योगासन के नाम चित्र सहित | Yoga Asanas Names with Pictures in Hindi

Yoga Asanas Kya Hota Hai और योगासन के नाम क्या क्या होते है एवं यह कितने प्रकार के होते है व इसके लाभ क्या क्या है जाने Yoga Asanas Names with Pictures in Hindi

प्रत्येक वर्ष 21 जून के मौके पर विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है हालांकि यदि भारत में देखा जाए तो माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को देश में शुरू करने का पूरा श्रेय दिया जाता है और योग का हमारे दैनिक जीवन में कितना महत्वपूर्ण योगदान है या हर कोई जानता है और जब डॉक्टर के पास भी जाते हैं किसी बीमारी के कारण तो वहां पर भी योग करने के लिए ही बताया जाता है परंतु बहुत से लोगों को Yoga Asanas करना तो आता है परंतु कौन सा योग कर रहे हैं उसके बारे में जानकारी नहीं होती तो इसके बारे में आज इस लेख में हम आपको सभी Yoga Asanas Names के बारे में विस्तार से बताएंगे कि Yoga Asanas कितने प्रकार के और कितने होते हैं।

Yoga Asanas (Poses) क्या है?

यदि योगासन का मतलब समझे सीधे शब्दों में तो यह शक्ति और अवस्था को दर्शाता है और यह दो शब्दों के मेल से बना है इसमें पहले योग और दूसरा आसान होता है और योग का मतलब देखा जाए तो वह समाधि होता है और आसान का सीधा अर्थ शारीरिक अवस्था से ही जोड़कर देखा जाता है जिसके अंतर्गत अपने शरीर की क्षमता के अनुसार आसान अवस्था में योग किया जाता है हालांकि Yoga Asanas कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं और कई अलग-अलग नाम से भी जाने जाते हैं परंतु कौन सा योगासन किस कार्य में आता है आज इस लेख के बारे में हम आपको बताएंगे।

योगासन के नाम चित्र सहित
Yoga Asanas

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योगासन की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी,नाम चित्र सहित

यदि हम अपने प्राचीन ग्रंथो को पढ़ेंगे तो उसमें 84 प्रकार के Yoga Asanas के बारे में बड़ा विस्तार से बताया गया है हालांकि अलग-अलग ग्रंथों में इनकी संख्याओं को अलग-अलग दर्शाया गया है लेकिन गौरक्ष नामक ग्रंथ में 84 तो वही हठरत्नावली में इसे 52 प्रकार का बताया गया है लेकिन आज इस लेख में हम आपको उन सभी Yoga Asanas Names बताने का प्रयास करेंगे जो दैनिक दिनचर्या में ज्यादातर इस्तेमाल किए जाते हैं।

कुछ महत्वपूर्ण योगासन के नाम और चित्र

अब हम आपको निम्नलिखित विस्तार से कुछ महत्वपूर्ण Yoga Asanas Names और उनके बारे में बताने जा रहे हैं।

अधोमुख श्वानासन

अधोमुखी श्वानासन के माध्यम से शरीर के अंदर पाचन तंत्र बेहतर तरीके से संचालित होता है और मानसिक चिताओं को दूर किया जा सकता है और इसे निरंतर करने से शरीर के रक्त प्रवाह भी अच्छे तरीके से संचालित होते हैं और पेट की मांसपेशियों और हाथ पैर की मांसपेशियों को भी मजबूती प्राप्त होती है इसे प्राय सुबह के समय करना फायदेमंद होता है।

पर्श्वोत्तनासन

इस योगासन को करने से हमारे पैर मजबूत होते हैं और मां को भी शांति मिलती है और पाचन शक्ति भी बेहतर तरीके से कार्य कर पाती है और इसे निरंतर करने से ऋण की हड्डियों में भी स्ट्रेचिंग मिलती है जिससे शरीर थकान महसूस नहीं कर पाता।

अधोमुख वृक्षासन

इस Yoga Asanas का कार्य दिमाग में खून की रफ्तार को तेज करने के लिए किया जाता है जिससे हमारा मन भी एकाग्र रहता है और दिमागी टेंशन को भी दूर किया जा सकता है और निरंतर इसे करने से पाचन शक्ति भी बेहतर तरीके से संचालित होती है और मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है और धीरे-धीरे सीने में भी चौड़ापन देखने को मिलता है।

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आकर्ण धनुरासन

इस योगासन के माध्यम से हम अपने कमर और कंधे की मांसपेशियों को मजबूत बना सकते हैं और पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को बेहतर तरीके से संचालित भी कर सकते हैं हालांकि कब्ज जैसी समस्याओं को भी इसके माध्यम से दूर किया जा सकता है और पेट के रोग में भी एक काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।

पर्वतासन

इस Yoga Asanas को करने से हमारे फेफड़ों में मजबूती प्रदान होती है और खून का प्रवाह भी तेजी से हो पता है और जिस भी व्यक्ति को कमर या गर्दन में दर्द रहता है इसे करने से वह शीघ्र ही सही हो जाता है जिससे कंधों को भी मजबूती मिलती है।

अनन्तासन

इसे निरंतर करने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से संचालित होता है और पैरों की मांसपेशियों को भी मजबूत किया जा सकता है रीड की हड्डी और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी या काफी ज्यादा सहायक होता है।

अंजनेयासन

इस योगासन को निरंतर करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पाचन तंत्र भी सही हो जाता है जिस भी व्यक्ति को मानसिक तौर पर परेशानी है वह इसे निरंतर करने से अपनी चिंता को दूर कर सकता है और पीठ दर्द की समस्या से भी आराम का सकता है।

उत्तान शिशुनासन

दिमागी तौर पर जो भी व्यक्ति उलझन में लिप्त रहता है वह इस योगासन के माध्यम से अपनी टेंशन को कम कर सकता है जिससे शरीर और दिमाग दोनों ही शांत रहते हैं और कंधों को भी फायदा पहुंचता है।

अर्ध चन्द्रासन

शरीर को लालचिला बनाने का कार्य इस Yoga Asanas के माध्यम से किया जाता है और स्त्रियों के लिए या आसान काफी ज्यादा फायदेमंद भी साबित होता है और वात पित्त जैसे दोष को भी दूर करने का कार्य किया जा सकता है।

अष्टांग नमस्कार

इस आसन को लगातार करने से पेट की चर्बी को घटाया जा सकता है और मोटापे को भी कम किया जा सकता है इसके माध्यम से पूरे शरीर को लचीला भी बनाया जा सकता है जिससे हाथों को भी मजबूती प्राप्त होती है।

अग्निस्तंभासन

जिस भी व्यक्ति को सांस की समस्या है या फिर थोड़ा दूर चलने पर ही अपने लगता है तो उसे यह योगासन करना चाहिए इससे फेफड़े भी मजबूत होते हैं और कंधे तथा हाथों की मांसपेशियों को भी मजबूती प्राप्त होती है और इसके साथ ही साथ रीड की हड्डियां बेहतर तरीके से कार्य कर पाती हैं।

अष्ट वक्रासन

इस Yoga Asanas को निरंतर करने से चेहरे पर चमक कंधों को मजबूत करने का कार्य और कलाइयां और पैरों को भी मजबूती प्राप्त होती है ज्यादातर महिलाएं इस योगासन के माध्यम से ही अपनी खूबसूरती को बेहतर बनाती हैं।

बद्धकोणासन

जिस भी व्यक्ति को थकान टेंशन और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है वह इस Yoga Asanas के माध्यम से आसानी से इन सभी अपवादों से छुटकारा पा सकता है जिसके माध्यम से बॉडी में रक्त संचार बेहतर तरीके से संचालित हो सकता है।

बकासन

इस योगासन को कौवा आसन के नाम से भी जाना जाता है और इसे निरंतर करने से बॉडी की चर्बी कम की जा सकती है और हाथों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और चेहरे पर भी चमक देखने को मिलती है।

बालासन

यदि किसी व्यक्ति को चिंतन या फिर दिमागी तौर पर वह अस्वस्थ है तो वह इस Yoga Asanas के माध्यम से आसानी से अपनी परेशानियों को दूर कर सकता है और इसे निरंतर करने से छाती और कंधों के दर्द को भी राहत मिलती है और शरीर में खून का प्रभाव भी तेजी से हो पता है।

कुछ महत्वपूर्ण योगासन के नाम की सूची
  • आनंद बालासन
  • भैरवासन
  • भारद्वाज आसन
  • शशांकासन
  • भेकासन
  • भुजंग आसन
  • अश्व संचालनास
  • भुजपीडासन
  • मार्जरी आसन
  • चतुरंग दण्डासन
  • दण्डासन
  • धनुरासन
  • दुर्वासासन
  • गर्भासन
  • गरुडासन
  • गोमुखासन
  • गोरक्षासन
  • हलासन
  • हनुमान आसन
  • जानुशिरासन
  • जठर परिवर्तनासन
  • कपोतासन
  • कर्नापीड़ासन
  • कौंडिण्य आसन
  • क्रौंचासन
  • कुक्कुटासन
  • कूर्मासन
  • लोलासन
  • मकरासन
  • मलासन
  • मंडूकासन
  • मरीच्यासन
  • मत्स्यासन
  • मत्स्येन्द्रासन
  • मयूरासन
  • मुक्तासन
  • नटराज आसन
  • नौकासन
  • पद्मासन
  • परिघासन
  • पार्श्वकोणासन
  • पार्श्वोत्तनासन
  • पाशासन
  • पश्चिमोत्तानासन
  • पिंच मयूरासन
  • प्रसारित पादोत्तानासन
  • राज कपोतासन
  • शलभासन
  • सालंब सर्वांगासन
  • समकोण आसन
  • शवासन
  • उत्थित हस्त पादांगुष्ठासन
  • वज्रासन
  • वसिष्ठासन
  • विपरीत दंडासन
  • विपरीत-करणी मुद्रा
  • विपरीत वीरभद्रासन
  • वीरभद्रासन
  • पवन मुक्तासन
  • वीरासन
  • अर्ध मत्स्येन्द्रासन
  • वृक्षासन
  • बिच्छू मुद्रा
  • अद्वासन
  • योगनिद्रासन
  • अर्ध पिंच मयूरासन
  • व्याघ्रासन
  • हस्त पादासन
  • कुंभकासन
  • सेतुबंध सर्वांग आसन
  • सिद्धासन
  • सिंहासन
  • शीर्षासन
  • सुखासन
  • सुप्त पादांगुष्ठासन
  • सुर्य नमस्कार
  • स्वस्तिक आसन
  • ताड़ आसन
  • टिट्टिभासन
  • त्रिकोणासन
  • त्रिविक्रमासन
  • तुलासन
  • उपविषा कोणासन
  • चक्रासन
  • उर्ध्व मुख श्वानासन
  • उष्ट्रासन
  • उत्कटासन
  • उत्थान आसन
Yoga Asanas Names से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
विश्व में योग दिवस कब मनाया जाता है?

प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर पूरे विश्व भर में मनाया जाता है।

हठरत्नावली और गौरक्ष में योगासन के कितने प्रकार प्रदर्शित किए गए हैं?

हठरत्नावली में 52 प्रकार के योगासन का उल्लेख किया गया है तो वही गौरक्षा में 82 योगासन का उल्लेख है।

अष्टांग नमस्कार योगासन के द्वारा क्या फायदा होता है?

इस योगासन के माध्यम से मोटापे को दूर किया जाता है जिससे चर्बी भी खत्म हो जाती है और शरीर भी लचीला रहता है।

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