12th Ke Baad Kya Kare और 12वीं के बाद कौन सा कोर्स करें एवं इसके बाद करियर कैसे बनाएं जाने सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
आज के समय में जब कोई भी छात्र 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर लेता है तो उसके मन में एक सवाल जरूर उत्पन्न होता है कि वह 12th Ke Baad Kya Kare यह सवाल उसके मन में 12वीं कक्षा में जाने के साथ ही शुरू हो जाता है परंतु यदि सहित सही मार्गदर्शन उन छात्रों को नहीं मिल पाता तो वह कुछ एस्से कोर्स या पढ़ाई कर लेते हैं जिससे उन्हें कोई फायदा नहीं पहुंच पाता |
आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम उन छात्रों को बताएंगे कि 12वीं के बाद क्या करें क्लास 12th Ke Baad Kya Kare जाने हिंदी में तथा उनके बारे में पूर्ण रूप से जानकारी भी देंगे तथा यह भी बताने की कोशिश करेंगे कि किस विषय क्षेत्र का छात्र आगे की पढ़ाई किस क्षेत्र में कर सकता है तथा उस से उस को क्या फायदा मिल सकता है यह सभी जानकारी आपको इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी।
12वीं के बाद क्या करना चाहिए?
जैसा कि आपको पता है की 12 कक्षा में जाने के बाद छात्रों को खुद की स्ट्रीम या फिर बोले खुद का विषय चयन करने की सुविधा दी जाती है जिसमें वह आर्ट्स साइंस तथा कॉमर्स चुनते हैं इन सभी में उन्हें अलग-अलग तरह की पढ़ाई करनी पड़ती है आर्ट्स के छात्र हिस्ट्री हिंदी ज्योग्राफी आदि विषयों के बारे में जानकारी एकत्र करते हैं तो वहीं कॉमर्स के छात्र बिजनेस मैनेजमेंट आदि के क्षेत्र में अपना योगदान देते हैं यदि इसी के साथ-साथ साइंस स्ट्रीम की बात की जाए तो उसमें दो प्रकार के विषय बैठे होते हैं एक तो मैथ का विषय तथा दूसरा बायोलॉजी का विषय होता है जिसमें इन दोनों को अपने अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग कार्य करने पड़ते हैं निम्नलिखित हम आपको बारी-बारी से सभी के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
12वीं के बाद आर्ट्स(Arts) के क्षेत्र में
12th Ke Baad यदि सबसे ज्यादा कोई विषय से संबंधित स्कोप है तो वह आर्ट्स के क्षेत्र में माना जाता है जिसमें बहुत सारे ऐसे डिग्री हैं जो आप किसी भी कॉलेज से आसानी से कर सकते हैं निम्नलिखित हम 12वीं के बाद आर्ट्स के क्षेत्र में प्राप्त डिग्रियों जिसमें छात्र एडमिशन ले सकता है वह बताने जा रहे हैं:
- बैचलर ऑफ आर्ट्स (Bachelor of Arts)
- बैचलर ऑफ आर्ट्स एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (BA LLB)
- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC)
- बैचलर ऑफ एलीमेंटरी एजुकेशन (B.El.Ed)
- बैचलर ऑफ सोशल वर्क (Bachelor of Social Work))
- बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (Bachelor of Fine Arts)
- बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (Bachelor of Hotel Management)
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (Bachelor of Computer Application)
12वीं के बाद कॉमर्स(Commorce) के क्षेत्र में
यदि आप ने बारहवीं कॉमर्स के क्षेत्र से की है तो आपके लिए बहुत सारे विकल्प खुल जाएंगे जैसी आप बिजनेस फाइनेंशियल मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में जा सकते हैं। आमतौर पर अमूमन देखा जाता है कि कोई भी छात्र यदि 12वीं से कॉमर्स किया है तो वह बीकॉम किसी न किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी शेयर जरूर करता है परंतु आपको बताते चलें कि बीकॉम के अलावा भी बहुत सारे ऐसे डिग्री है जो आप उन्हीं कॉलेजों से कर सकते हैं और काफी मान्यता रखती है निम्नलिखित उनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं:
- B.Com (General/Hons.)
- बैचलर इन बिजनेस स्टडीज (Bachelor in Business Studies)
- बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (Bachelor of Management Studies)
- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Bachelor of Business Administration)
- बैचलर ऑफ कॉमर्स एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (B.Com LLB)
- चार्टर्ड अकाउंटेंसी (Chartered Accountancy)
- कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary)
- सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP)
- कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)
12वीं के बाद मैथ्स(Math) के क्षेत्र में
यदि छात्र ने मैथ सब्जेक्ट से बारहवीं उत्तीर्ण कर ली है तो उसके लिए सबसे अच्छा अवसर इंजीनियरिंग का होता है तथा उसे अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और आईआईटी जेईई और मेंस के एग्जाम को क्लियर करने के लिए एक बेहतर प्रिपरेशन करनी चाहिए जिससे उसे अच्छी रैंक आने पर देश के टॉप आईआईटी कॉलेज में एडमिशन मिल जाएगा उसके साथ साथ निम्नलिखित हम आपको मैथ के क्षेत्र से 12वीं करने के बाद कुछ डिग्रियां निम्नलिखित बताने जा रहे हैं:
- बैचलर इन टेक्नोलॉजी (Bachelor in Technology)
- बैचलर ऑफ साइंस (Bachelor of Science)
- National Defence Academy (NDA)
- बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B.Arch)
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (Bachelor of Computer Application)
- मर्चेंट नेवी (B.Sc. Nautical Science)
- Pilot (Indian Flying School के माध्यम से CPL प्रोग्राम करवाया जाता हैं)
- Railway Apprentice Exam (चयन प्रक्रिया के 4 साल बाद प्रशिक्षण)
12वीं के बाद बायोलॉजी(Biology) के क्षेत्र में
जैसा कि आपको पता है 12वीं के बाद जो छात्र या छात्राएं बालाजी लेती हैं उनके लिए बहुत सारे और सर होते हैं या तो वह डॉक्टर बनती हैं या फिर फर्निश्ड यहां उनके लिए सबसे बेहतर 12वीं के बाद NEET की तैयारी करके उसका एग्जाम देकर भारत के टॉप रैंक के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेकर MBBS,BDS,BHMS तथा BUMS आदि कर सकते हैं जिससे उन्हें एक अच्छा अवसर भी मिल जाएगा तथा उन्हें डॉक्टर की उपाधि भी मिल जाएगी इसके साथ-साथ बहुत से ऐसे Paramedical Course हैं जिन्हें करके किसी साइंस lab में असिस्टेंट किसी डॉक्टर का सहायक, रिसर्च इंस्टिट्यूट में असिस्टेंट आदि जैसे कार्यों में नौकरी भी लग सकती है निम्नलिखित हम आपको बायोलॉजी से संबंधित डिग्री बताने जा रहे हैं:
- बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS)
- बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS)
- बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS)
- बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS)
- बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS)
- बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc)
- बीएससी इन एग्रीकल्चर(B.Sc Ag)
- बी. फार्मा(B.Pharma)
- बायोटेक्नोलॉजी(Biotechnology)
- बायोइनफॉर्मएटिक्स(Bioinformatics)
- बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)
- माइक्रोबायोलॉजी(Micro Biology)
- जेनेटिक्स(Genetics)
- एनवायरनमेंटल साइंस(Environmental Science)
- Forensic Science
- नर्सिंग(B.Sc Nursing)
- बैचलर ऑफ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंड्री (B.V.Sc. & AH)
इसके अलावा पैरामेडिकल क्षेत्र में कुछ कोर्स:
- बीएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी(B.Sc in X-ray Technology)
- बीएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी(BMIT)
- बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी(BOT)
- B.Sc. OTT (Operation Theatre
- Technology)
- बीएससी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी(BDT)
- बीएससी इन MLT (मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी)(B.Sc in MLT)
- बीएससी इन रेडियोग्राफी(B.Sc in Radiographic)
- बीएससी इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी(B.Sc in MRT)
12वीं के बाद सभी क्षेत्रों के कुछ डिप्लोमा(Diploma) कोर्स की सूंची निम्नलिखित बताई जा रही है:
12वीं करने के बाद छात्र को यदि Graduation नहीं करना है तथा वह शीघ्र ही नौकरी पाना चाहता है तो उसके लिए वह 2 साल के डिप्लोमा कोर्स कर सकता है या सभी विषय के क्षेत्रों के लिए मान्य होता है निम्नलिखित हम आपको सभी क्षेत्रों के डिप्लोमा कोर्स बताने जा रहे हैं:
- डिप्लोमा इन 3D एनिमेशन(Diploma in 3D Animation)
- डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग(Diploma in interior Designing)
- डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया(Diploma in Multimedia)
- डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग(Diploma in Advertising and Marketing)
- डिप्लोमा इन फाइनेंशियल(Diploma in Financial)
- डिप्लोमा इन अकाउंटिंग(Diploma in Accounting)
- डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस(Diploma in Banking and Finance)
- डिप्लोमा इन नर्सिंग(Diploma in Nursing)
- डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी(Diploma in Physiotherapy)
- डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी(Diploma in Medical lab Technology)
- डिप्लोमा इन रेडियोलॉजिकल टेक्नोलॉजी(Diploma in Radiological Technology)
- डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग(Diploma in Electrical Engineering)
- डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग(Diploma in Mechanical Engineering)
- डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग(Diploma in Civil Engineering)
- डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग(Diploma in Chemical Engineering)
- एडवांस्ड डिप्लोमा इन फाइनेंशियल अकाउंटिंग(Advanced Diploma in Financial Accounting)
- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सर्टिफिकेशन कोर्स(Computer Programming Certification Course)
- आईटीआई इन कंप्यूटर(ITI in Computer)
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)