भारत के प्रमुख बंदरगाह कौन कौन से हैं और Bharat Ke Pramukh Bandargah किन -किन राज्यों में मौजूद है व भारत के प्रमुख बंदरगाह की महत्वपूर्ण सूची देखे हिंदी में
भारत में यदि जब भी पड़ोसी देशों से व्यापार किया जाता था तो इसका मुख्य साधन जलमार्ग ही होता था जो की पानी के जहाज से ही आयात निर्यात बेहतर तरीके से हो पता था और आधुनिक समय में भी व्यापार के लिए जलयानो का ही मुख्य इस्तेमाल किया जाता है और यह वायुयान की अपेक्षा सस्ता भी होता है और आयात निर्यात के लिए यह काफी आसान माना जाता है हालांकि देश में जलयानों का जो आवागमन लगा रहता है वह बंदरगाह के माध्यम से होता है जिसे हम अंग्रेजी में Harbour or Port कहते हैं और भारत में लगभग 200 से भी अधिक छोटे एवं बड़े बंदरगाह है जिसमें से महत्वपूर्ण बंदरगाह 13 माने जाते हैं।
Harbour or Port(बंदरगाह) क्या होता है?
जब भी पानी के रास्ते व्यापार किया जाता है और जलयानों से ही आयात निर्यात होता है तो जहां से जलयान आयात निर्यात के लिए निकलता है उस किनारे एवं तट को Harbour or Port कहते हैं और ऐसे में भारत में लगभग 13 प्रमुख बंदरगाह है तो काफी बड़े और नामचीन माने जाते हैं हालांकि यदि आमतौर पर देखा जाए तो छोटे बड़े बंदरगाहों की जो भारत में संख्या है वह लगभग 200 के करीब है।
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भारत में महत्वपूर्ण बंदरगाह किन राज्यों में है?
भारत के जितने भी बंदरगाह है वह देश के नौ राज्यों में स्थित है जोकि कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, गोवा, गुजरात, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु है और यही राज्य देश के अंतर्गत कंटेनर और कार्गो यातायात की मेजबानी करते हैं। और यदि देखा जाए तो मुंबई में स्थित बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा Harbour or Port माना जाता है।
Bharat के महत्वपूर्ण बंदरगाह की सूची
बंदरगाह | समुंद्र तट | राज्य |
मुंबई | अरब सागर | महाराष्ट्र |
पारादीप | बंगाल की खाड़ी | ओडिसा |
चेन्नई | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
विशाखापत्तनम | बंगाल की खाड़ी | आंध्र प्रदेश |
कांडला | कच्छ की खाड़ी | गुजरात |
कोचीन | अरब सागर | केरला |
अन्नौर | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
मुर्मगांव | अरब सागर | गोवा |
जवाहर लाल नेहरू | अरब सागर | महाराष्ट्र |
हल्दिया | हुगली नदी | पश्चिम बंगाल |
तूती कोरिन | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
न्यू मंगलौर | अरब सागर | कर्नाटक |
पोर्ट ब्लेयर | बंगाल की खाड़ी | अंडमान निकोबार द्वीपसमूह |
भारत के प्रमुख बंदरगाह की विस्तृत जानकारी
भारत के जितने भी प्रमुख बंदरगाह है अब उनके बारे में हम निम्नलिखित विस्तार से जानकारी आपको प्रदान करने जा रहे हैं।
मुंबई बंदरगाह
भारत का पहला जो प्राकृतिक Port है वह मुंबई बंदरगाह है जो महाराष्ट्र राज्य में स्थित है और सर्वाधिक व्यापार के लिए जाना जाता है जो की 46.3 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी लंबाई लगभग 8000 किलोमीटर है या बंदरगाह वर्ष 1873 से संचालित हो रहा है।
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह एक प्रकार का कृत्रिम बंदरगाह है जो की महाराष्ट्र राज्य में ही स्थित है और इसे मुंबई Port के भार को कम करने के लिए ही स्थापित किया गया था जहां से देश-विदेश में आयात निर्यात के लिए जलयानों का परिचालन किया जाता है।
कांडला बंदरगाह
गुजरात राज्य में स्थित कांडला बंदरगाह कच्छ की खाड़ी में स्थित है और इसका मुख्य रूप से वस्तुओं के आयात निर्यात के लिए इस्तेमाल किया जाता है और वर्ष 2020-21 में 5.7 मिलियन यूनिट कार्गो को संभालने के लिए इसे जाना जाता है हालांकि वर्तमान समय में इस बंदरगाह का संचालन और स्वामित्व अदानी पोर्ट के हाथ में है।
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मुर्मुगाव बंदरगाह
मुर्मू गांव Port गोवा राज्य में स्थित है और यहां से ईरान को लोह अयस्क का निर्यात किया जाता है और इसकी स्थिति यदि देखी जाए तो जुआरी नदी पर यह स्थित है।
न्यू मंगलोर
कर्नाटक राज्य का सबसे बड़ा बंदरगाह न्यू मंगलौर बंदरगाह है जिनकी स्थिति अरब सागर में है और यह अब के देशों में लोह अयस्क का निर्यात करने वाला Port है जो की जितने भी अब के देश हैं वहां की स्थिति के परिचालन की जिम्मेदारी संभालता है।
कोलकाता– हल्दिया बंदरगाह
कोलकाता राज्य में स्थित हल्दिया बंदरगाह इकलौता नदी के तट पर स्थित बंदरगाह है और समुद्र तल से इसकी दूरी लगभग 203 किलोमीटर है हालांकि इस बंदरगाह का निर्माण British East India Company के द्वारा किया गया था और यह मीठे पानी वाला एक Port है जिसमें पानी की लवणता में कोई बदलाव नहीं हो होता है
पारादीप बंदरगाह
भारत के झारखंड और उड़ीसा राज्य के लौह और अयस्क को जापान इसी बंदरगाह के माध्यम से भेजा जाता है और यह मूल रूप से उड़ीसा राज्य में स्थित है जो कि बंगाल की खाड़ी में केंद्रित है और लोग अयस्कों का निर्यात करने के लिए जाना जाता है।
विशाखापट्टनम बंदरगाह
यह Port भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में स्थित है और यह एक प्रकार का प्राकृतिक बंदरगाह है जहां पर डॉल्फिन नोज नामक एक प्रसिद्ध पहाड़ी स्थित है जिस कारण से समुद्र की तेज लहरें जलयानों से टकरा नहीं पाती है और भारत के लिए आयात निर्यात इस महत्वपूर्ण बंदरगाह से ही किया जाता है।
एन्नौर बंदरगाह
भारत के तमिलनाडु राज्य में एन्नोर बंदरगाह स्थित है जो की चेन्नई बंदरगाह के बाहर को कम करने के लिए संचालित किया जाता है और देश का पहला कंप्यूटराइज बंदरगाह के तौर पर भी इस Port को जाना जाता है जहां पर सभी कार्य प्रणाली डिजिटल तौर पर की जाती है।
चेन्नई बंदरगाह
भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह चेन्नई बंदरगाह है क्योंकि काफी बड़ा है और यह तमिलनाडु राज्य में स्थित है और आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा Port माना जाता है जो सामान्य कार्गो उर्वरक लोह अयस्क और पेट्रोलियम उत्पादों को संभालने में सर्वश्रेष्ठ है।
तूतीकोरिन बंदरगाह
तमिलनाडु राज्य में स्थित तूतीकोरिन बंदरगाह काफी ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि इसके समीप समुद्र तट काफी कम गहरा होता है और शायद यही कारण है कि जलयानों को इसके तट से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी से पहले ही रोक दिया जाता है।
कोचीन बंदरगाह
केरल राज्य के एर्नाकुलम जिले में स्थित कोचिंग Port एक प्रकार का प्राकृतिक बंदरगाह है जो लोह अयस्क पेट्रोलियम उत्पादकों की आयात निर्यात करने में माहिर है।
पोर्टब्लेयर बंदरगाह
भारत का सबसे छोटा और 13वां प्रमुख बंदरगाह जो है वह पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह है जो कि देश के केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार दीप समूह पर स्थित है और इसकी स्थिति अंडमान और निकोबार दीप समूह के अंतर्गत ही देखने को मिलती है।
Bharat के प्रमुख बंदरगाहों से संबंधित कुछ सवाल और जवाब (FAQs)
मुंबई बंदरगाह को भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह माना जाता है।
भारत का सबसे छोटा बंदरगाह पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह है जो अंडमान एवं निकोबार दीप समूह पर स्थित है।
तमिलनाडु राज्य में स्थित एन्नोर बंदरगाह भारत का डिजिटल एवं कंप्यूटराइज्ड बंदरगाह है।