Output Device क्या है और आउटपुट डिवाइस कितने प्रकार की होती है

आज के समय में ज्यादातर क्षेत्रों में Computer का अत्यधिक इस्तेमाल देखने को मिलता है ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कंप्यूटर वर्तमान समय की जरूरतों के हिसाब से कम समय में ज्यादा कार्य करने की क्षमता रखता है इसलिए स्कूल, कॉलेज, ऑफिस दफ्तर सरकारी एवं गैर सरकारी बैंकों आदि में इसका बखूबी से इस्तेमाल किया जाता है परंतु यह कंप्यूटर बहुत सी Input और Output Device के मेल के माध्यम से ही कार्य कर पाता है तो आज इस लेख में हम आपको Output Device के बारे में जानकारी देंगे जिसे आपको भी इसके प्रकारों के बारे में जानकारी हासिल हो सके।

Output Device (आउटपुट डिवाइस) क्या है?

Computer के अंतर्गत काम करने वाले Input Device के माध्यम से दिए गए निर्देशों को Processing करके उसके परिणाम को किसी भी Hardcopy या Softcopy के रूप में जिसे Printer या Monitor के तौर पर जाना जाता है उस पर प्रदर्शित करने का कार्य जो होता है वह Output Device के माध्यम से ही किया जाता है ऐसे में आउटपुट डिवाइस जो होती है वह कंप्यूटर को एक व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है ऐसे में कंप्यूटर के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के Output Device से जुड़ कर कार्य करती हैं जिसके बारे में हम विस्तार से निम्नलिखित आपको बताएंगे।

Output Device
Output Device

यह भी पढ़े: Output और Input Device क्या है 

कुछ महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस(Output Device)

  • Monitor
  • Printer
  • Plotter
  • Multimedia Projector
  • Speech Synthesizer

आउटपुट डिवाइस(Output Device) के प्रकारों के बारे में विस्तार से जानकारी

अब हम आपको Computer के साथ मिलकर कार्य करने वाले सभी आउटपुट डिवाइस के बारे में निम्नलिखित विस्तार से जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं जिससे आप आसानी से Output Device के कार्यों को समझ सके।

यह भी पढ़े: Device Driver क्या होता है

Monitor

कंप्यूटर पर किए गए किसी भी कार्यों को प्रदर्शित करने का कार्य मॉनिटर का होता है जो कि एक प्रकार का Television की तरह दिखने वाला ही यंत्र होता है। पहले शुरुआती दौर में Monitor केवल Black & White Colour का ही होता था जिसमें रंगों की पहचान करना नामुमकिन था परंतु वक्त के साथ-साथ बदलाव आता गया और मॉनिटर की क्षमता में भी कई बदलाव किए गए जिसके बाद ये विशेष सर्किट पर आधारित होकर कार्य करने लगा जिसके माध्यम से Colourful Monitor के द्वारा आसानी से सब कुछ समझा जाने लगा वैसे यदि देखा जाए इसके अंतर्गत Revolution अधिक होने से इसके कार्य करने की क्षमता भी काफी ज्यादा बेहतर हो चुकी है और इसकी सबसे छोटी बिंदु Pixel कहलाती है।

हालांकि Monitor कार्य के आधार पर कई प्रकार के होते हैं जोकि निम्नलिखित है।

  • CRT(Cathode Ray Tube)
  • LCD(Liquid Crystal Display)
  • LED(Light Emitting Diode)
  • OLED(Organic Light Emitting Diode)

Printer

प्रिंटर एक महत्वपूर्ण Output Device होती है जो कि Computer के द्वारा प्रदान की गई सूचना को Users के समक्ष प्रस्तुत करती है इसके साथ ही साथ इसके माध्यम से Results,Program और Data का Hardcopy भी Output माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है हालांकि यह दो भागों में वर्गीकृत किया गया है जोकि निम्नलिखित है:-

  • Impact Printer
  • Non-Impact Printer
  • Laser Printer
Impact Printer

Impact Printer जो होते हैं वह एक प्रकार के Electromechanical  Mechanism का इस्तेमाल करके रिबन पेपर पर ही Strike कर देते हैं जिससे बेहतर तरीके से रिजल्ट को देखा जा सकता है।

Non-Impact Printer

Non impact Printer का प्रयोग Thermal,Chemical,Electrostatic,Laser beam,Inkjet Technology की सहायता से Text Print करने के लिए किया जाता है हालांकि इंपैक्ट प्रिंटर की अपेक्षा इसके Print करने की जो रफ्तार होती है वह अत्यधिक होती है

Laser Printer

Laser Printer को हम Non impact Printer के वर्ग में ही शामिल कर सकते हैं क्योंकि इसके कार्य करने की क्षमता बिल्कुल उसकी तरह ही होती है हालांकि यह एक Page को एक बार में ही Print कर सकता है।

Plotters

प्लॉटर एक प्रकार के महत्वपूर्ण Device है जोकि बेहतर Quality के Graphics एवं Drawing कंप्यूटर के Monitor पर प्रस्तुत करने का कार्य करते हैं हालांकि इसे कंप्यूटर के द्वारा Control किया जाता है जिसके माध्यम से Graphics एवं Design को बेहतर बनाया जा सके इसके अंतर्गत Single या Multicolour Pen का भी उपयोग किया जा सकता है जो कि आपके ग्राफिक्स को और भी ज्यादा बेहतर बनाने का कार्य कर सकते हैं।

Multimedia Projector

यह एक प्रकार की कंप्यूटर से जुड़ी हुई Output Device है जोकि Computer से प्राप्त सूचनाओं को एक बड़ी स्क्रीन जैसे कपड़े की स्क्रीन या दीवार पर प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल में लाई जाती है जिसे एक साथ कई सारे लोग मिलकर देख सकते हैं हालांकि इसका व्यापक तौर पर इस्तेमाल Presentation के तौर पर भी किया जाता है और इसके अंतर्गत आप आसानी से Audio,Video,Image,Animation आदि जैसी चीजों को देख सकते हैं उदाहरण के तौर पर हम सिनेमा हॉल में मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर की सहायता से ही फिल्मों को देख पाते हैं।

Speech Synthesizer

यह एक प्रकार की ऐसी आउटपुट डिवाइस है जो कि प्रदर्शित किए गए Data को बोलकर वाक्य में प्रदर्शित कर सकती है हालांकि Speech को प्रदर्शित करने के लिए Basic Sound Unit को Computer के Speaker के द्वारा output किया जाता है और इसका इस्तेमाल खास तौर से गूंगे,अंधे लोगों के लिए होता है।

आउटपुट डिवाइस से संबंधित कुछ सवाल जवाब (FAQs)
कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ और इसके जनक कौन है?

कंप्यूटर का आविष्कार सन 1822 में चार्ल्स बैबेज के द्वारा किया गया था और इन्होंने ही सबसे पहले डिफरेंशियल इंजन नामक मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया जिस के तौर पर इन्हें कंप्यूटर का जनक भी कहा जाता है।

आउटपुट डिवाइस का कार्य क्या होता है?

कंप्यूटर के इस्तेमाल में इनपुट डिवाइस के माध्यम से प्रदान किए गए डाटा को प्रदर्शित करना और व्यवस्थित रूप से संचालित करने का कार्य आउटपुट डिवाइस का होता है जोकि मॉनिटर के तौर पर कंप्यूटर के अंतर्गत होता है।

आउटपुट डिवाइस कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम को प्रदर्शित करिए?

आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जिसके माध्यम से बेहतर तौर पर कंप्यूटर को संचालित किया जा सकता है जोकि मॉनिटर प्रिंटर मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर प्लॉटर आदि के नाम से जाने जाते हैं।

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