RTGS Kya Hai और इसकी फुल फॉर्म क्या होती है एवं आरटीजीएस पैसे कैसे ट्रांसफर करें व इसके फंड ट्रांसफर करने का तरीका क्या है
दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आरटीजीएस क्या है और यह कैसे कार्य करता है?इसके द्वारा पैसे कैसे भेजे जाते हैं RTGS को रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किया गया और यह डिजिटल इंडिया की तरफ एक अच्छा कदम है इसके द्वारा बड़ी आसानी से ऑनलाइन फंड ट्रांसफर हो जाता है यह ऑनलाइन बैंकिंग ही है जिसके द्वारा फंड ट्रांसफर किया जाता है यूं तो ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के कई और भी तरीके है लेकिन यह ट्रांसफर ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। इसके द्वारा हम किसी भी कंपनी या इंडिविजुअल को फंड ट्रांसफर कर सकते हैं यह सुविधा आरबीआई द्वारा शुरू की गई थी बहुत से लोग इसके बारे में नहीं जानते होंगे इसीलिए हम यहां पर यह जानकारी आपको दे रहे हैं से हो जाता है। यह रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट है इसमें कम से कम 30 मिनट लग जाते हैं।
आरटीजीएस क्या है
आरटीजीएस पैसा ट्रांसफर करने की एक ऑनलाइन प्रक्रिया है आरटीजीएस की फुल फॉर्म रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट है जिसको आरबीआई द्वारा चलाया जाता है यह बड़े और अधिकतम फंड ट्रांसफर के लिए हैं और ज्यादा भरोसेमंद भी है आरटीजीएस में कम से कम 2लाख और अधिकतम आप जितने चाहे ट्रांसफर कर सकते है आरटीजीएस करने की टाइमिंग 8:00 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे तक की होती है जबकि एनईएफटी मैं पैसा ट्रांसफर करने की टाइमिंग 8:00 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे तक की होती है। आरटीजीएस द्वारा आसानी से एक बैंक अकाउंट से दुसरे बैंक अकाउंट में आसानी से पैसे भेजे या प्राप्त किये जा सकते हैं आरटीजीएस के द्वारा एनईएफटी की तुलना में तुरंत पैसे भेजे या प्राप्त किये जा सकते है
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RTGS लेटेस्ट अपडेट
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के लिए मंजूरी दे दी है। आरटीजीएस के माध्यम से धन राशि दिसंबर से 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। हालांकि वर्तमान समय में आरटीजीएस दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर सप्ताह में सभी कार्य दिवसों में सुबह 7:00 से शाम 6:00 बजे तक उपलब्ध होता है। रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट की न्यूनतम राशि सीमा 2 लाख है तथा इसकी कोई ऊपरी सीमा निर्धारित नहीं की गई है। आरटीजीएस की एक यही समस्या है कि यह केवल वर्किंग दिनों में ही उपलब्ध है। आपको बता दें कि आरटीजीएस का उपयोग करके यदि आप 5 लाख या उससे ऊपर का ट्रांसेक्शन करते हैं तो आप से 49.50 रुपए का चार्ज लिया जाएगा तथा आपको इस राशि पर जीएसटी भी प्रदान करनी होगी |
RTGS के लाभ
- आरटीजीएस के बहुत से लाभ है जैसे कि इसमें फंड ट्रांसफर ऑफ लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है इसमें टाइम की भी काफी बचत हो जाती है और इसके चार्जेस भी बहुत कम है।
- अगर आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप नहीं है तो आप ऑफ लाइन तरीका अपना सकते हैं ऑफ लाइन में आपको सिर्फ बैंक से एक फॉर्म लेकर फिल करना है और उसमें जानकारी भरनी है और उसे चेक के साथ जमा कर देना है
- यह बहुत आसान प्रक्रिया है जिससे हर कोई लाभ उठा सकता है।
- एनईएफटी के मुकाबले ज्यादा तेजी से कार्य करता है। इसमें कम से कम दो लाख रुपए भेज सकते हैं और ज्यादा की कोई लिमिट नहीं है अनलिमिटेड पैसा भी भेज सकते हैं।
- यह खासतौर पर बड़े व्यापारियों के लिए है।
आरटीजीएस करने के लिए जरूरी जानकारी
RTGS करने के लिए भेजने वाले और प्राप्त करने वाले का इन सारी बैंक डिटेल्स का होना बहुत जरूरी है जैसे
- अकाउंट होल्डर का नाम
- अकाउंट नंबर
- बैंक का नाम
- ब्रांच का नाम
- आईएफएससी कोड
RTGS में फंड ट्रांसफर दो तरीकों से किया जा सकता है
रिजर्व बैंक ने ग्राहकों की सुविधा के लिए दो तरीके तैयार किए हैं एक ऑफ लाइन प्रक्रिया और दूसरा ऑनलाइन प्रक्रिया
आर टी जी एस करने के लिए ऑफलाइन तरीका
ऑफ लाइन तरीके से भी आप आरटीजीएस द्वारा फंड ट्रांसफर कर सकते हैं-
- इसके लिए हमें बैंक की शाखा में जाना होगा।
- उसके बाद बैंक काउंटर से एनईएफटी/ आरटीजीएस का फॉर्म लेना होगा एनईएफटी और आरटीजीएस का फॉर्म एक ही होता है बस हमें टिक करना होगा कि हमें किस तरीके से फंड ट्रांसफर करना है।
- आरटीजीएस पर टिक करें।
- उसके बाद फॉर्म को भरना है नाम, अकाउंट नंबर बैंक का नाम, शाखा का नाम,आईएफएससी कोड और अमाउंट भरना होगा।
- इसके साथ ही हमें फंड ट्रांसफर के लिए एक चेक भी देना होगा जिस पर नाम की जगह योरसेल्फ लिखा जाएगा रकम भरें और सिग्नेचर करें।
- इसके बाद फॉर्मे और चेक को एक जगह पिन अप कर के काउंटर पर जमा कर दें इसके बाद बैंक कर्मचारी अपने आप फंड ट्रांसफर कर देंगे। इसमें सिर्फ आधे घंटे का समय लगता है।
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आरटीजीएस करने के लिए ऑनलाइन तरीका
यहां हम आपको बता रहे हैं कि इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया क्या है और आरटीजीएस के जरिए आप कैसे फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
- पहले आप अपना नेट बैंकिंग अकाउंट देखें अगर वह चालू नहीं है तो बैंक की वेबसाइट के जरिए आप इसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें।
- अब अपने नेट बैंकिंग अकाउंट पर लॉगिन करें।
- इसके बाद आप जिसको फंड ट्रांसफर कर रहे हैं उसे बेनिफिशियरी कहतें हैं उसे ऐड करें।
- फिर जिसको आप फंड ट्रांसफर कर रहे हैं उसकी पूरी डिटेल भरे।
- इसके बाद ट्रांसफर मोड को सेलेक्ट करें।
- ट्रांसफर मोड को सेलेक्ट करने के बाद आपको जितना अमाउंट ट्रांसफर करना है उतना अमाउंट भरे।
- रेमार्क ऑप्शन को एड करें।
- उसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा
तो दोस्तों आपकी यह प्रक्रिया पूरी हुई और कुछ ही देर में आपका फंड ट्रांसफर हो जाएगा।
RTGS कैसे कार्य करता है
- आरटीजीएस ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरफ से कार्य करती है आपके ऑफलाइन फॉर्म या ऑनलाइन प्रोसेस को सैंडर बैंक पहले चेक करती है फिर इसे आगे की प्रक्रिया के लिए भेज दिया जाता है।
- इसके बाद बैंक एक मैसेज इशु करती है फिर उससे आरटीजीएस सर्विस सेंटर को भेज दिया जाता है।
- सर्विस सेंटर इसे आरटीजीएस क्लीयरिंग सेंटर को भेज देती है।
- उसके बाद क्लीयरिंग सेंटर, फंड ट्रांसेकशन को उस बैंक में भेज देती है जहां फंड ट्रांसफर करना होता है।
आरटीजीएस के चार्जेस
यहां हम आपको आरटीजीएस के चार्जेस के बारे में बता रहे हैं इसमें जो बैंक पैसा भेजती है वही चार्ज करती है प्राप्त करने वाली बैंक कोई चार्ज नहीं करती। फिर भी इसका चार्जेस बहुत कम है।
ट्रांसफर की रकम | चार्जेस |
₹ 2 लाख से ₹ 5 लाख तक | ₹ 30/- |
₹ 5 लाख से ऊपर अनलिमिटेड | ₹ 55/- |