IMD Kya Hota Hai और इसकी फुल फॉर्म क्या होती है एवं मौसम विभाग के कार्य क्या है व आईएमडी मुख्यालय कहा है जाने हिंदी में
हमारे देश में जितने भी जलवायु परिवर्तन और मौसम से संबंधित जानकारियां जो हमें प्राप्त होती हैं वह सभी जानकारी भारत की एक प्रमुख एजेंसी जोकि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विभाग के द्वारा प्रदान की जाती है ऐसे में इस एजेंसी के द्वारा मौसम विज्ञान प्रवेक्षण,मौसम पूर्वानुमान और भूकंप विज्ञान जैसे कार्य को देखा जाता है जिसके बाद ही हमें आने वाले मौसम के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी प्रदान की जाती है और भारत से लेकर अंटार्कटिका तक सैकड़ों प्रवेक्षण स्टेशन IMD(मौसम विभाग) के द्वारा संचालित किए जाते हैं जिससे हम आगामी मौसम से सचेत हो सके तो इस लेख में हम आपको आज IMD या मौसम विभाग से संबंधित विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे
मौसम विभाग(IMD) क्या है?
देश में जो ऋतु विज्ञान या मौसम विज्ञान के विद्याओं का समेटकर वायुमंडल का अध्ययन करता है वह मौसम विभाग कहलाता है ऐसे में IMD के द्वारा ही मौसम की प्रक्रिया एवं मौसम का पूर्वानुमान अध्ययन किया जाता है जिससे हमें आने वाली ऋतुओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हो पाती है और भारत में मौसम विभाग की स्थापना वर्ष 1844 में पुणे में की गई थी जोकि सन 1875 में पूर्ण आधिकारिक तौर पर इस के नाम में बदलाव करके मौसम सर्वेक्षण अनुसंधान रख दिया गया जिसके वर्तमान समय के महानिदेशक मृतुन्जय महापात्रा है।
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IMD का Full Form क्या है?
यदि मौसम विभाग या IMD के अंग्रेजी फुल फॉर्म की बात करें तो इसे “Indian Meteorological Department” कहा जाता है।जिसे शुद्ध हिंदी में भारत मौसम विज्ञान विभाग के नाम से भी जाना जाता है।
आईएमडी(IMD) या मौसम विभाग का इतिहास क्या है?
वर्ष 1864 में कोलकाता में आए भयंकर चक्रवात के कारण काफी ज्यादा नुकसान देखने को मिला था उसके बाद क्रमशः वर्ष 1866 और 1871 में भी भीषण अकाल पड़ा जिससे बहुत ज्यादा नुकसान देश को उठाना पड़ा था इसके बाद अंग्रेजी सरकार ने मौसम संबंधी विश्लेषण और संग्रहकार को एक ढांचे के अंतर्गत करने का फैसला किया जिसके बाद वर्ष 1875 में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना की गई ऐसे में हेनरी फ्रांसिस ब्लैनफर्ड को इसका प्रथम मौसम विज्ञान संवाददाता नियुक्त किया गया और मई 1889 में सर जॉन एलियट को देश के पहले वेधशालाओं जो की राजधानी कोलकाता में स्थित था उसका महानिदेशक बनाया गया।
मौसम विभाग का मुख्यालय कहा स्थित है?
आजादी से पहले मौसम विभाग का मुख्यालय 1905 में शिमला में स्थापित किया गया था परंतु इसमें बदलाव करके इसे वर्ष 1928 में पुणे में स्थानांतरित कर दिया गया हालांकि वर्तमान समय में देखा जाए तो IMD का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और 27 अप्रैल 1949 को विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अंतर्गत भारतीय मौसम विभाग को स्वतंत्रता के बाद सदस्य के तौर पर जोड़ लिया गया।
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आईएमडी (IMD) या मौसम विज्ञान विभाग का कार्य क्या है?
यदि औपचारिक रूप से देखा जाए तो मौसम विभाग का देश की अर्थव्यवस्था पर काफी गहरा असर देखने को मिलता है क्योंकि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था वहां की जलवायु परिवर्तन पर ज्यादा तौर पर निर्भर करती है इसलिए IMD के द्वारा जलवायु मॉनिटरिंग संशोधन तथा चेतावनी सेवाएं प्रचलित करने का कार्य किया जाता है ऐसे में मानसून ऋतु के दौरान होने वाली भीषण वर्षा की घटनाओं की सटीक जानकारी इससे ज्ञात हो पाती है और वर्तमान समय में आईएमडी मुख्य तौर पर भारत सरकार के अधीन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत मौसम विज्ञान प्रवेक्षणं,मौसम पूर्वानुमान और भूकंप विज्ञान का कार्य बखूबी निभा रही है।
देश में आईएमडी या मौसम विभाग की शाखाएं/संस्थाओं की सूची
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), नई दिल्ली(New Delhi)
- ईएसएसओ-भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान, पुणे(Pune)
- ईएसएसओ-राष्ट्रीय माध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ), नोएडा(Noida)
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन,अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद(Ahmedabad)
- वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद्,चौथा पैराडिगम ससंथान,बैंगलूरू(Bangalore)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, भुवनेश्वर(Bhuvneshwar)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, खड़गपुर(Kharagpur)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, गांधीनगर(Gandhinagar)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, मुंबई(Mumbai)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, नई दिल्ली(New Delhi)
- भारतीय प्रौधोगिक संस्थान, बैंगलूरू(Bangalore)
- आंध्र विश्वविद्यालय(Andhra Pradesh)
- कोचीन विश्वविद्यालय(Kocchi)
- पुणे विश्वविद्यालय(Pune)
- आपदा प्रशमन केंद्र,जैन विश्वविद्यालय, बैंगलोर(Bangalore)
- प्रगत संगणन विकास केंद्र,पुणे(Pune)
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग से संबंधित कुछ सवाल और जवाब(FAQs)
भारत के कोलकाता में वर्ष 1864 में आए भीषण चक्रवात और फिर वर्ष 1867 और 1871 में पड़े अकाल के कारण काफी ज्यादा त्राहि देखने को मिली थी जिसके बाद अंग्रेजी सरकार ने देश में वर्ष 1875 में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना की थी इसके माध्यम से जलवायु ऋतुओं का पूर्वानुमान लगाया जा सके।
जब मौसम विभाग को व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाने लगा तो इसका मुख्यालय सबसे पहले शिमला में 1905 में स्थापित किया गया परंतु वर्ष 1928 में इसे पुणे में स्थानांतरित कर दिया गया लेकिन वर्तमान समय में या मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
आजादी के बाद भारतीय मौसम विज्ञान विभाग को 27 अप्रैल वर्ष 1949 को विश्व मौसम विज्ञान विभाग के अंतर्गत सदस्य के तौर पर शामिल किया गया जिसके बाद भारत से लेकर अंटार्कटिका तक इसकी खोज व्यवस्थित रूप से जारी है।