली हुई हैं इसलिए आप किसी भी स्टेट से हो आप इस सेवा का लाभ प्राप्त कर सकते है। आप कहीं से भी अपना नंबर पोर्ट करवा सकते हैं। इसकी स्थापना 25 सितंबर 2010 में हुई थी और यह धीरे-धीरे पूरे भारत में लागू कर दी गई हैं। इससे लोगो को काफी फायदे हुए हैं और आपको अपना नंबर बदलने की जरूरत नहीं है।
आप अपना भी नंबर बिना बदले ही ऑपरेटर चेंज कर सकते हैं। मान लीजिए अगर आप वोडाफोन कनेक्शन उपयोग करते हैं और आप किसी वजह से एयरटेल में जाना चाहते हैं तो अपना मोबाइल नंबर चेंज किए बिना ही वोडाफोन ऑपरेटर से एयरटेल ऑपरेटर में आ सकते हैं इसी प्रक्रिया को एमएनपी कहते है।
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एमएनपी केसे कराएं
सबसे पहले नंबर पोर्ट करवाते समय लगने वाले जरूरी दस्तावेज की बात कर लेते हैं क्यूंकि पहले लोगों को नंबर पोर्ट करवाने के लिए ढेर सारा पेपर वर्क करना पड़ता था जैसे एड्रेस प्रूफ और आईडी प्रूफ लेकर जाना पड़ता था और पहले इस काम की प्रोसेस को पूरा होने में 3 से 4 दिनों का समय लग जाया करता था।लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं है। आधार कार्ड के आ जाने से इस प्रक्रिया को बहुत ही आसान कर दिया गया है। अब सिर्फ आपको यूपीसी और अपना आधार लेकर जाना होता है जिसके बाद सिर्फ 24 घंटे या उससे कम समय में ही आपका नंबर पर ही आसानी से पोर्ट हो जाता है। लेकिन आपकी बात करें तो कुछ ही घंटों में यह प्रक्रिया बड़ी आसानी से सफलतापूर्वक पूरी हो जाती हैं।
नंबर पोर्ट करने में कितना समय लगता है
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) प्रक्रिया को पहले के मुकाबले लोगों के लिए सबसे ज्यादा तेज और सरल कर दिया गया है। 16 दिसंबर से मोबाइल नंबर पोर्ट कराने में ज्यादा से ज्यादा 5 दिन का समय लगेगा क्योंकि पहले इस प्रक्रिया को पूरा होने में कम से कम 15 दिन का समय लगता था। टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जो नए दिशा निर्देश जारी किए हैं इसके मुताबिक नंबर पोर्ट करने के लिए यूनीक पोर्टिंग कोड जेनरेट करने की जरूरत पड़ेगी और उनमें सबसे ज्यादा खास बात इस में लगने वाला समय ही है। जम्मू-कश्मीर, असम और नॉर्थ ईस्ट के इलाकों में इस प्रक्रिया को पूरा होने में 15 दिन का ही समय लगेगा। नंबर पोर्ट के लिए आवेदन करने में यूजर को 6.46 रुपये का भुगतान करना होगा।
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एमएनपी के लाभ
- अगर आप पोस्टपेड इस्तेमाल करते हैं तो उसे प्रीपेड में भी पोस्ट करा सकते हैं।
- मोबाइल नंबर को सीडीएमए से जीएसएम में भी बदल सकते है।
- अगर आप शहर बदल रहे है तो आपको अपना नंबर नहीं बदलना पड़ेगा आप हमेशा एक ही नंबर का उपयोग कर सकते है।
- आप देश के किसी भी जगह पर जाए आप आसानी से अपना नंबर पोर्ट करा सकते है।
- MNP प्रक्रिया बहुत ही आसानी से कुछ ही घंटों में पूरी हो जाती है पहले इस प्रक्रिया में 3 से 4 दिनों का समय लगता था।
- किसी भी स्टेट में शिफ्ट होने के लिए आपको अपना नंबर बदलने की आवश्यकता नहीं होगी।
- पोस्टपेड वालो के लिए यह प्रक्रिया बहुत ही सरल है और बड़ी ही आसानी से घर बैठे उन्हें यह सुविधा प्राप्त हो जाती है।
MNP करवाने के लिए ध्यान देने योग्य बातें
- जिस सिम को आपने पोर्ट करवाना होता है वह कम से कम दो-तीन महीने पुराना हो तभी आपका सिम पोर्ट होगा। अगर आपका एक महीने पहले का सिम है तो वह पोर्ट नहीं हो पाएगा।
- अगर आपका सिम पोस्टपेड है तो उसमें ध्यान रखिए कि आपका कोई भी बिल पेंडिंग ना हो अगर आपका कोई बिल भरा हुआ नहीं हुआ तो आपका नंबर बंद हो सकता है।
- यूपीसी कोड जनरेट करने के बाद अगर आपने उसका उपयोग नहीं किया तो वह खारिज हो सकता है। इसलिए आपको वह एक बार उपयोग में लाना ही है।
- आपके पुराने सिम में जो भी सर्विस चल रही है अगर उसमें कोई प्लान है या बैलेंस है तो वह आपको पोर्ट करवाने के बाद प्राप्त नहीं होता।
MNP कराने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
एमएनपी कराने की प्रक्रिया
- जिस सिम को आपको पोर्ट करवाना है। उस नंबर से आपको एक टेक्स्ट मैसेज भेजना है। टेक्स्ट मैसेज मैं आपको PORT लिखकर अपना नंबर टाइप करना है और उस को 1900 पर भेजना है।
- आपका मैसेज कुछ इस प्रकार होना चाहिए।
- PORT <MOBILE NUMBER> लिखकर 1900 पर भेज दे।
- इस मैसेज को भेजने के कुछ समय बाद आपको एक मैसेज मिलेगा जिसमें होगा आपका UPC (Unique Porting Code).
- इसके बाद आपको अपना नेटवर्क जैसे भी प्रोवाइडर में कन्वर्ट करवाना है उस सर्विस सेंटर जाकर आपको यूपीसी कोड देना है।
- उस सर्विस सेंटर में आपको एक फॉर्म मिलेगा उसको आपको सही से भरना है। उसके साथ अपनी आईडी एड्रेस प्रूफ देकर फॉर्म को भरना है।
- वहां से फिर आपको एक सिम मिलेगा और कहा जाएगा कि कुछ दिन में यह सिम एक्टिवेट हो जाएगा। आपको उसे फोन में डाल कर रखना है।
- जैसे ही आपके सिम मे नेटवर्क आने लगे उसके बाद आपको एक बार कस्टमर केयर पर कॉल करनी है और कस्टमर केयर पर कॉल करने के बाद वेरिफिकेशन के लिए अपना आईडी डिटेल दें और आपका सिम ऐसे फुल्ली एक्टिवेट हो जाएगा।
सिम पोर्ट कराने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको सिम पोर्ट कराने के लिए आपको एक उसी नंबर से मैसेज भेजना है जिससे आपको कैपिटल लेटर में टाइप करना है पोर्ट और फिर स्पेस देकर आपको अपना फोन नंबर टाइप करना है जिसे आप पोर्ट करना चाहते हैं फिर उसके बाद 1900 सेंड करना है।
- Port<space> mobile number और 1900 पर सेंड कर दे।
- इस मैसेज को भेजने के बाद आपको कुछ समय बाद एक मैसेज प्राप्त होगा जिसमें आपको अपना नंबर पोर्ट करने का यूपीसी मतलब यूनिक वोटिंग कोड मिलेगा।
- इसके बाद आपको जिस भी नेटवर्क प्रोवाइडर में अपना सिम पोर्ट करवाना है उसके सर्विस सेंटर में विजिट करें और वहां पर आपको मिला हुआ यूपीसी देना है।
- यहां पर आपको एक एमएनपी का एक फॉर्म मिलेगा जिसमें आप को ध्यान पूर्वक सभी जानकारियां भरने हैं।आप जिस सिम नंबर को पोर्ट करवाना चाहते हैं उसको सही से देखकर भरकर उनके द्वारा मांगी गई जरूरी आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ को देना है और फॉर्म जमा करना है।
- उसके बाद आपको एक नया सिम दिया जाएगा और कहां जाएगा आपका सिम कुछ समय में एक्टिवेट हो जाएगा जिसे आपको अपने फोन में डाल कर रखना है।
- अगर आपका नंबर पोस्टपेड में है तो आपको अपना नंबर पोर्ट कराना और भी आसान हो जाएगा। जिसमें आपको सिर्फ जिस भी नेटवर्क प्रोवाइडर ने अपना सिम पोर्ट करवाना है उसके सर्विस सेंटर में सिर्फ कॉल करके आपको आया यूनिक पॉर्टिंग कोड को बताना है जिसके बाद आपका काम हो जाएगा और आपको नया सिम आपके घर पर ही प्राप्त हो जाएगा।
- जैसे ही आपके फोन में नेटवर्क आने लगे उसके बाद आपको एक बार कस्टमर केयर को कॉल करके अपना आईडी का डिटेल्स वेरिफिकेशन के लिए बतानी है। जिसके बाद आपका नंबर एक्टिवेट हो जाएगा।
Conclusion
उम्मीद करता हूं क्या आपको मेरे आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा के एमएनपी क्या होता है और अपने मोबाइल को पोर्ट कैसे करवाया जाता है जो ऊपर बताया आपको वही प्रक्रिया निभानी है। अगर आपको अपना मोबाइल नंबर पोर्ट करवाना है तो।