वैज्ञानिक (Scientist) कैसे बने- साइंटिस्ट बनने के लिए योग्यता क्या है?

Scientist Kon Hote Hai और वैज्ञानिक कैसे बने एवं बनने का तरीका क्या है साइंटिस्ट बनने के लिए योग्यता क्या है जाने हिंदी में

आज हम आपको साइंटिस्ट बनने से संबंधित जानकारी प्रदान करने वाले हैं क्योंकि बहुत सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो दसवीं कक्षा में ही सोच  लेते हैं कि उन्हें आगे करियर में क्या करना है जैसे कि बहुत से विद्यार्थी डॉक्टर बनना चाहते हैं। तो बहुत सारे स्टूडेंट इंजीनियरिंग फील्ड का चुनाव करते हैं ऐसे ही बहुत सारे स्टूडेंट ऐसे होते हैं जो विज्ञान में रुचि रखते हैं तो वह भविष्य में साइंटिस्ट बनने का निर्णय लेते हैं। लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि वैज्ञानिक बनना इतना आसान नहीं है उसके लिए बहुत ही कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। किसी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको पहले से ही खुद को तैयार करना जरूरी है क्योंकि आपका सैल्फ कॉन्फिडेंस ही आपको आगे बढ़ाता है। तो चलिए फिर आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से Scientist बनने के विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान करना चाहते हैं।

साइंटिस्ट कौन होते हैं ?

सबसे पहले Theologian Philosopher विलियम व्हीवेल’ (William Whewell) द्वारा सांइसटिस्ट शब्द दिया गया था। जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं कि हम अपने आसपास जितने भी सुविधाजनक और आरामदेह चीजें देखते हैं उन चीजों को बनाने के लिए वैज्ञानिकों का ही अहम योगदान होता है। अगर आपमें से कोई विद्यार्थी भविष्य में Scientist बनना चाहता है तो आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको किन विषयों में पढ़ाई करनी है और कौन से कोर्स करने हैं। वैसे तो साइंटिस्ट के अलग-अलग कार्य होते हैं क्योंकि उसमें भी अलग-अलग पोस्ट होती है। वैज्ञानिकों सबसे अहम ओर मुख्य कार्य खोज करने का होता है। देश के जो भी विद्यार्थी साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो उनके लिए अंतरिक्ष वैज्ञानिक एक बेहतरीन अवसर है क्योंकि हमारे देश में अभी भी लगभग 90 लाख साइंटिस्ट की जरूरत है।

हालाकि वैज्ञानिक क्षेत्र में जाने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है बस आपको मैथ साइंस बायोलॉजी और केमिस्ट्री में एक बहुत अच्छा ज्ञान और फोकस बनाए रखना है और सबसे बड़ी बात आपको किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कोशिश करनी चाहिए कि छोटी छोटी चीजों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाने की और उसकी खोज करने की। क्योंकि वैज्ञानिकों की जिंदगी एक तरह से सन्यासी की तरह ही होती है क्योंकि जब तक उस लक्ष्य को पूरा नहीं कर लेता है वह उसका भी तो बीच में नहीं छोड़ सकता।

Scientist
Scientist Kaise Bane

यह भी पढ़े: एमएससी (MSC) क्या है

Wark Of a Scientics

  • एक वैज्ञानिक का कार्य किसी भी सरकारी या गैर सरकारी लैबोरेट्रीज कंपनी स्कूल रिसर्च सेंटर आदि से रिलेटेड हो सकता है।
  • प्रयोगों की योजना बनाना एवं उसको सही तरीके से चलाने का कार्य भी साइंटिस्ट का होता है।
  • इसके अलावा डाटा की रिकॉर्डिंग एवं उसका विश्लेषण करने का कार्य भी एक Scientist करता है।
  • अपने द्वारा की गई रिसर्च का रिजल्ट आने पर बड़े वैज्ञानिक और आधिकारिक लोगों के सामने पेश करना भी एक वैज्ञानिक के लिए बहुत जरूरी होता है।
  • Scientist शोध पत्र रिपोर्ट समीक्षा लिखने का भी कार्य करता है।
  • एक वैज्ञानिक अपने कार्य से जुड़े सभी जूनियर कर्मचारियों के काम की निगरानी भी करता है।

जॉब के लिए कहा अप्लाई कर सकते हैं ?

  • ISRO ( इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन )
  • BARK ( बाबा एटॉमिक रिसर्च सेंटर )
  • CSIR ( काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च )
  • ICAR ( इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च )
  • ARIES ( आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशन साइंस )
  • IACS ( इंडियन एसोसिएशन फॉर कल्टीवेशन ऑफ़ साइंस)
  • IITM ( इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रॉपिकल मीटरोलॉजी)

यह भी पढ़े: पैरामेडिकल (Paramedical Course) क्या होता है

साइंटिस्ट की सेलरी

वैसे तो एक वैज्ञानिक की मासिक आय उसकी क्वालिफिकेशन एवं अनुभव पर निर्भर करती है क्योंकि आपने जिस इंस्टिट्यूट से डिग्री प्राप्त की है उस डिग्री के आधार पर ही आपकी मंथली सैलेरी दी जाती है। शुरुआती तौर पर आपको लगभग 30000 से लेकर 1 लाख रुपए तक की सैलरी प्रति महीने मिलती है। उसके बाद जैसे-जैसे आप का अनुभव बढ़ता जाता है वैसे वैसे आपकी सैलरी में भी इजाफा होता रहता है। रिसर्च के क्षेत्र में आज ऐसे बहुत से Scientist है जो हर साल लाखों के पैकेज पर अपनी सेवाएं दे रहे है।

साइंटिस्ट बनने के लिए शैक्षिणिक योग्यता

  • सबसे पहले आपको 10वीं परीक्षा अच्छे नंबरों से पास करने के बाद आपको Scientist बनने के लिए उस से रिलेटेड विषय ही लेने हैं।
  • उसके बाद आपको 12वीं कक्षा में साइंस से रिलेटेड जैसे फिजिक्स, गणित, बायोलॉजी, सोशल साइंस, जियोलॉजी एवं एस्ट्रोनॉमी आदि विषय लेकर आगे की पढ़ाई करनी है और कम से कम आप को 12वीं परीक्षा 60% अंकों के साथ पास करनी है।
  • इसके बाद इन्हीं विषयों में उच्च शिक्षा ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन जैसे एमएससी, ऍम फील, पीएचडी, इंजीनियरिंग आदि करके समय समय पर निकलने वाले वैज्ञानिकों के पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • आप अपनी डिग्री पूरी करके इस फील्ड में अपने बेसिक को और भी स्ट्रांग कर सकते हैं इसके अलावा आप अपने नॉलेज को और ज्यादा साफ करने के लिए अपने चुने हुए विषय में ही डिग्री प्राप्त करें।
  • पीएचडी के बाद आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विभिन्न रिसर्च इंस्टीट्यूट या लैब्स के लिए अप्लाई कर सकेंगे।

साइंटिस्ट बनने के लिए जरुरी बातें

  • दोस्तो अगर आप Scientist बनने में रुचि रखते हैं तो आप किसी भी चीज को देखने के बाद उसमें रिसर्च करने की कोशिश करें कि यह किस तरीके से बनी हुई है और किन-किन चीजों से मिलकर इसे बनाया गया है।
  • क्योंकि एक वैज्ञानिक जो भी कार्य करने की सोचता है उसे वह दिन रात मेहनत करके पूरा करता ही है।
  • आपको हमेशा खुद पर विश्वास रखना चाहिए और अपना फोकस सिर्फ और सिर्फ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की और लगाना चाहिए।
  • जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं कि आजकल के विद्यार्थी बड़ी-बड़ी डिग्रियां तो हासिल कर लेते हैं लेकिन उन्हें उनकी शिक्षा के अनुसार ज्यादा जानकारी नहीं होती है। ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए अगर आप भविष्य में जो भी करना चाहते हैं उस पर पूरी तरह से फोकस रखना चाहिए।
  • आज भी हमारे देश में शिक्षा का स्ट्रक्चर तो है लेकिन अच्छे कौशल की बहुत कमी है इसीलिए स्कूल एवं कॉलेजों में शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान देना भी जरूरी है और प्रयोगशालाओं में प्रैक्टिस करना भी जरूरी है।
  • एक आम मनुष्य और एक विज्ञानिक मनुष्य की सोच में बहुत ज्यादा अंतर होता है। उदाहरण के तौर पर एक आदमी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कार्य करता है लेकिन एक वैज्ञानिक अपनी जरूरत पूरी करने के लिए नहीं बल्कि दूसरे की जरूरत और सहुलत प्रदान करने का कार्य करता है।
  • एक Scientist बनने के लिए प्रैक्टिकल अनुभव होना अनिवार्य है। इसके लिए आपके पास प्रयोगशाला अनुभव का सर्टिफिकेट होना भी जरुरी है। इसलिए आप प्रैक्टिकली चीजों को समझे।
  • आपको हिंदी और इंग्लिश ओर भी अलग अलग भाषाओं को सीखने का प्रयास करना चाहिए क्युँकि कई बार  वैज्ञानिक को विदेश आदि जाना होता हैं जहा पर अलग भाषा होती हैं।

इसरो वैज्ञानिक कैसे बने ?

दोस्तो अगर आप वैज्ञानिक क्षेत्र में रुचि रखते हैं तो आपने इसरो का नाम तो अवश्य ही सुना होगा जिसकी फुल फॉर्म और Indian Space Research Organization और हिंदी में इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र संगठन कहते है। इसका हेड क्वार्टर कर्नाटका के बेंगलुरु में स्थित है। यह संगठन हमारे देश को अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य करता है। इस संगठन में कार्य करने वाले प्रत्येक वैज्ञानिक देश को आगे बढ़ाने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। हमारे देश में जितने भी स्पेस प्रोग्राम या फिर extraterrestrial research किए जाते हैं उन सभी इसरो द्वारा ही कराए जाते हैं। संगठन को चलाने के लिए बहुत ही तेज और कुशल वैज्ञानिकों के साथ-साथ इंजीनियर के भी आवश्यकता होती है। अब हम आपको इसरो संगठन में जाने के लिए आपको क्या करना होगा उसके बारे में आगे बताने वाले हैं।

Indian Space Research Organization में जाने के लिए क्या करें ?

सबसे पहले आपको 10वीं और 12वीं परीक्षा बहुत ही अच्छे नंबरों से साइंस के विषय लेकर पास करनी होगी। जिसके बाद आपको इन सभी विषयों में अच्छी नॉलेज होना भी बहुत जरूरी है। उसके बाद आपको ISRO में साइंटिस्ट बनने के लिए आपको IIST (Indian Institute Of Space Technology) में एडमिशन लेना होता है। इस इंस्टिट्यूट में एडमिशन हो जाने पर इसरो उन विद्यार्थीयो को साइंटिस्ट के पद पर भर्ती कर लेता है। IIST में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को 12वीं कक्षा में मैथ और साइंस विषय ही लेना होगा। उसके बाद ही आपको आईआईएसटी में एडमिशन मिलेगा। आईआईएसटी में आप या तो बीटेक की डिग्री ले सकते हैं या फिर डुएल डिग्री प्रोग्राम ले सकते हैं।

बीटेक डिग्री लेने में आपको 4 साल का समय लगेगा और डुएल डिग्री प्रोग्राम में आपको 5 साल का समय लगेगा। उसके बाद इस डिग्री में आपको 7.5 CGPA Maintain करना होता है और उसके बाद ISRO के पास जो भी वैकेंसी होती है उसमें वह आपको पोस्ट देता है।लगभग जितने भी विद्यार्थी होते है। IIST में उन्हें इसरो में Recruitment मिल जाता है। इसके अलावा यह संगठन प्रत्येक वर्ष साइंटिस्ट के पोस्ट के लिए देश के टॉप कॉलेज में जाकर वहां पर जो भी होनहार कैंडीडेट्स होते हैं उन्हें इंटरव्यू लेकर डायरेक्ट भर्ती कर लेते हैं।

इसरो ने वैज्ञानिक बनने के लिए कौनसी एग्जाम्स देनी होती हैं?

प्रत्येक वर्ष इस संगठन द्वारा इसरो सेंट्रलाइज रिक्वायरमेंट बोर्ड एग्जाम विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा तीन वर्गों में विभाजित की गई है।

  • इलेक्ट्रॉनिक
  • मैकेनिकल
  • कंप्यूटर

इस एग्जाम्स को आप बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ़ साइंस या बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी करने के बाद दे सकते है। इस एग्जाम को देने के लिए आपको कम से कम 65% Marks या उससे अधिक लाने होंगे। यदि आपके कॉलेज में CGPA का सिस्टम है तो आपको कम से कम 6.84 CGPA लाना होगा।

Leave a comment