Tally क्या है और टैली कैसे सीखें?- Learn Tally Course हिंदी में

Tally Kya Hai और टैली कैसे सीखें एवं इसमें क्या कार्य कर सकते है व टैली कितने दिन का कोर्स है तथा इसके अलग अलग वर्ज़न कौन कौन से है

आजकल कंप्यूटर बहुत महत्वपूर्ण वस्तु है जो हर बिजनेस में इस्तेमाल किया जाता है। बिजनेस के अलावा हमारा day-to-day वर्क भी जैसे बैंक का काम, साइबर कैफे का काम और भी काफी सारे काम कंप्यूटर से ही होता है। अगर आपने दसवीं पास करने के बाद में कॉमर्स स्ट्रीम को अपनी 12वीं के लिए चुना है तो इस दौरान आपने एक कोर्स का नाम जरूर सुना होगा जिसे एकाउंटिंग की दुनिया में आज के समय में काफी महत्व दिया जाता है और वो है टैली। जिससे हम अकाउंट का सारा काम एक ही जगह बहुत आसानी से कर सकते हैं। तो आइए आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के माध्यम से Tally कैसे इस्तेमाल करते हैं? इसके फायदे क्या है और इसका इतिहास क्या है? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको प्रदान करेंगे। अगर आप जाना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्ट को अंत तक जरूर करें।

टैली क्या है?

टैली का फुल फॉर्म  Transaction allowed in a linear line yards होता है। टैली पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली एप्लीकेशन है। दिल्ली से सारे लेनदेन का काम रिकॉर्ड कर सकते हैं। टैली से सारी कैलकुलेशन आसानी से हो जाती है। टेली एक ऐसा महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है जो सारी दुनिया में बिजनेस के रिकॉर्ड और कैलकुलेशन के लिए जाना जाता हैं। टैली कंपनी का सारा डाटा सुरक्षित रखता है। पहले यह सारा काम डायरी में होता था लेकिन आजकल टेली से सारा काम कम्प्यूटर पर एक ही जगह पर मेंटेन कर सकते हैं। कंप्यूटर में जब अकाउंटिंग की आती है तो लोगों के जेहन में एक ही सॉफ्टवेयर का नाम आता है और वह है टेली। व्यवसायिक व्यवहार और खातों को कंप्यूटर में सुरक्षित रखने वाला टेली प्रदाता कंपनी का मुख्य कार्यालय बेंगलुरु में है।

भारत के अलावा और भी कई देशों में यह टैली सॉफ्टवेयर बहुत ज्यादा प्रचलित है।बिजनेस मैनेजमेंट में सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। पहले कॉपी या रजिस्टर डायरी में हमें स्केल पेंसिल से लाइन खींच खींचकर कॉलम बनाकर सब कुछ करना पड़ता था और साथ-साथ गिनती के लिए केलकुलेटर भी रखना पड़ता है लेकिन अब कंप्यूटर पर हमें एक ऐसा सॉफ्टवेयर मिल जाता है जिस पर बिना परेशानी के कॉलम बनाना, क्रॉस चेक करना, काउंटिंग करना, रिकॉर्ड रखना सब कुछ बहुत ही आसानी से हो जाता है और वह टैली सॉफ्टवेर की मदद से होता है।

Tally Kya Hai
Tally Kya Hai

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टैली का इतिहास

 टैली सॉफ्टवेयर को टैली सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड ने डिवेलप किया था और यह कंपनी बैंगलोर में स्थित है। टैली सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड सन 1986 में श्री श्यामसुंदर गोयनका और उनके बेटे भारत गोयनका की है। उस वक़्त यह दोनों एक कंपनी चलाया करते थे जिससे कि दूसरे प्लांट और टैक्सटाइल मिल्स को कच्चा माल और मशीन पार्ट्स अप्लाई करते थे तो इस बिजनेस को मैनेज करने के लिए उनके पास कोई ऐसा सॉफ्टवेयर नहीं था जिससे कि वह अपना हिसाब किताब आसानी से कर सके इसलिए उन्होंने अपने बेटे से एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कहा जिससे वह बिजनेस को आसानी से मैनेज कर सके। उसके बाद भारत गोयंका ने अकाउंटिंग एप्लीकेशन के लिए पहला संस्करण MS Dos एप्लीकेशन के रूप में लांच किया जिसमें सिर्फ बेसिक अकाउंट फंक्शन थे जिसका नाम प्यूट्रॉनिक्स फाइनेंशियल अकाउंट रखा गया।

1988 में इस प्रोडक्ट का नाम बदलकर पहली बार टैली रखा गया और 1999 में इस कंपनी ने फॉर्मर्ली कंपनी का नाम बदलकर टैली सॉल्यूशन रखा। श्याम सुंदर गोयनका ने अपने बेटे के साथ मिलकर इसे डिवेलप किया था।

टेली के अलग-अलग वर्जन

Tally 3.0- टेली 3.0  दुनिया का सबसे पहला  वर्जन। 1990 में आया था। यह छोटे छोटे बिजनेस के लिए इस्तेमाल किया जाता था।

Tally 3.12-   टैली 3.12 दूसरा वर्जन है जो दुनिया में 1991 में आया था इसमें कुछ नए फीचर्स बढ़ाए गए थे।

Tally 4-  टैली 4:00, 1992 में आया था यह डी ओ एस को सपोर्ट करता है यह पिछले 2 वर्जन से अलग है।

Tally 4.5-   यह वर्जन 1994 में आया था यह बीडीओएस को सपोर्ट करता है जो पहले से लाइटवेट का है।

Tally 5.4-   टैली 5.4 1996 में आया था यह बहुत पॉपुलर वर्जन था और बेस्ट अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर बन गया था।

Tally 6.3-  टैली सिक्स पॉइंट 3 2001 में आया था यह विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करता था।

Tally 7.2-   टैली 7.2 2005 में आया था यह नए फीचर्स के साथ आया और फास्ट वर्जन था। काफी सारी चीजें इसमें नहीं थी जैसे के बेस्ट एचडी कंप्लेन एक्सेप्ट।

Tally 8.1-   टैली 8.1 2006 में कुछ नई चीजों के साथ आया था जैसे के मॉड्यूल ऑफ पी ओ एस हैंड पैट्रोल फीचर्स।

Tally 9-   टैली नाइन 2006 में आया था इसमें एक्साइज पैरोल ईटीडीएस फिलिंग फैसिलिटी इस टीडीएस के साथ आए थे।

Tally ERP 9-   टैली ईआरपी 9 2009 में नए फीचर्स जैसे जीएसटी कैलकुलेशन इनवॉइस रिमोट एसएस मल्टी यूजर लॉगइन इन ट्रांजेक्शन के साथ आया था।बिजनेसमैन के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण  और सरल एप्लीकेशन है वह चाहते हैं कि इसका एक और न्यू वर्जन आए ताकि और सारा काम आसान हो जाए।

Tally कोर्स के लाभ

बिजनेस ग्रो करने में आसान

 बढ़ते कारोबार के साथ जरूरत होती है पुरजोर मॉनिटरिंग के इसकी मदद से यह पता लगता है कि का व्यवसाय फायदे में चलता है और कब उसे घाटे की मार झेलनी पड़ती है एक बार जब यह पता लग जाता है कि कारोबार में हो रहा है रहे घाटे कब और किन कारणों से उत्पन्न होते हैं तो उसके बाद उन्हें सुधारना और बिजनेस ग्रो करना बेहद आसान हो जाता है टेली की मदद से आप सूची पैरोल और बैंकिंग आदि चीजों का रिकॉर्ड आसानी से रख सकते हैं।

data security-

 किसी भी सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करने से पहले कोई भी कंपनी चाहेगी कि उसका डाटा सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा अन्य स्थानों पर शेयर ना किया जाए। ऐसा करने से कंपनी के कंपीटीटर्स इस बात का लाभ उठा सकते हैं। टैली का इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका डाटा किसी अन्य कारोबार या व्यक्ति द्वारा साझा नहीं करा जाता। इस सॉफ्टवेयर में स्टोर किए जाने वाला डाटा पूरी तरह से आप तक ही सीमित रहता है। कोई चाह कर भी आपका आपके डाटा तक नहीं पहुंच सकता जब तक आप की अनुमति ना हो।

Manage Client Data-

  जब आप टैली software का इस्तेमाल करते हैं तो आपको क्लाइंट के data को अरेंज करने के लिए किसी प्रकार के अन्य सॉफ्टवेर का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। आप एक ही जगह पर क्लाइंट के सारे डेटा को संजोग कर रख सकते हैं।  उसमे किसी भी प्रकार के बदलाव कर सकते हैं। आपको बार बार शुरू से शुरुवात करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

Globally Accessible-

किसी भी प्रकार की रिकॉर्ड बुक को हर समय अपने साथ ले कर घूमना मुमकिन नहीं है। ऐसे मे Globally Accessible का अर्थ है की आप टैली सॉफ्टवेर की मदद से दुनिया के किसी भी कोने मे कहीं भी बैठे हुए अपने डेटा को इंटरनेट की मदद से देख एवं अनालाइज कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको एक सिस्टम और इंटरनेटकी आवश्यकता होती है।

 GST Solution-

  भारत मे 2016-17 मे उद्यमों मे GST के लागू होने के बाद से काफी प्रभाव पड़ा। शुरुवाती दौर मे लोगों को इसे समझने मे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी बात को ध्यान मे रखते हुए टैली सॉल्यूशन ने अपने सॉफ्टवेर मे GST File करने का फीचर उपलब्ध करवाया। इस फीचर  की मदद से लोगों को जीएसटी के बारे मे जानना एवं जीएसटी रिटर्न भरना बेहद आसान हो गया।

Saves Incorrect Data-

 टैली सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से इन गलतियों से बचा जा सकता है। यह आपके पोस्ट डेटेड चेक, बैंक मे किए गए निवेश एवं अन्य जानकारियों का रिकॉर्ड रखने मे बेहद सक्षम है।

टैली कितने दिन का कोर्स है?

Tally कोर्स 1 महीने, 2 महीने या 3 महीने तक चल सकता है। यह अलग अलग institutions पर निर्भर करता है की वह कोर्स कितने समय मे खतम करवाते हैं। लेकिन टैली कोर्स लगभग 3 महीने में आप अच्छे से सीख सकते हैं। बाकी टैली सीखना बहुत आसान है यह बस आपके दिमाग की शक्ति पर निर्भर करता है कि कितने समय में पूरा सकते है। पहले महीने छात्रों को टैली से संबन्धित बेसिक जानकारी दी जाती है और दूसरे और तीसरे महीनों मे उन्हे इसके एडवांस फीचर्स जैसे की जीएसटी , पे रोल आदि के बारे मे समझाया जाता है।

टैली केसे सीखे ?

लोगों द्वारा अक्सर यह सवाल पूछा जाता है की वह टैली सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करना कैसे सीख सकते हैं। एवं कई बार लोग इस बात को ले कर confused रहते हैं की उन्हे ऑनलाइन कोर्स करके टैली सीखना चाहिए या फिर ऑफलाइन कोर्स की मदद से।आप चाहे टली  सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्स करे या फिर ऑफलाइन क्लासेस ले। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की आपके अंदर सीखने की इच्छा एवं लगन कितनी हैं।

Tally Software Online Course

वैसे तो Internet पर आपको बहुत सारे कोर्स मिल जाएंगे जो यह दावा करते हैं की आप उनकी मदद से टैली के बारे मे सारा ज्ञान प्राप्त कर लेंगे, परंतु इनमे से कई सारे कोर्सेज फर्जी होते हैं जिनका मकसद आपको सीखना नहीं बल्कि पैसे कमाना होता है। ऐसे मे यदि आप online course करना चाहते हैं तो किसी भी प्लेटफार्म को चुनने से पहले उसके बारे मे अवश्य जान लें। किसी भी course को खरीदने से पहले उसके reviews अवश्य पढ़ें।

आप उन्ही Online Courses मे Enroll हों जो –

  • आपको Course Complete होने पर Certificate मुहैया करें।
  • जिनके द्वारा मुहैया कराये जाने वाला Certificate Globally मान्य हो।

Tally Software Offline Course

Tally course करवाने के लिए आपको offline ढेरों institutes मिल जाएंगे। आप उनकी प्रसिद्धता एवं reviews देख कर उनका चुनाव कर सकते हैं। यदि आप जल्दी जल्दी कोर्स समाप्त करना चाहते हैं तो आप ऐसे institutes का चुनाव कर सकते हैं जो एक महीने मे पूरा कोर्स खतम करवा देते हैं। वहीं यदि आपके पास समय है और आप अच्छे से सॉफ्टवेयर को सीखने मे interested हैं तो आप 3 महीने वाले कोर्स का चुनाव कर सकते हैं।

 एकाउंटिंग के कुछ बेसिक फंक्शन

कैपिटल- जब कोई पैसा व्यापार के लिए लगता है तो उस रकम को कैपिटल बोलते हैं इसके अलावा इसे इक्वाइटी भी बोलते हैं।

Transaction- लेन-देन करने की प्रोसेस को ही ट्रांजैक्शन बोलते हैं इसमें सर्विस और प्रोडक्ट को एक्सचेंज किया जाता है।

डिस्काउंट- अपनी प्रोडक्ट्स और सेवा के उपयोग को बढ़ाने के लिए जब कोई कंपनी मालिक अपने कस्टमर को डिस्काउंट के रूप में कुछ रकम वापस देता है तो उसे डिस्काउंट कहते हैं। डिस्काउंट दो प्रकार की होती है

Trade discount- यह डिस्काउंट सेलर अपने कस्टमर को लिस्ट प्राइस पर प्रेजेंट के रूप में देते हैं।

Cash discount- यह कस्टमर को सही समय पर बिल करने पर कैश के रूप में दिया जाता है।

Liability- यह मैसेज समान होते हैं जो किसी से कर्ज के रूप में लिए जाते हैं।

Assets- बिजनेस से जुड़े जितने भी चीजें शामिल होती है उन्हें assets बोला जाता है।

टैली में क्या कार्य कर सकते है?

  • Create company e
  • Journal entries
  • Vouchers
  • Budget
  • Cost centre
  • Bank reconciliation statement
  • What is a group and how to create a group in tally?
  • Calculator

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