Super Computer Kya Hota Hai और सुपर कंप्यूटर क्या काम करता है एवं इसका उपयोग, विशेषताएं व लाभ क्या होते है जाने हिंदी में
सुपर कंप्यूटर एक ऐसी डिवाइसों कहते हैं जो बहुत तेजी से कार्य करते हैं। पुराने जमाने में कंप्यूटर ट्रांसिस्टर्स और वेक्यूम ट्यूब का उपयोग करके बनाया जाता था जो बहुत-बहुत बड़े कमरों की बराबर होता था यह कंप्यूटर युग की शुरुआत थी। उसके बाद सामान्य कंप्यूटर आया जिस पर हम लोग काम करते हैं यह साधारण कंप्यूटर होते हैं। इसका Super Computer से कोई मुकाबला नहीं है जब से इंटीग्रेटेड सर्किट और माइक्रोचिप बने हैं कंप्यूटर का साइज काफी कम हो गया नहीं तो आप जानते ही हैं कि पहले कंप्यूटर का साइज कितना बड़ा होता था। क्या आप जानते। हकी सुपर कंप्यूटर क्या होता है? और यह क्या क्या काम कर सकता है? और यह कितने तरह का होता है? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको अपनी इस पोस्ट कि माध्यम सुपर कंप्यूटर से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां आपको प्रदान करेंगे।
सुपर कंप्यूटर क्या है ?
सुपर कंप्यूटर 1960 में शुरू किए गए थे और मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में एटलस के साथ सेमुर किरे द्वारा विकसित किए गए थे। किरे ने सीडीसी 1604 को डिजाइन किया था जो दुनिया का पहला सुपर कंप्यूटर था। सुपर कंप्यूटर साधारण कंप्यूटर के मुकाबले बहुत हाई वर्किंग और तेज स्पीड वाला कंप्यूटर है। इसमें बहुत हाई लेवल की कैलकुलेशन और कंप्यूटिंग परफॉर्मेंस होती है। इसकी स्पीड साधारण कंप्यूटर के मुकाबले बहुत तेज होती है। इसलिए इसे सुपर कंप्यूटर कहा जाता है सुपर कंप्यूटर कार्य करने में फ्लोटिंग प्वाइंट ऑपरेशन में हजारों निर्देशों को कुछ सेकंड में हीं ऑपरेट कर लेता है,Super Computer को ऐसी जगह पर काम में लिया जाता है। सुपर कंप्यूटर की कार्य क्षमता को फ्लावर्स में मापा जाता है जिसका अर्थ होता है फ्लोटिंग प्वाइंट ऑपरेशन/सकेंड के हिसाब से काम करता है।
जिस सुपर कंप्यूटर में जितनी अधिक फ्लॉप होती हैं वे उतने ही ज्यादा पावरफुल माना जाता है। सुपर कंप्यूटर ऐसा कंप्यूटर होता है जो करेंटली सबसे ज्यादा ऑपरेशनल रेट में कार्य करता है जिसका सबसे ज्यादा उपयोग साइंस और इंजीनियरिंग एप्लीकेशन में किया जाता है। सुपर कंप्यूटर कीमत 2 लाख डॉलर से 100 मिलियन डॉलर से अधिक हो सकती है। का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर सनवे तैहुलाइट था, चीन के विक्सु शहर में जो चीन के नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ पैरोल कंप्यूटर इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी(NRCPC) द्वारा विकसित किया गया है।
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सुपर कंप्यूटर की हिस्ट्री
अगर देखा जाए तो सुपर कंप्यूटर को बनाने में किसी एक इंडिविजुअल का योगदान नहीं है बल्कि बहुत से लोगों ने समय-समय पर इसमें योगदान दिया है और सबसे ज्यादा योगदान इसमें saymer crey (1925-1996) को जाता है क्योंकि सुपर कंप्यूटर को बनाने में सबसे ज्यादा उन्हीं का योगदान है इसीलिए उन्हें सुपर कंप्यूटर का जनक भी कहा जाता है।
- 1946- John mauchly और J. Presper Eckert ने (electronic numerical integrator and computer), university of pennsylvania में कॉन्ट्रैक्ट किया था। यह पहला general purpose electronic computer था। यह कंप्यूटर लगभग 25 मीटर लंबा और 30 टन इसका भार था।
- 1953- आईबीएम सबसे पहले जनरल पर्पज मेनफ्रेम कंप्यूटर डिवेलप किया जिसका नाम आईबीएम 701 और करीब 20 मशीनें को अलग-अलग गवर्मेंट और मिलिट्री एजेंसी को बेचा गया।
- 1956- लॉस अलामोस नेशनल लेबोरेटरी के लिए IBM ने फिर स्ट्रेच सुपर कंप्यूटर को डेवलप किया।
- 1957- fast transistorized high- performance computer बनाने में इस साल samyer crey ने इस वर्ष co found किया cantrol data corporation और उन्होंने पायोनियर किया।
- 1972- saymer crey ने कंट्रोल डाटा को छोड़कर खुद की रिसर्च की स्थापना की।
- 1976- पहला crey-1 सुपर कंप्यूटर को लॉस अलमास नेशनल लैबोरेट्री में इंस्टॉल किया गया। तब इसकी स्पीड लगभग 160 MFLOPS.
- 1979- crey ने इस साल पहले से भी ज्यादा फास्ट मॉडल लॉन्च किया। जिसमे 8 प्रोसेसर होते थे।
- 1983- thinking machines carporation ने फिर मसिवली परलल कनेक्शन मशीन को मैन्युफैक्चरर किया।जिसमे करीब 64000 parallel processors का इस्तेमाल किया गया।
- 1989- seymour crey ने फिर एक नई कंपनी crey कंप्यूटर की स्थापना की जिसमें उन्होंने crey 3 और crey 4 को डिवेलप किया।
- 1993- fujitsu numerical wind tunnel ने 166 वेक्टर प्रोसेसर के उपयोग से दुनिया का सबसे तेज कंप्यूटर बनाया।
- 2008- crey रिसर्च और ऑक रिज नेशनल लेबोरेट्री के द्वारा जैगुआर सुपर कंप्यूटर आया गया जो दुनिया का सबसे पहला पेटाफ्लॉप साइंटिफिक सुपर कंप्यूटर बना।
- 2011-2013- इस वर्ष जैगुआर कंप्यूटर को एक्सटेंसिवली अपडेट किया गया और उसका नाम टाइटन रखा गया।
- 2014- एनर्जी एफिशिएंट स्मार्टफोन और टेबलेट प्रोसेसर से एक ऐसा ऐसा फ्लॉप सुपर कंप्यूटर बनाने की घोषणा mont blane द्वारा की गई।
- 2017- चाइनीस साइंटिस्ट ने घोषणा की कि वह एक एक्सेस ऑफ सुपर कंप्यूटर की प्रोटोटाइप बना रहे हैं जो कि tianhe 2 के ऊपर based है।
- 2018- चाइना आज के समय में फास्टेस्ट सुपरकंप्यूटर की रेस में सबसे आगे है उनके द्वारा बनाया गया sunway taihulight अभी पूरी दुनिया में सबसे तेज चलने वाला सुपर कंप्यूटर है।
दुनिया के टॉप 5 कंप्यूटर
- Sunway taihulight (China)
- Tianhe-2 (China)
- Piz daint (Switzerland)
- Gyoukou (Japan)
- Titan (united states)
भारत में सबसे तेज सुपर कंप्यूटर का आगमन
भारत का सबसे पहला और शक्तिशाली कंप्यूटर जोधपुर मैं भारतीय प्रशिक्षण औद्योगिक संस्थान में सुपर कंप्यूटर को लाया गया जिसका नाम सुपर कंप्यूटर DZX-2 है।इससे इंटेलिजेंस प्रशिक्षण मैं बढ़ावा मिलने की आशा है आईआईटी जोधपुर के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के प्रेसिडेंट ने बताया कि यह Super Computer दुनिया के सबसे बढ़िया सुपर कंप्यूटर में से है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप्लीकेशन के लिए सबसे पावरफुल सुपर कंप्यूटर है इससे पहले यह भारत में नहीं था इसकी कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपए की है इसमें 16 जीपीयू कार्ड जिनकी की क्षमता 32जीबी तक है और इसकी रैम की विशेषता यह है कि यह 512gb की है और यह की साधारण कंप्यूटर की पावर केवल 150 से 200 वाट के बीच ही होती है जबकि इस सुपर कंप्यूटर की क्षमता 10 किलोवाट से भी ज्यादा होती है।
Super Computer का उपयोग
- सुपर कंप्यूटर का उपयोग उनकी शेष ता के कारण रोजमर्रा के कार्यों के लिए नहीं किया जाता है।
- सुपर कंप्यूटर रियल टाइम प्रोसेसिंग की एप्लीकेशन को संभालता है जिनका उपयोग इस प्रकार है-
- इनका उपयोग मौसम के पूर्वानुमान, मौसम विज्ञान, परमाणु ऊर्जा अनुसंधान, भौतिकी और रसायन विज्ञान के साथ साथ बेहद जटिल एनिमेटेड ग्राफिक्स जैसे विज्ञान सिमुलेशन और अनुसंधान के लिए किया जाता है। इसी के साथ इनका उपयोग नई बीमारियों का पता लगाने और बीमारी के व्यवहार और उपचार की भविष्यवाणी करने के लिए भी किया जाता है।
- सैन्य नए कंप्यूटर्स, टैक्स और हथियारों के परीक्षण के लिए सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। इनका सैनिकों और युद्धों पर प्रभाव को समझने के लिए भी उपयोग किया जाता है। इन मशीनों का उपयोग डाटा को इंक्रिप्ट करने के लिए भी किया जाता है।
- वैज्ञानिक परमाणु हथियार विस्फोट के प्रभाव का परीक्षण करने के लिए इनका उपयोग करते हैं।
- हॉलीवुड एनिमेशन के निर्माण के लिए भी सुपर कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
- मनोरंजन में सुपर कंप्यूटर ऑनलाइन गेमिंग के लिए उपयोग किया जाता है।
सुपर कंप्यूटर की विशेषताएं
- यह एक बार में 100 से अधिक यूजर्स को सपोर्ट कर सकता है।
- यह मशीनें भारी मात्रा में गणना को हल करने में सक्षम है जो मानव क्षमताओं से परे हैं मतलब मानव इस तरह की व्यापक बदलाव को हल करने में असमर्थ होते हैं।
- कई व्यक्ति एक ही समय में सुपर कंप्यूटर तक पहुंच सकते हैं।
- यह सबसे महंगे कंप्यूटर है जिन्हें कभी भी बनाया जा सकता है।
- Super Computer में एक से अधिक सीपीयू होते हैं जिसमें इंस्ट्रक्शन होते हैं ताकि इंस्ट्रक्शन की व्याख्या कर सकें और अर्थमैटिक और लॉजिकल कार्यों को जल्दी कर सके।
- सुपर कंप्यूटर सीपीयू अत्यधिक हाई संगणना स्पीड को सपोर्ट करता है।
- यह संख्याओं के जोड़े के बजाय संख्या की सूची के जोड़ों पर काम करता है।
- इनका उपयोग शुरू में राष्ट्रीय सुरक्षा परमाणु हथियार डिजाइन और क्रिप्टोग्राफी से संबंधित एप्लीकेशन में किया गया था लेकिन आज कल एयरोस्पेस ऑटोमेटिक और पेट्रोलियम उद्योग द्वारा भी कार्य करता है।
सुपर कंप्यूटर के लाभ
- Super Computer के सबसे ज्यादा फायदे हैं इसकी स्पीड बहुत तेज होती है और इसको हर बड़ी कंपनी अपने काम में लेती है।
- जैसे आईबीएम, पे पाल बड़ी-बड़ी कंपनियां सुपर कंप्यूटर को उपयोग में लाते हैं और ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी और चोरी को भी सुपर कंप्यूटर ने बहुत कम कर दिया है यह जिस तरह कार्य करता है उससे टाइम की भी काफी बचत हो जाती है।
- आज का जमाना इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का जमाना कहलाता है जो बिना सुपर कंप्यूटर के बेकार है हम रोज मराॅ की जिंदगी में जो कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं।
- यह साधारण कंप्यूटर ही कहे जाते हैं इसलिए इस डिजिटल युग में जो बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं वह सब सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल करती हैं इसी वजह से इन कंपनियों में कोई गड़बड़ी या धोखाधड़ी नहीं हो पाती हैं।