BP Kya Hota Hai और बीपी कैसे चेक करे एवं Iski Full Form Kya Hoti Hai व ब्लड प्रेशर नापने के तरीके क्या है जाने सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
आप सभी लोग जानते हैं कि आज के समय में लगभग हर घर में कोई ना कोई ब्लड प्रेशर का मरीज अवश्य ही होता है और बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो अपने ब्लड प्रेशर पर ध्यान ही नहीं देते वो इसलिए क्योंकि उन्हें ब्लड प्रेशर से होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं होती और बहुत से लोग तो डॉक्टर के पास जाकर ब्लड प्रेशर चेक कराने में भी आलस दिखाते हैं। तो चलिए दोस्तों आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से ब्लड प्रेशर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी और इसी के साथ अपने घर पर ब्लड प्रेशर नापने के तरीके के बारे में बताएंगे।
अगर आपके परिवार में कोई ऐसा सदस्य है जो ब्लड प्रेशर का मरीज है और डॉक्टर के पास जाकर ब्लड प्रेशर नहीं कराना चाहता तो आप घर पर ही उनका BP हमारे द्वारा बताए गए तरीकों से चेक कर सकते हैं। आपको हमारी पोस्ट को अंत तक पढ़ना होगा।
ब्लड प्रेशर क्या है?
ब्लड प्रेशर को शॉर्ट फॉर्म में बीपी भी कहा जाता है। अगर किसी का ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है तो वह हाई ब्लड प्रेशर का मरीज कहलाता है और अगर किसी को लो ब्लड प्रेशर की समस्या होती है तो वह लो ब्लड प्रेशर का मरीज कहलाता है। लॉ ओर हाई ब्लड प्रेशर दोनों ही हालातों में बहुत ज्यादा खतरनाक होता है इससे मरीज की जान जाने का खतरा भी होता है। इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल खुद ही रखना होता है इसीलिए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने वाले हैं जिसे फॉलो करके आप अपने ब्लड प्रेशर चेक कर सकते हैं। हम आपको एक ऐसे मोबाइल ऐप के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप आसानी से अपना ब्लड प्रेशर चेक कर सकते हैं इसके अलावा और भी अन्य तरीके हैं घर बैठे बीपी की जांच करने के।
यह भी पढ़े: हाइट (Height ) कैसे बढ़ाये
ब्लड प्रेशर किससे चेक करते हैं?
ब्लड प्रेशर चेक करने के 2 तरीके होते हैं जिसमें से एक तो ऑटोमेटिक होता है और दूसरा मैन्युअल होता है। इन दोनों तरीकों से ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए अलग-अलग मशीनों का उपयोग किया जाता है। ऑटोमेटिक मशीन को ऑटोमेटिक ब्लड प्रेशर मॉनिटर भी कहा जाता है जिसमें बाजू पर बांधने के लिए एक कफ साथ में आता है। इसके अलावा दूसरे तरीके से ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए sphygmomanometer और स्टेथोस्कोप का इस्तेमाल होता है। इन दोनों तरीको से ब्लड प्रेशर चेक करने में जितने लाभ हैं उतने ही नुकसान भी हैं।
ऑटोमैटिक बीपी चेक करने के फायदे तथा नुकसान
- बीपी चेक करने के लिए प्रयोग करना बहुत ही आसान है।
- स्क्रीनिंग करने के लिए अच्छा ऑप्शन मिल जाता है इसके अलावा जो लोग डॉक्टर के पास जाने में आलस दिखाते हैं उनके लिए घरेलू उपयोग में बहुत ही ज्यादा आसान है।
- आप बार-बार ब्लड प्रेशर चेक कर सकते हैं।
- कुछ मशीनें ली गई जानकारी (बीपी स्तर) को भविष्य के लिए सुरक्षित रख सकती हैं।
- कुछ मशीनें बीपी के स्तर के साथ कुछ अन्य जानकारियां भी देती हैं जैसे हार्ट रेट और दिल की धड़कन की जानकारी।
- वही इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें गलती की सबसे ज्यादा संभावना होती है।
- बीपी चेक करने में कंपन महसूस होता है।
- इसी के साथ ज्यादा रखरखाव की आवश्यकता होती है।
यह भी पढ़े: हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) दवा क्या है
sphygmomanometer से बीपी चेक करने के लाभ तथा नुकसान
- बीपी करने के बाद सबसे ज्यादा जल्दी और सटीक नतीजा देता है।
- हाइपरटेंशन की पुष्टि के लिए एक बहुत अच्छा ऑप्शन है।
- इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि कभी-कभी बीपी चेक करने के दौरान नतीजों में गलती दिखा देता है।
- इसके अलावा पारा एक जहरीला पदार्थ होता है जिसके इस्तेमाल के लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है।
sphygmomanometer से घर पर ब्लड प्रेशर चेक करने का तरीका
- ब्लड प्रेशर चेक करने के लिए सबसे पहले मरीज़ के बाएँ हाथ पर BP चेक करने का कफ़ बांधना होता है। कफ़ को इस तरह से बांधा जाना चाहिए की कफ़ का नीचे का हिस्सा कोहनी से ऊपर ख़त्म हो। कफ़ को ऐसे बांधना है की कफ़ पर लगी दोनों नली मरीज़ के हाथ के अंदर की ओर होनी चाहिए।
- अब स्टेथोस्कोप को कान में लगाये और रोगी की कोहनी पर Diaphragm को रखे।
- BP Machine के बॉल के वोल्व घुमाये और टाइट करे। बॉल को दबाते हुए BP Machine के प्रेशर को बढ़ाये। कोहनी में पल्स की आवाज़ जिस प्रेशर पर स्टेथोस्कोप से सुनना बंद हो जाती है उससे 10 अंक ज्यादा तक प्रेशर को बढ़ाये।
- वोल्व को अब ढीला करे और BP Machine के प्रेशर को कम करे।
- BP Machine में पारा के जिस अंक पर पहली बार स्टेथोस्कोप से पल्स की जो आवाज़ सुनाई देगी उसे कहीं पर नोट कर लीजिये। इसे Systolic Blood Pressure कहते है।
- अब धीरे-धीरे वोल्व को घुमाकर ढीला करे और जब पल्स की आवाज़ सुनाई देना बंद हो जाती है उस अंक को नोट करे इसे Diastolic Blood Pressure कहते है।
- आख़िरी में पूरा वोल्व खोल दीजिये और कफ़ को दबाकर पूरी हवा निकाल दीजिये।
मोबाइल ऐप से ब्लड प्रेशर की जांच करे
- सबसे पहले आपको अपने मोबाइल पर इस App BP Finger Scanner Prank को डाउनलोड करना है।
- डाउनलोड करके अब इस एप्प को install कर लीजिये। उसके बाद ऐप ओपन करिए।
- जैसे ही आप एप्प को ओपन करते है तो आपको 2 आप्शन आएँगे। Male और Female के यदि आप Male है तो Male पर क्लिक करे। यदि आप Female है तो Female पर क्लिक करे।
- इसके बाद आपको Scanning करनी है। तो अपने अँगूठे को लगाकर स्कैन करे।
- अब आपके सामने आपका ब्लड प्रेशर शो हो जाएगा। इस तरह से आप अपना ब्लड प्रेशर मोबाइल से ही जांच कर सकते है।
सामान्य ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए ?
वैसे तो हर व्यक्ति का ब्लड प्रेशर सामान्य होना चाहिए। लो ब्लड प्रेशर एवं हाई ब्लड प्रेशर होने से जान का खतरा रहता है। सामान्य रूप से ब्लड प्रेशर120/80 तक होना चाहिए और यह सही रहता है लेकिन अगर ब्लड प्रेशर 140/90 से ज्यादा होता है तो इसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहते है। जिसके कारण नसों में ज्यादा तनाव होता है।139/89 के बीच का ब्लड का दबाव प्री- हाइपरटेंशन कहा जाता है। अब हम आपको आपकी आयु के अनुसार ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए उसके बारे में विस्तार पूर्वक बताने वाले हैं। जिसके लिए आपको आगे की पोस्ट ध्यान पूर्वक पढ़नी है।
1- 15 से 18 की उम्र
पुरुष – 177-77 mmHg
महिला – 120-85 mmHg
2- 19 से 24 की उम्र
पुरुष – 120-79 mmHg
महिला – 120-79 mmHg
3- 25 से 29 की उम्र
पुरुष – 120-80 mmHg
महिला – 120-80 mmHg
4- 30 से 35 की उम्र
पुरुष – 122-81 mmHg
महिला – 123-82 mmHg
5-36 से 39 की उम्र
पुरुष – 123-82 mmHg
महिला – 124-83 mmHg
6- 40 से 45 की उम्र
पुरुष – 124-83 mmHg
महिला – 125-83 mmHg
7- 46 से 49 की उम्र
पुरुष – 126-84 mmHg
महिला – 127-84 mmHg
8- 50 से 55 की उम्र
पुरुष – 128-85 mmHg
महिला – 129-85 mmHg
9- 56 से 59 की उम्र
पुरुष – 131-37 mmHg
महिला – 130-86 mmHg
10- 60 की उम्र से ज्यादा
पुरुष – 135-88 mmHg
महिला – 134-84 mmHg
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
- लगातार सर में दर्द रहने की शिकायत।
- नाक से खून आना।
- पेशाब में खून आना।
- सांस लेने में परेशानी आदि
हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाना चाहिए
- फल और सब्जी का अधिक मात्रा में सेवन करना इसके अलावा सोयाबीन लहसुन प्याज अधिक मात्रा में खाना।
- हाई ब्लड प्रेशर के लोगों को जूस का सेवन करना चाहिए क्योंकि तरबूज में फाइबर और लाइकोपिन होते हैं जो हमारे ह्रदय को हेल्दी रखते हैं। इसके अलावा चुकंदर का उपयोग ज्यादा मात्रा में करना चाहिए क्योंकि चुकंदर से शरीर में ब्लड का सरकुलेशन नॉर्मल होता है और ब्लड प्रेशर में राहत मिलती है।
- दिन में तीन बार अगर मुट्ठी भर किशमिश खाई जाये तो रक्तचाप में कमी होती है।
- दही भी High Blood Pressure से राहत देता है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12 होते है जो High Blood Pressure को कम करते है।
- पानी, ताजा फलो का जूस, सब्जियों का जूस और नारियल पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करे।
हाई ब्लड प्रेशर में क्या अवॉइड करना चाहिए
- हाई ब्लड प्रेशर मरीजों को ज्यादा ऑयली खाना नहीं खाना चाहिए और ज्यादा मसाले वाला खाना भी नहीं खाना चाहिए।
- इसके अलावा अचार का सेवन तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए क्योंकि आचार में बहुत ज़्यादा नमक होता है जो हाई ब्लड प्रेशर में बहुत ज्यादा खतरनाक होता है।
- हाई ब्लड प्रेशर में कॉफी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि कॉफी हाइपरटेंशन को बहुत ज्यादा जल्दी बढ़ा देती है और इसके अलावा आपको एल्कोहल का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
लो ब्लड प्रेशर के लक्षण
- सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 होता है और ब्लड प्रेशर यदि 90 से कम हो जाता है तो उसे लो ब्लड प्रेशर कहते है।
- बीपी कम होने से प्यास अधिक लगती है।
- धुंधला दिखाई देने लगता है।
- शरीर ठंडा पड़ जाता है और पीला पड़ने लगता है।
- सांस तेज चलती है या फिर रुक रुक कर आने लगती हैं।
लॉ ब्लड प्रेशर में क्या खाना चाहिए ?
- जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उन लोगों को स्ट्रांग कॉफी हॉट चॉकलेट का सेवन ज्यादा करना चाहिए इसलिए आपको रोजाना एक कप कॉफी पीनी चाहिए और उसके साथ खाना पीने का भी कुछ न कुछ अवश्य ही लेना चाहिए।
- पानी का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए और हो सके तो पानी में नमक और चीनी मिलाकर पिया उससे लो ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है।
- इसके अलावा आप अपने खाने में कितना नमक लेते हैं उससे थोड़ी सी मात्रा बढ़ा लेनी चाहिए और तुलसी के पत्तों का सेवन भी करना चाहिए।
- रात को 56 बदाम पानी में भिगोकर सुबह पेस्ट बनाकर दूध के साथ लेने से ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है।और इसके अलावा आप रात को भीगी हुई किशमिश भाभी से बात कर सकते हैं।