What Is European Union और यूरोपीय संघ में कितने देश है एवं यूरोपियन यूनियन का मुख्यालय कहां है व इसके भाग तथा मुद्रा क्या है
दी तू युद्ध के समापन के बाद यूरोपीय देशों को यह लगने लगा कि वाह अमेरिका और रूस के मुकाबले कमजोर हैं जिससे जय दोनों ही देश जब चाहे हमें अलग-थलग कर सकते हैं इन्हीं कारणों को देखते हुए उस समय 1951 में 6 देशों के समूह ने मिलकर 11 संघ का निर्माण किया जिससे यूरोपियन यूनियन कहा जाता है उस समय जर्मनी फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम और लक्समबर्ग उन 6 देशों की लिस्ट में सम्मिलित हैं आज हम उसी यूरोपियन यूनियन के बारे में विस्तृत जानकारी आप तक पहुंचाने का कार्य करेंगे तथा उन में सम्मिलित देशों एवं European Union इतिहास के बारे में भी चर्चा करेंगे यदि आप इन सभी जानकारियों को विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख के अंत तक हम से जुड़े रहिए।
What Is European Union
जैसा कि आपको बताया गया कि यूरोपियन यूनियन की शुरुआत 1991 में 6 देशों के द्वारा मिलकर की गई थी जिसमें मुख्य रुप से जर्मनी फ्रांस इटली आदि ने हिस्सा लिया था इनका मुख्य उद्देश्य था कि इस संघ में सम्मिलित सभी देश आपस में आर्थिक एवं सामाजिक रूप से एक दूसरे की मदद करेंगे तथा व्यापार को बढ़ावा देंगे एवं आयात निर्यात में एक दूसरे को सहायता प्रदान करेंगे इसके साथ साथ इसके अंतर्गत आने वाले देशों के नागरिक बिना विजय एवं पासपोर्ट के आगमन कर सकेंगे जिससे यूरोपियन देशों में विकास ज्यादा होगा तथा या अमरीका एवं रूस के मुकाबले अपनी स्थिति मजबूत करेंगे। इस संघ की स्थापना पेरिस संधि के दौरान हुई थी तथा इसका पूरा नाम यूरोपियन कोल एंड स्टील कम्युनिटी (European Coal and Steel Community) था जो कि बाद में बदलकर European Union रख दिया गया।
यूरोपियन यूनियन का उद्देश:
शुरुआती दौर में जब यूरोपियन यूनियन का गठन किया गया था तो तभी यह एक संधि हुई थी सभी देशों के बीच जो यूरोपियन संघ का हिस्सा थे की जब भी समूह में शामिल किसी भी देश को आर्थिक समाजिक मदद की जरूरत पड़ेगी तो बाकी सभी देश मिलकर उसे सहायता प्रदान करेंगे तथा इस संगठन की एक सबसे खास बात यह थी कि यह आपस में ही व्यापार जगत को बढ़ावा देंगे |
आयात निर्यात का कार्य सुचारु रुप से चालू रखे रहेंगे जिससे समूह में सम्मिलित देशों में विकास तेजी से होगा इसी उद्देश को देखते हुए बाद में 1973 में ब्रिटेन डेनमार्क तथा आयरलैंड ने भी इस समूह के सदस्यता ले ली और धीरे-धीरे यह सदस्यता बढ़ती गई जैसा कि आज के समय में आप देख रहे हैं कि यूरोपियन देश जो है वह निरंतर विकास के रास्ते पर चल रहे हैं तथा विकसित देशों में गिने जाते हैं जोकि इन का मुख्य उद्देश्य था।
European Union Member:
European union की नीतियों से प्रभावित होकर बहुत से यूरोपियन देशों ने इस संगठन में हिस्सा लिया जिससे यूरोप में इस समूह ने अपना अलग रुतबा कायम कर लिया यही कारण था कि इसकी नीतियों से प्रभावित होकर बहुत से यूरोपीय देशों ने साल 2020 तक 28 देशों ने इसकी सदस्यता ले ली परंतु हाल ही में 2020 की शुरुवात में ब्रिटेन ने यूरोपियन यूनियन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया जो कि वर्तमान में इसके सदस्य देशों की संख्या 27 हो चुकी है जो कि हम निम्नलिखित आपको बता रहे हैं।
- Germany
- Denmark
- Luxembourg
- Belgium
- Ireland
- France
- Italy
- Netherland
- Portugal
- Greece
- Spain
- Finland
- Sweden
- Austria
- Sypres
- Latvia
- Czech Republic
- Poland
- Astonia
- Hungary
- Croatia
- Lithuania
- Romania
- Malta
- Slovakia
- Slovenia
- Bulgaria
यूरोपियन यूनियन के भाग:
जैसा कि आपको बताते चलें कि यूरोपियन यूनियन जो है वह कई भागों के साथ मिलकर कार्य करती है तथा इसके साथ-साथ इनकी अलग अपनी खुद की संसद है जिसमें सभी देशों के प्रतिनिधि बैठते हैं तथा उन में बनाए गए कानूनों के बारे में चर्चा करते हैं निम्नलिखित हम यूरोपियन यूनियन के जो भाग हैं उनके बारे में बताने जा रहे हैं।
1.यूरोपियन परिषद
European Union का सबसे महत्वपूर्ण एवं मजबूत भाग जो है वह यूरोपियन परिषद का होता है जोकि यूरोपियन समूह के अंतर्गत कानून बनाना तथा उन्हें व्यवस्थित तौर पर लागू कराना यह सभी कार्य होते हैं इसमें प्रत्येक तिमाही पर बैठक की जाती है जिसमें समूह के अंतर्गत आने वाले देशों के प्रतिनिधि तो बैठते हैं तथा उसके साथ-साथ उन देशों की सुरक्षा का जिम्मा भी यूरोपियन परिषद के अंतर्गत ही आता है विश्व में यूरोप के लिए जो भी राजनीतिक तौर पर फैसले लिए जाते हैं वह यूरोपियन परिषद के द्वारा ही लिए जाते हैं इसका एक अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है जो कि प्रत्येक छः माह बाद बदला जाता है इसका मतलब क्या हुआ कि जो कार्यकाल अध्यक्ष का होता है वह सिर्फ 6 माह का ही होता है।
2. यूरोपियन आयोग
यूरोपियन समूह के अंतर्गत जो भी कार्य जमीनी स्तर पर किए जाते हैं उसकी समीक्षा करने का भी कार्य जो होता है वह यूरोपियन आयोग के पास होता है तथा इसमें जो सदस्य होते हैं वह अपने अपने देशों के कमिश्नर के तौर पर नियुक्त किए जाते हैं तथा अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं यूरोपीय आयोग का जो भी अध्यक्ष एवं प्रतिनिधित्व होता है वह पूर्णता यूरोपियन परिषद के द्वारा ही निर्धारित किया जाता है तथा उसके साथ-साथ यूरोपीय संसद जिसमें सभी देशों के प्रतिनिधित्व सम्मिलित होते हैं उनकी रजामंदी लेना अनिवार्य होता है जिसके बाद ही किसी अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है।
3. यूरोपीय संसद
यह यूरोपियन समूह में सम्मिलित सभी देशों के 785 सदस्यों के साथ सम्मिलित एक संसद होती है जोकि विदेशी मामले तथा उसके साथ साथ जो भी विश्व में महत्वपूर्ण मामले होते हैं उन पर विचार विमर्श करना तथा उसे सही तरीके से व्यवस्थित करने का कार्य सौंपा जाता है इसमें एक अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष नियुक्त किया जाता है तथा दोनों का ही कार्यकाल भाई वर्ष का निर्धारित किया गया है एवं इसने बैठने वाले सदस्यों को नियुक्त करने का तरीका यह है कि वह अपने देश में हुए चुनाव में जनता के द्वारा चुने जाने के बाद निर्धारित किया जाता है।