Cloud Computing क्या होता है और क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग कैसे करें?

Cloud Computing Kya Hota Hai और क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग कैसे करें एवं यह कितने प्रकार के होते है व इसके क्या फायदे है

 मुझे लगता है कि काफी लोगों को Cloud Computing के बारे में सुना होगा और काफी लोग जानते ही होंगे कि क्लाउड कंप्यूटिंग होता क्या है? क्लाउड कंप्यूटिंग एक नेटवर्क की तरह होता है जिससे डाटा तेजी से प्रोसेस हो सके। पिछले 20 वर्ष से इंटरनेट ने काफी तरक्की की है और जब इंटरनेट आगे बढ़ चुका है  तो यकीनन कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी भी आगे बढ़ गई होंगी कंप्यूटर की टेक्नोलॉजी इसमें क्लाउड कंप्यूटिंग का बहुत बड़ा महत्व है। क्लाउड कंप्यूटिंग के सरिए हम अपने सारे  डाटा को सिक्योर कर सकते हैं लोक क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल तो करते हैं पर उन्हें पता नहीं होता कि क्लाउड कंप्यूटिंग हम कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं? जो जो कंप्यूटर का इस्तेमाल करता है वह Cloud Computing करता है क्या आप जानते हैं कि क्लाउड कंप्यूटिंग कैसे होती हैं?

 क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होता है

 क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऑन डिमांड Cloud Computing है जो ज्यादातर डाटा को स्टोर करने के काम आता है जिससे आप डायरेक्ट कांटेक्ट नहीं कर सकते मैनेजमेंट से यह एक तरीके का डाटा सेंटर होता है जो बहुत लोगों के लिए अवेलेबल होता है क्लाउड कंप्यूटिंग एक प्रकार का कंप्यूटिंग है जो अनुप्रयोग को संभालने के लिए एक सरवरिया व्यक्तिगत उपकरणों के बजाय साझा कंप्यूटर संस्थानों पर निर्भर करता है सेवाओं और इंटरनेट पर वितरित किया जाता है और उपयोग किया जाता है और क्लाउड ग्राहक द्वारा एक अवश्य के भुगतान प्रति उपयोग व्यवसाय मॉडल पर भुगतान किया जाता है।

Cloud Computing
Cloud Computing

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 Cloud Computing के उदाहरण

 ट्राउट कंप्यूटिंग एक तरह से इस्तेमाल करना है। हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डिवाइस  का? ताकि वह सर्विस को नेटवर्क तक पहुंचा दें। क्लाउड कंप्यूटिंग का सबसे बड़ा उदाहरण है गूगल जीमेल। जीमेल के यूजर्स अपनी फाइल वएप्लीकेशन देख सकते हैं जो गूगल द्वारा दी जाती हैं इंटरनेट से किसी भी डिवाइस के जरिए।

 क्लाउड कंप्यूटिंग और उसके  एप्लीकेशन

 Cloud Computing एक तरह की टेक्नोलॉजी है जो इंटरनेट का इस्तेमाल करती है डाटा को और एप्लीकेशन को मेंटेन करने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग अपने ग्राहकों को एप्लीकेशन यूज करने का आनंद देती है। उनको बिना इंस्टॉल व डाउनलोड किए किसी भी कंप्यूटर से इंटरनेट के द्वारा।

Cloud Computing के एप्लीकेशन

 क्लाउड सर्विस के पास काफी एप्लीकेशन है और उन्हीं एप्लीकेशन को  आगे सब डिवाइड किया गया है। आइए बताते हैं क्लाउड कंप्यूटिंग की बड़ी एप्लीकेशंस के बारे में।

  • बिजनेस
  • टेलीकम्युनिकेशन
  • हेल्थ केयर
  • एजुकेशन
  • बैंकिंग
  • आईटी कंपनीज आदि।

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 क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार

 यह डिपेंड करता है कि आप कौन से डाटा के साथ  काम कर रहे हो आपको अपने काम को इन प्रकार के ऊपर। बांटना है।  डिफरेंट लेवल ऑफ सिक्योरिटी और मैनेजमेंट स्क्वायर  Cloud Computing के चार प्रकार हैं। आइए जानते हैं चारों प्रकार के बारे मैं।

  • Public:  पूरा कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर क्लाउड कंप्यूटिंग के ऊपर डिपेंड होता है जो क्लाउड सर्विस प्रोवाइड करते हैं।
  • Private:  आप की जितनी भी कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर है वह आपके अलावा किसी और के साथ शेयर नहीं होती सिक्योरिटी और control-level इसमें सबसे ज्यादा होता है प्राइवेट नेटवर्क जब यूज़ करते हैं तो।
  • Hybrid:  यह दोनों प्राइवेट और पब्लिक क्लाउड  को इस्तेमाल करता है आपके विषय के ऊपर डिपेंड होता है। आप अपनी सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट एप्लीकेशन को होस्ट करते हैं खुद से ताकि वह सिक्योर रहे।
  • Community cloud:  कम्युनिटी क्लाउड आर्गेनाईजेशन के बीच में सेट होता है एक कॉमन गोल के लिए जो तुझसे कम्युनिटी मैं फिट हो।

Cloud Computing की सर्विस

 आइए आपको बताते हैं क्लाउड कंप्यूटिंग कौन-कौन से सर्विस  प्रदान करता है।

  • laas (infrastructure as a service):  यह एक बेसिक कैटेगरी है क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस की जो आपको अलग करता है। आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर रेंट पे क्लाउड्स के द्वारा  पे एस यू गो बेसिस पर।
  • Paas (platform as a service):  यह एक कैटेगरी है जो ऑन डिमांड है एंड वूमेन के लिए ताकि वह डेवलपर टेस्ट फॉर डिलीवरी डिलीवरी हो मैनेजिंग सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन हो इसे डिजाइन किया गया है। वेब और मोबाइल एप्स को जल्दी बनाने के लिए। ताकि वह स्टोरेट्स नेटवर्क और डेटाबेस बनाएं।
  • Saas ( software as a service):  के 1 कैटेगरी का क्लाउड है जो सॉफ्टवेयर डिलीवर करने में काम आता है। इंटरनेट पर जब उसकी डिमांड होती है सब्सक्रिप्शन बेसिस पर।
  • Faas ( functions as a service):  यह केटेगरी दूसरी लिए छोड़ दी है paas को जो पूरी तरीके से एफिलेटेड हैं जो भी उनके कोड। में दे रखा होता है। यह सारे फंक्शन को मैनेज करता है।

 क्लाउड कंप्यूटिंग के इस्तेमाल

  • यह नए ऐप ऑफ सर्विस बनाता है और उसके साथ-साथ डाटा को स्टोर व रिकवर  करता है।
  • वेबसाइट और ब्लॉग को होस्ट करता है।
  • यह ऑडियो और वीडियो को स्ट्रीम करता है।
  • सॉफ्टवेयर सर्फर्स को टाइम पर डिलीवर करता है।
  • डाटा को एनालाइज करता है।
  • प्रेडिक्शन बनाता है।
 Cloud Computing के फायदे
  1.  कॉस्ट कम होता है:  Cloud Computing यूज करने से आपको अपने दूसरे इक्विपमेंट के ऊपर ज्यादा पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है। यह आपको हर सिक्योरिटी प्रदान करता है।
  2.  डाटा को सुरक्षा प्रदान करता है:  क्लाउड कंप्यूटिंग पूरी तरीके से आपके डेटा को सुरक्षा प्रदान करता है। यह अपने हाई फीचर इस्तेमाल करता है आपके डेटा को सिक्योर रखने में।
  3.  डिजास्टर रिकवरी:  हर ऑर्गेनाइजेशन के लिए डाटा लॉस एक बहुत बड़ा सदमा होता है तो यह क्लाउड कंप्यूटिंग दोबारा आप देख सकते हैं कि आउट कंप्यूटर मदद करता है कि आपका डाटा  लॉस्ट ना हो। और अगर हो भी जाता है तो यह रिकवरी कर देता है।
  4.  आपको पूरा कंट्रोल देता है:  Cloud Computing के द्वारा आप अपने डाक्यूमेंट्स पर  पूरा कंट्रोल ले सकते हैं। कभी-कभी आपके डॉक्यूमेंट खराब हो जाते हैं तो उनके ऊपर आपका पूरा कंट्रोल होता है। कभी भी आपको अगर सही करना हो तो आप आसानी से उन्हें सही कर सकते हैं।
Conclusion

 उम्मीद करता हूं क्या आपको मेरे आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा  Cloud Computing क्या होता है और उसके कितने प्रकार हैं वह उसके क्या क्या इस्तेमाल है? आगे भी ऐसे करना आपने आर्टिकल के माध्यम से आपको काफी चीजों के बारे में समझाता रहूंगा।

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