Net Worth Kya Hota Hai और नेट वर्थ कैसे निकाली जाती है एवं इसे कैलकुलेट कैसे करे व गणना करने का तरीका क्या होता है
दोस्तों आज हम आपको नेट वर्थ के बारे में बता रहे हैं कि नेटवर्क क्या होता है और Net Worth कैलकुलेशन कैसे निकालते हैं। नेटवर्क को हिंदी में कुल मूल्य कहते हैं नेटवर्क एक फाइनेंशली कंडीशन है वह किसी व्यक्ति की भी हो सकती है और किसी इंडिविजुअल कंपनी की भी हो सकती है इससे जुड़ी सभी जानकारी हम आपको दे रहे हैं क्यों कि आज के जमाने में भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो नेट वर्थ के बारे में नहीं जानते होंगे इसलिए हमारी यह जानकारी ऐसे लोगों के लिए है जो नेट वर्थ के बारे में नहीं जानते।
नेटवर्थ क्या होता है?
नेट वर्थ को हम एक फाइनेंसियल टर्म कह सकते हैं जो किसी इंडिविजुअल व्यक्ति अथवा किसी कंपनी के वर्तमान फाइनेंशियल स्थिति का पता लगाने का कार्य करती है। अगर आपको किसी कंपनी की नेटवर्थ की गणना करनी है तो उसकी टोटल प्रॉपर्टी में से कुल देनदारी को माइनस करना है यानी घटाना है। तो आपको उसकी नेटवर्थ का पता चल जाएगा। नेटवर्क को सही तरीके से समझना बहुत ही आवश्यक माना गया है क्योंकि इससे किसी व्यक्ति या किसी कंपनी की फाइनेंसियल कंडीशन का पता चलता है कि वह कंपनी कितनी मजबूत है और कितनी कमजोर है इससे इन दोनों बातों का पता चलता है अगर आप शेयर मार्केट से शेयर खरीदना चाहते हैं और आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आपको उस कंपनी का Net Worth पता होना चाहिए कि वह कंपनी घाटे में चल रही है या फायदे में चल रही है।
यह भी पढ़े: Depository क्या होता है
Net Worth का महत्व
नेटवर्क का एक आम आदमी के जीवन में बहुत बड़ा महत्व है हर आदमी को अपने फाइनेंसियल कंडीशन जानने का पूरा हक है इसके लिए आपको सही तरीके से Net Worth का कैलकुलेशन समझना होगा अगर आप की वर्तमान वित्तीय स्थिति अच्छी है तो आप कोई भी फाइनेंशियल डिसीजन आसानी से ले सकते हैं मिसाल के तौर पर आप किसी अच्छी कंपनी में जॉब करते हैं और आपकी सैलरी भी अधिक है और आपको एक छोटा सा मकान खरीदना है और अगर आपकी नेटवर्क अच्छी है तो कोई भी बैंक आपको आसानी से होम लोन दे सकता है
अगर आपने अपनी नेटवर्क कैलकुलेट किए बगैर ही होम लोन ले लिया तो आपको भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि नेटवर्थ हमेशा बदलती रहती है इसलिए समय-समय पर अपनी नेटवर्क निकालते रहना चाहिए नेटवर्क ना पता होने की वजह से कभी-कभी फायदे की जगह नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
नेट वर्थ की गणना करने का तरीका
- नेटवर्क की कैलकुलेशन करना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है
- आपको अपनी टोटल संपत्ति में से टोटल देनदारी घटाने होती है इसका फार्मूला यह
- Total Assets – Total Liabilities = Net Worth
- इस कैलकुलेशन को समझने से के लिए पहले आपको assets और liability के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए इसको समझने के लिए हम दोनों को अलग अलग समझा रहे हैं।
- Assets – ऐसैट्स को समझने के लिए यह जानना होगा कि ऐसैट्स कहते किसे हैं यह एक फाइनेंशियल टर्म है इसके तहत जो चीज आती हैं वह यह है जमीन, घर, गाड़ी, गहने बैंक बैलेंस वगैरा।
- Liabilities– लिएबिलिटी के तहत वह चीज आती हैं जो पैसा आपकी देनदारी है यानी कि आपको देने हैं जैसे कर्जा, ईएमआई वगैरा।
- आपको अपनी नेटवर्थ की गणना करने के लिए अपने ऐसैट्स और लीएबिलिटी की एक लिस्ट तैयार करनी होगी।
आपके Assets के तहत आने वाली वस्तुऐं –
- बैंक बैलेंस
- गाड़ियों की मौजूदा कीमत
- इन्वेस्ट किया हुआ पैसा
- घर और जमीन की मौजूदा कीमत
- गहने
आपके Liabilities के तहत आने वाली वस्तुएं –
- आपकी देनदारी
- कार लोन
- होम लोन
- क्रेडिट कार्ड भुगतान
लीएबिलिटी के तहत आने वाली वह वस्तुए हैं जिसका आपको कर्जा चुकाना है इसलिए आप अपना कुल जमा रकम और कुल देनदारी जान लेंगे तो आप अपनी नेटवर्क निकाल सकते हैं।
मिसाल के तौर पर आपकी तमाम संपत्ति 8 करोड़ रुपए है और आपकी तमाम देनदारी 5 करोड़ रुपए है तो आप की टोटल नेटवर्क कितनी होगी इसके लिए कोई फार्मूला लगाएंगे जो कि हमने आपको ऊपर बताया था।
Total Assets – Total Liabilities = Net Worth
₹ 8 करोड़ – ₹ 5 करोड़ = ₹ 3 करोड़
तो दोस्तों इस तरह से आप अपनी नेटवर्थ निकाल सकते हो और नेटवर्थ निकालने के बाद आपको भविष्य में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पर्सनल नेट वर्थ क्या है ?
किसी व्यक्ति के पर्सनल नेट वर्थ निकालने की बात करे तो यहाँ पर भी उसकी कुल प्रॉपर्टी में मकान, अन्य रियल इस्टेट, वाहन / कार ,ज्वैलरी, सेविंग, कैश, म्यूच्यूअल फंड्स व अन्य प्रॉपर्टी हो सकती है। और खर्चो में किसी भी प्रकार का लोन, क्रेडिट कार्ड बिल, नियमित खर्च आदि शामिल होते है, जिन्हें घटाकर उसकी Net Worth पता चलती है।
पर्सनल नेट वर्थ कैसे निकले
अपनी सभी संपत्तियों की लिस्ट बनाये
आपकी सभी प्रॉपर्टी की लिस्ट बनाये और उनकी वर्तमान मार्केट वैल्यू पता करें। जैसे –
- आपके घर, रियल एस्टेट का मूल्य
- आपके सभी निवेशों का वर्तमान मूल्य
- बैंक में जमा पैसे
- गहने
- आपकी कार
- बिजनेस मूल्य
- अन्य संपत्ति
सभी देनदारी, जिम्मेदारियों की लिस्ट बनाये
- लोन
- क्रेडिट कार्ड बिल
- EMI
- कार लोन , होम लोन, स्टूडेंट लोन
- अन्य सभी देनदारी
अब टोटल प्रॉपर्टी में से देनदारी को घटादे
- अपनी टोटल प्रॉपर्टी की मार्केट मूल्य की गणना और देनदारी की गणना करने के बाद टोटल प्रॉपर्टी में से देनदारी घटा दीजिए उसके बाद जो राशि बचेगी वह आपका पर्सनल नेट वर्थ निकलती है।
नेटवर्थ से संबंधित ध्यान देने योग्य बाते
- Net Worth निकालना बहुत ही आसान है यह आपका वह मूल्य है जो आपकी टोटल प्रॉपर्टी में से देनदारी देने के बाद प्राप्त होता है।
- नेटवर्थ का एक दूसरा अर्थ भी होता है जो आपकी टोटल प्रॉपर्टी को बेचने से मिलने वाली वॉल्यूम ऐसे आपकी कुल देनदारी को चुकाने के बाद बचता है पैसा यह संपत्ति।
- जब संपत्ति में से देनदारी का दायित्व ज्यादा होता है तो नेटवर्थ नेगेटिव मात्रा में हो सकता है हालांकि यह सिचुएशन बहुत ज्यादा डरावनी है लेकिन ज्यादातर लोग इस प्रकार की स्थिति में फंस जाते हैं।
- किसी व्यक्ति संस्थाएं या कंपनी के लाभ कमाने की पावर और उसके द्वारा लिए जाना वाले लोन और अन्य दायित्व के हिसाब से नेटवर्थ समय-समय पर बदलता रहता है।
- आप अपनी फाइनेंसियल ग्रोथ को प्रतिसाल नेटवर्थ के आधार पर तुलना करके समझ सकते है, और आपको हमेशा अपने वास्तिवक आर्थिक स्थिति का अंदाजा रहेगा।
- सिर्फ नेटवर्थ के आधार पर आर्थिक निर्णय नहीं लिया जाना चाहिए,भविष्य की जिम्मेदारी को भी ध्यान में रखना होता है।