नया हिट एंड रन कानून क्या है और Hit And Run Law के अंतर्गत कौन सी सजा मिलती है व भारत में हिट एंड रन कानून कब लागू हुआ और क्यों लागू हुआ एवं Hit And Run का विरोध व उल्लंघन किस प्रकार किया जा रहा है जाने हिंदी में
देश में भारतीय नए दंड संहिता के अंतर्गत हिट एंड रन जैसी घटनाओं के लिए कोई भी सीधा कानून देखने को नहीं मिलता था ऐसे में केंद्र सरकार के द्वारा भारतीय न्याय संहिता के अनुसार New Hit And Run Law लाया गया है जिसके माध्यम से अब जो भी ड्राइवर किसी भी व्यक्ति को वहन से टक्कर मार कर पुलिस को बिना बताए फरार हो जाते थे तो ऐसे में उन ड्राइवर को 10 साल तक की सजा और सात लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया जाएगा हालांकि इस कानून पर देशभर में काफी बवाल भी मचा है तो लिए इसके बारे में हम आपको विस्तार से जानकारी प्रदान करते हैं।
Hit And Run Law क्या है?
जैसा कि हम सब जानते हैं कि ब्रिटिश कालीन भारतीय दंड संहिता का रिप्लेसमेंट भारतीय न्याय संहिता लाया जा चुका है जिसके अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति या ड्राइवर तेजी से अथवा लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए किसी अन्य व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान पहुंचता है तो ऐसे कैसे को हम हिट एंड रन के नाम से जानते हैं और जो ड्राइवर अथवा चालक अपनी पहचान छुपाने के लिए दुर्घटना स्थल से तुरंत भाग जाता है तो इस स्थिति में फरार वाहन चालक पर Hit And Run Law के तहत केस दर्ज किया जाता है।
यह भी पढ़े:- दल बदल कानून क्या है
Hit And Run Law के अंतर्गत पहले सजा का क्या प्रावधान था?
भारतीय न्याय दंड संहिता आईपीसी के अंतर्गत Hit And Run Law जैसी घटनाओं हेतु किसी प्रकार का कोई सीधा कानून नहीं था और ऐसे मामलों की कार्रवाई आईपीसी धारा 304 ए के अंतर्गत की जाती थी जिसके मुताबिक यदि लापरवाही से गाड़ी चलाकर किसी व्यक्ति की जान ली जाती है तो उसमें अधिकतम 2 साल की सजा या जुर्माना लगाया जाता था परंतु इस कारण से सड़क हादसे भी ज्यादा होते थे और लोग आसानी से कानूनी तौर पर बज भी जाते थे परंतु नए भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत इसे और भी कठोर बना दिया गया है।
नया हिट एंड रन कानून क्या है?
नए Hit And Run Law को केंद्र सरकार के द्वारा बनाई गई नई भारतीय न्याय संहिता के क्षेत्र 104 में समाहित करने का कार्य किया गया है ऐसे में यदि कोई भी ड्राइवर चालक या व्यक्ति लापरवाही से किसी के मौत का कारण बनता है तो उसे दंडात्मक कार्यवाही के माध्यम से सजा दी जाएगी जो धारा 104(A) के अंतर्गत व्यवस्थित करने के तौर पर अधिकतम 7 साल की सजा का प्रावधान और जुर्माना लगाया जाएगा लेकिन वही व्यक्ति घटनास्थल से बिना किसी पुलिस अधिकारी को सूचना दिए भाग जाता है तो उसे 10 साल की सजा के साथ ही साथ 7 लाख रुपए का जुर्माना भी देना होगा।
यह भी पढ़े:- सुरक्षा परिषद क्या है
पहले हिट एंड रन कानून के अंतर्गत किन धाराओं में मुकदमा होता था?
देश में यदि अभी तक देखा जाए तो हिट और कानून में आईपीसी धारा 279 जो की लापरवाही से गाड़ी चलाना, 304 ए लापरवाही के कारण मौत और 338 जान जोखिम में डालने के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता था उसके साथ ही इन धाराओं में आरोपी को 2 साल की सजा भी दी जाती है हालांकि किसी खास मामले में आईपीसी की धारा 300,302 को भी जोड़ दिया जाता था जोकि हत्या और हत्या का दंड से संबंधित है।
भारत में हिट एंड रन कानून की जरूरत क्यों पड़ी?
यदि देश में सड़क दुर्घटना के आंकड़ों की बात करें तो प्रत्येक वर्ष लगभग 50000 लोग Hit And Run Law के अंतर्गत अपनी जान गवा देते हैं और वर्ष 2021 की अपेक्षा वर्ष 2022 में Hit And Run Law के मामले में लगभग 17 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल गया और वर्ष 2005 से ही लगातार भारत में लगभग साढे चार लाख से भी ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं ऐसे में इसका सबसे बड़ा कारण यह देखा गया कि लोगों के द्वारा सड़क के नियमों का शक्ति से पालन नहीं किया जा रहा जिससे अनावश्यक रूप से इन मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है इसलिए इस पर लगाम लगाने के लिए भारत सरकार ने नए हिट एंड रन कानून लाने की जरूरत समझी।
हिट एंड रन नियम का विरोध क्यों हो रहा है?
जैसा कि हम सब जानते हैं कि देश में भारत सरकार के द्वारा भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत धारा 104 ए में Hit And Run Law को समाहित किया है जिसके माध्यम से सजा और जमाने की राशि में बढ़ोतरी की गई है परंतु ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस इस नए हिट एंड रन कानून का विरोध कर रही है जिसके माध्यम से देशभर में ड्राइवर ने हड़ताल कर दी है उन्हें जमाने की राशि और सजा पर आपत्ति है क्योंकि ड्राइवर का कहना है कि यदि गलती वर्ष कोई कार्य हो जाता है तो इतनी बड़ी धनराशि वह कहां से लाएंगे हालांकि हालिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार के गृह सचिव ने अभी इस नए कानून को लागू करने की कोई तिथि घोषित नहीं की है और इस पर विचार विमर्श करने के लिए ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस से संपर्क भी किया है।
यह भी पढ़े:- |LLM Full Form| LLM क्या होता है
नया हिट एंड रन कानून से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
भारतीय न्याय संहिता 2023 के अंतर्गत नए हिट एंड रन कानून को समाहित किया गया है।
पहले हित और रंक कानून धारा 304 ए के अंतर्गत समाहित किया गया था परंतु नए भारतीय न्याय संहिता बीएस के माध्यम से इसे 104 ए में सम्मिलित कर दिया गया है।
इसमें कानून के अंतर्गत 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए तक का अधिकतम जुर्माना लगाया जा सकता है।