सुरक्षा परिषद क्या है और UNSC Ki Full Form Kya Hai एवं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद स्थायी व अस्थायी सदस्यों की सूची देखे हिंदी में
जब द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति हुई तो विश्व में देखा गया कि बहुत देशों में भारी नुकसान हुआ है जान माल इन सभी चीजों का अधिकतर तौर पर हानि पहुंचाने का कार्य हुआ था जिससे विश्व में एक आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ा था इन्हीं सब समस्याओं को स्कूल जाने के लिए तथा उसके साथ-साथ भविष्य में ऐसा दोबारा ना हो उस स्थिति के निवारण के लिए एक संगठन की मांग रखी गई थी जिससे बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) का निर्माण किया गया जो आज भी विश्व में शांति बनाए रखने के लिए जानी जाती है तो आइए आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यूएनएससी के बारे में पूर्ण जानकारी मुहैया कराए तथा उसके स्थाई एवं अस्थाई सदस्यों की भी जानकारी विस्तृत में बताएंगे यदि आप किस आर्टिकल के द्वारा व्यवस्थित तौर पर जानकारी ग्रहण करना चाहते हैं तो इस से अंत तक जरूर पढ़ें।
What Is UNSC
यदि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बात की जाए तो यह एक प्रकार का संयुक्त राष्ट्र संघ का ही हिस्सा है जिसके द्वारा विश्व में शांति एवं अमन की बात की जाती है तथा उसे बढ़ावा दिया जाता है जिससे द्वितीय विश्व युद्ध की स्थिति जो थी वह दोबारा से पैदा ना हो इसका निर्माण सन 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध में मची हाहाकार को देखते हुए तथा उन समस्याओं को निवारण करने के लिए किया गया था इसके द्वारा ही संयुक्त राष्ट्र संघ में नीतियों में बदलाव के साथ-साथ नए सदस्यों को जोड़ना तथा जुड़े हुए सदस्यों को सैन्य सहायता प्रदान करना यह सभी कार्य किया जाता है
यदि UNSC की प्रथम बैठक की बात की जाए तो वह जनवरी 1946 में की गई थी जिसमें तैयारी आयोग की विशेष रिपोर्ट के साथ साथ संयुक्त राष्ट्र संघ के अध्यक्ष एवं महासचिव की नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई थी तथा उन देशों को सहायता प्रदान की गई थी जो उसके योग्य थे।
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का उद्देश्य क्या है?
United Nations Security Council का मुख्य उद्देश्य हमेशा से ही यही रहा कि विश्व में शांति एवं अमन के कार्य को सुचारू रूप से प्रभावित किया जाए तथा जहां पर भी किसी भी देश को सैन्य सहायता की जरूरत पड़ती है तो उसे सुरक्षा प्रदान की जाए इसके साथ साथ संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति अभियान में सहायता प्रदान करना तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश पर प्रतिबंध लगाने का कार्य भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ही होता है आप इसके शक्तिशाली व्यवस्था का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि UNSC के द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने के लिए विश्व के संपूर्ण देश बाध्य हैं यदि उस नियमों का पालन किन्ही देशों के द्वारा नहीं किया जा रहा है तो उस पर प्रतिबंध चाहे वह व्यवहारिक हो या सामाजिक व आर्थिक लगाने का कार्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अपने स्तर से फौरन कर सकता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) के सदस्य:
यदि UNSC के वर्तमान समय में सदस्यों की बात की जाए तो वह औपचारिक रूप से 15 है परंतु इसमें दो तरह के सदस्यों को सम्मिलित किया जाता है जिसमें पहला स्थाई सदस्य तथा दूसरा अस्थाई सदस्य होता है इन दोनों के ही बारे में हम निम्नलिखित आपको बताने जा रहे हैं।
1.स्थाई सदस्य(Permanent Member)
यदि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद(UNSC) में स्थाई सदस्य की बात की जाए तो वह पांच है जो कि स्थाई सदस्य को की बदौलत ज्यादा शक्तिशाली एवं मजबूत है उनके पास एक प्रकार का वीटो पावर उपस्थित होता है तथा या पूर्ण रूप से विकसित देश कहलाते हैं स्थाई सदस्यों के वीटो पावर की बात की जाए तो ये इतने ज्यादा शक्तिशाली होते हैं कि ह्यूमन के बनाए गए कानून के प्रस्ताव को यह अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करके खारिज कर सकते हैं या फिर बदल सकते हैं उसी के साथ-साथ इनकी सदस्यता होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है आतंकवाद एवम सुरक्षा के मुद्दे पर यह काफी ज्यादा निर्णायक की भूमिका अदा करते हैं निम्नलिखित हम आपको स्थाई सदस्य के बारे में बता रहे हैं:
स्थाई सदस्यों के नाम,समूह व संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से जुड़ने का वर्ष:
देश | समूह | वर्ष |
USA | पश्चिमी यूरोपीय | 1945 |
UK | पश्चिमी यूरोपीय | 1945 |
FRANCE | पश्चिमी यूरोपीय | 1945 |
CHINA | एशिया प्रशांत | 1971 |
RUSSIA | पूर्वी यूरोपिय | 1991 |
2.अस्थाई सदस्य(Temporary Member)
यदि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य तो की बात करें तो इनकी संख्या पूर्ण रूप से 10 है जो कि प्रत्येक 2 वर्ष में चुनाव प्रक्रिया के बाद चुने जाते हैं इसमें पूर्वी एवं पश्चिमी समूह के देशों को सम एवं विषम संख्याओं के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया कराई जाती है जिसके द्वारा बहुमत मिलने पर उन्हें यूएनएससी में सदस्यता प्रदान कर दी जाती है जिसके बाद इन्हें यूएन के द्वारा किसी भी कार्य एवं शांति बहाल व्यवस्था में योगदान प्रदान किया जाता है निम्नलिखित हम स्थाई सदस्यों की जानकारी आपको साझा कर रहे हैं:
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अस्थाई सदस्यों के नाम,समूह व संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से जुड़ने का वर्ष:
देश | समूह | वर्ष |
नार्वे | पश्चिमी यूरोपीय | 2021 |
मैक्सिको | लैटिन अमेरिका एवम कैरेबियन | 2021 |
केन्या | अफ्रीकी | 2021 |
भारत | एशिया प्रशांत | 2021 |
आयरलैंड | पश्चिमी यूरोपीय | 2021 |
सयुंक अरब अ. | एशिया प्रशांत | 2022 |
घाना | अफ्रीकी | 2022 |
गैबन | अफ्रीकी | 2022 |
ब्राजील | लैटिन अमेरिका एवम कैरेबियन | 2022 |
अल्बानिया | पूर्वी यूरोपिय | 2022 |
UNSC में स्थाई सदस्य को क्या फायदे होते है:
जैसा कि उपरोक्त आपको बताया गया है की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जो पांच स्थाई सदस्य हैं उन्हें आमतौर पर बहुत फायदे औपचारिक रूप से प्रदान किए जाते हैं जिससे वह किसी भी प्रस्ताव को अपने अधीन कर सकते हैं या खारिज कर सकते हैं यह एक प्रकार से अस्थाई सदस्यता से काफी ज्यादा शक्तिशाली होते हैं निम्नलिखित हम उनके कुछ फायदे जो प्रदान किए जाते हैं वह बता रहे हैं:
- यूएनएससी में स्थाई सदस्यों के पास वीटो नामक एक पावर प्रदान की जाती है जिसके द्वारा वाह यूएन में किसी भी मामलों पर निर्णायक की भूमिका अदा करते हैं।
- ये किसी भी मामलों पर UN में मजबूती से अपना पक्ष रखते हैं तथा अपनी बात को मनवाने का दमखम भी रखते हैं।
- आतंकवाद एवं सुरक्षा कारणों को व्यवस्थित तौर पर यूएन में उन मसलों को हल करने का कार्य प्रदान करते हैं तथा मिलकर उनसे लड़ने की कार्रवाई करते हैं।
- UNSC में किसी भी देश पर लगने वाले प्रतिबंध पर उसके साथ खड़े होकर लागू कराने का दमखम रखते हैं तथा लगे हुए प्रतिबंध को अपने प्रभाव से स्थापित कर आते हैं।