Super Over Kya Hota Hai और सुपर ओवर की शुरुआत कब हुई एवं जाने इसके मुख्य नियम की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
पूरे विश्व में यदि कोई सबसे ज्यादा रोमांचककारी खेल है तो वह क्रिकेट को ही माना जाता है यह खेल भारत के साथ दुनिया के कई बड़े देशों में भी उत्साह के साथ खेला जाता है जो कि लोगों का एक आकर्षण का केंद्र भी होता है और यदि देखा जाए तो भारत में क्रिकेटप्रेमियों की तादाद है वह सबसे अधिक है और शायद यही कारण है कि यहां पर वनडे क्रिकेट,टेस्ट श्रृंखला,T20 क्रिकेट,घरेलू श्रृंखला हो या फिर आईपीएल इन सब को देखने के लिए क्रिकेट मैदान में हजारों की संख्या में लोग जुटते भी है लेकिन क्रिकेट में ऐसा पल भी आता है जब दोनों ही टीमों के स्कोर बराबर होते हैं ऐसी परिस्थिति में Third Umpire और अंपायर को Super Over कराने का फैसला लेना होता है जिसके बारे में आज इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे।
Super Over Kya Hota Hai?
जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वनडे मैच या T20 मैच में दोनों ही आमने-सामने की टीमों का स्कोर बराबर हो जाता है वैसे मैं मैच टाई मान लिया जाता है और इस परिस्थिति में दोनों ही टीमों को एक-एक अतिरिक्त ओवर खेलने के लिए दिया जाता है जिसे हम Super Over के नाम से जानते हैं इस अतिरिक्त ओवर में ही जो टीम ज्यादा रन बनाती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है और यदि सुपर ओवर में भी दोनों टीमें एक समान इसको बनाती हैं एक अतिरिक्त Super Over खेलने का मौका प्रदान किया जाता है उससे विजेता की घोषणा की जाती है।
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Super Over की शुरुआत कब हुई?
वर्ष 2008 के T20 क्रिकेट से सुपर ओवर की शुरुआत की गई इसके बाद इसे वर्ष 2011 में वनडे मैच में भी लागू कर दिया गया हालांकि Super Over से पहले किसी भी विजेता टीम की घोषणा बाल आउट के माध्यम से की जाती थी जिसमें दोनों ही टीमों के 5- 5 खिलाड़ियों को Stump गिराने की कोशिश करनी होती थी और जो सबसे ज्यादा अपनी Bowling से Stump को गिरा देता था उसे ही विजेता घोषित कर दिया जाता था और यदि बाल आउट के अंतर्गत दोनों ही टीमों के खिलाड़ी बराबर Stump गिराते तो उसके बाद इसे निरंतर जारी रख खेल को आगे बढ़ाया जाता था।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सुपर ओवर के मुख्य नियम
- यदि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अंदर दोनों ही टीमें एक समान रूप से Score बनाती हैं इस स्थिति में मैच टाई हो जाता है जिसके बाद Super Over खेलने का अवसर दोनों ही टीमों को प्रदान किया जाता है।
- सुपर ओवर के अंतर्गत केवल 3 Players को ही बैटिंग करने का अधिकार दिया जाता है जिसकी घोषणा बैटिंग शुरू होने से पहले ही कप्तान के द्वारा की जाती है।
- Super Over में 2 विकेट गिर जाता है तो उस पारी को समाप्त कर दिया जाता है।
- यदि Super Over में भी दोनों टीमें बराबर Score करती है तो ऐसे में विजेता टीम की घोषणा सर्वाधिक Boundary के आधार पर की जाती है।
- मैच में किस टीम ने पहले Batting की हुई होती है उसे सुपर और में पहले बॉलिंग करने के लिए दिया जाता है।
- Super Over के अंतर्गत कोई भी एक खिलाड़ी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों कार्य नहीं कर सकता।
- यदि सुपर ओवर बारिश की वजह से रुक जाता है तो उस समय डकवर्थ लुईस नियम का उपयोग करके विजेता की घोषणा की जाती है।
- Super Over के अंतर्गत बनाए गए रन और विकेट किसी भी अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड के अंतर्गत जुड़े नहीं जाते।
- गेंदबाज टीम द्वारा यह चुना जाता है कि वह क्रीज के किस तरफ से गेंदबाजी करेगी।
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सुपर ओवर से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
एक सुपर ओवर में एक टीम की तरफ से 3 बल्लेबाज क्रीज जा सकते हैं जिसमें 2 बतौर ओपनिंग और एक किसी का विकेट गिर जाने पर जाता है ऐसे में यदि 2 विकेट टीम के गिर जाते हैं तो एक पारी वहीं पर समाप्त कर दी जाती है।
जैसा कि हम जानते हैं कि क्रिकेट मैच में यदि किसी भी परिस्थिति में बारिश आ जाती है और मैच रुक जाता है तो वहां पर डकवर्थ लुईस का नियम लागू होता है ऐसे ही सुपर ओवर के दौरान भी यदि बारिश आ जाती है तो यहां पर भी डकवर्थ लुईस के नियम के हिसाब से विजेता की घोषणा की जा सकती है।
यदि किन्हीं दो टीमों का मैच टाई हो जाता है और फिर सुपर ओवर खेलने की परिस्थिति बनती है और सुपर ओवर भी टाई हो जाता है तो ऐसे में एक बार और सुपर होगा खेला जा सकता है और फिर भी यदि वह टाई हो जाता है तो दोनों टीमों की बाउंड्री के हिसाब से जो ज्यादा बाउंड्री लगाया होता है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है।